रात को ताजिए कर्बला मैदान लाए गए:जगन्नाथजी मेले के अवसर पर मुस्लिम समाज ने एक दिन पहले ताजिए निकाल भाईचारे का संदेश दिया
रात को ताजिए कर्बला मैदान लाए गए:जगन्नाथजी मेले के अवसर पर मुस्लिम समाज ने एक दिन पहले ताजिए निकाल भाईचारे का संदेश दिया

अलवर : जगन्नाथजी के मेले को देखते हुए मुस्लिम समाज ने एक दिन पहले मंगलवार रात को ताजिए निकाल भाईचारे का संदेश दिया। ताजिए रात को कर्बला मैदान लेकर आए गए। जिसमें कई हजार लोगों की भीड़ रही। दूसरी तरफ अलवर शहर में जगन्नाथजी का भर मेला बुधवार को है। इस कारण एक दिन पहले ताजिए निकाले गए। ताकि दोनों समुदायों की एक साथ भीड़ नहीं जुटे। असल में ताजिए लेकर आने वाली रात कत्ल की रात मानी जाती है। जो कार्यक्रम के अनुसार बुधवार को होनी थी। लेकिन बुधवार को जगन्नाथजी का भर मेला है। इस कारण एक दिन पहले ताजिए निकाले गए हैं।
आज सुपुर्द ए खाक किए जाएंगे
र्कबला मैदान पर दिन में सारी रस्म रिवाज होंगी। इसके बाद शाम 7:00 बजे सुपुर्द खाक किया जाएगा।
बड़ा ताजिया मेव बोर्डिंग से और छोटा ताजिया नंगली मोहल्ले से निकाला जाता है। हर साल बड़ा ताजिए मेव बोर्डिंग में छोटा नंगली मोहल्ले की मस्जिद में बनता है। इस बार दोनों एक दिन पहले ही कर्बला मैदान पहुंचा दिए गए हैं। दोपहर में सारी रस्म रिवाज होंगी। फिर शाम को सुपुर्द ए खाक किया जाएगा।