जिला अस्पताल में अव्यवस्था:वार्ड बॉय रहते हैं गायब, परिजन मरीजों को खुद ही स्ट्रेचर से ले जाते है
जिला अस्पताल में अव्यवस्था:वार्ड बॉय रहते हैं गायब, परिजन मरीजों को खुद ही स्ट्रेचर से ले जाते है

झुंझुनूं : जिले के सबसे बडे़ राजकीय बीडीके अस्पताल में इन दिनों अव्यवस्था का आलम दिखाई दे रहा है। जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के कारण मरीज व उनके साथ आने वाले परिजनों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
शनिवार देर रात को लापरवाही के दो मामले देखने को मिले। जहां स्ट्रेचर पर लेटे मरीज को तीमारदार खुद ही ले जाते नजर आए। जानकारी के मुताबिक इस्लामपुर निवासी किरोड़ीमल शर्मा अपनी बुढ़ी मां को 108 एंबूलेंस की मदद से सीरियस कंडीशन में बीडीके अस्पताल की इमरजेंसी में लेकर पहुंचा था। लेकिन मौके पर कोई भी कर्मचारी व वार्ड बॉय नजर नहीं आया। जिसके बाद किरोड़ीमल खुद ही अपनी मां को स्ट्रेचर पर लेटा कर इमरजेंसी में ले जाते नजर आया।

स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और वार्ड बॉय इस दौरान नदारद दिखे। चिकित्सक को दिखाने के बाद खुद ही अपनी मां को वार्ड में ले जाकर भर्ती करवाने लगा। इस दौरान गार्ड ने ले जाते हुए देखा तो उन्होंने भागकर किरोड़ीमल की मदद की। इसी तरह कुछ देर बार एक और मामला नजर आया। तीमारदार खुद ही इमरजेंसी लेकर गया, भर्ती भी खुद ही ने करवाया।
अक्सर सामने आती है कर्मचारियों की लापरवाही
यह कोई पहला मामला नहीं है कि जिला अस्पताल में परिसर में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आई हो। इससे पहले भी जिला अस्पताल में लापरवाही के मामले सामने आ चुके है।
किरोड़ीमल ने बताया कि उसकी मां अचानक तबीयत खराब हो गई थी, 108 एंबूलेंस की मदद से बीडीके अस्पताल गया था। उसे दिखाने के लिए इमरजेंसी में स्ट्रेचर पर लिटा कर मेरी मां लेकर गया था। अस्पताल का कोई भी कर्मचारी उनके साथ नहीं आया।