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प्रिंसिपल की कार के आगे खड़ी हुई छात्रा,गाड़ी से धकेला:प्री-डीएलएड परीक्षा नहीं दे पाई तो सड़क पर बैठी; बोली-12 बजे आई, फिर भी एंट्री नहीं


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प्रिंसिपल की कार के आगे खड़ी हुई छात्रा,गाड़ी से धकेला:प्री-डीएलएड परीक्षा नहीं दे पाई तो सड़क पर बैठी; बोली-12 बजे आई, फिर भी एंट्री नहीं

प्रिंसिपल की कार के आगे खड़ी हुई छात्रा,गाड़ी से धकेला:प्री-डीएलएड परीक्षा नहीं दे पाई तो सड़क पर बैठी; बोली-12 बजे आई, फिर भी एंट्री नहीं

बाड़मेर : बाड़मेर और बालोतरा जिलों के 84 एग्जाम सेंटर पर रविवार को प्री-डीएलएड परीक्षा हुई। सेंटर पर सुबह 11 से दोपहर 12 बजे तक गहन चेकिंग के बाद एंट्री दी गई। कुछ परीक्षार्थी 12 बजे के बाद पहुंचे तो उन्हें एंट्री नहीं दी गई।

बाड़मेर में परीक्षा केंद्र एमबीसी गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज में एक महिला अभ्यर्थी को प्रवेश नहीं मिलने पर वह प्रिंसिपल की कार के सामने खड़ी हो गई। जब प्रिंसिपल गाड़ी आगे लेने लगे तो छात्रा ने बोनट पर बैठने का प्रयास किया। इस दौरान प्रिंसिपल और परीक्षार्थी के बीच तीखी बहस भी हुई। छात्रा ने करीब 10 से 15 मिनट तक हंगामा किया। हालांकि पुलिस और परिजन से बातचीत के बाद छात्रा पीछे हटी।

एग्जाम दोपहर 12:30 से 3:30 बजे तक था। इसके लिए सुबह करीब 10 बजे से ही परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों ने लाइन बनाना शुरू कर दिया था।

एग्जाम सेंटर में प्रवेश नहीं देने पर युवती प्रिंसिपल की कार के सामने खड़ी हो गई।
एग्जाम सेंटर में प्रवेश नहीं देने पर युवती प्रिंसिपल की कार के सामने खड़ी हो गई।

प्रिंसिपल और छात्रा में हुई बहस
बाड़मेर शहर के एमबीसी गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज सेंटर पर 12 बजे गेट बंद करने पर परीक्षार्थियों ने हंगामा कर दिया। परीक्षार्थी सेंटर पर चेकिंग कर रहे सुपरवाइजर और पुलिस से उलझ गए। जिला समन्वयक और गर्ल्स कॉलेज के प्रिंसिपल मुकेश पचौरी सेंटर से बाहर आए और मामला शांत करने का प्रयास किया। लेकिन, बात बिगड़ गई और प्रिंसिपल व छात्रा के बीच तीखी बहस शुरू हो गई। प्रिंसिपल जाने लगे तो परीक्षार्थी भागकर उनकी कार के सामने पहुंच गई और गाड़ी के आगे से हटने से इनकार कर दिया। ड्राइवर ने कार को आगे बढ़ाया, लेकिन युवती हटने को तैयार नहीं थी। इसके बाद युवती सड़क पर कार के सामने बैठ गई। पुलिस ने परिजन और युवती से समझाइश की, जिसके बाद युवती वहां से हटी।

स्टूडेंट और परिजनों का आरोप है कि प्रिंसिपल झूठ बोल रहे हैं। हम लोग 12 बजे तक पहुंच गए थे। कॉलेज स्टाफ ने स्टूडेंट पर राजकार्य में बाधा पहुंचाने का मुकदमा करवाने की बात कही।

स्टूडेंट का आरोप- 12 बजे पहुंचने पर भी एंट्री नहीं दी
स्टूडेंट पूजा का कहना है कि हम लोग 12 बजे तक सेंटर पर पहुंच गए थे। इसके बावजूद हम 5 गर्ल्स के साथ कुछ बॉयज परीक्षार्थियों को भी प्रवेश नहीं दिया गया।

छात्राओं ने आरोप लगाया कि 12 बजे सेंटर पर पहुंचने के बावजूद कॉलेज प्रशासन ने जानबूझकर एंट्री नहीं दी। पास के सेंटरों पर 12 बजे के बाद भी एंट्री दी गई।

प्रिंसिपल मुकेश पचौरी का कहना है कि हमें कुछ नहीं कहना है। देखिए, सेंटर इंचार्ज कोई और है। हमारा कोई लेना देना नहीं है। गेट पर आकर अनाउंस किया है। 12 बजे बंद है तो बंद है। उसके बाद 2 मिनट तक अंदर लिया है। सबको आवाज देकर बुलाया गया है।

प्रिंसिपल अपनी कार से जाने लगे तो युवती करीब 100 मीटर तक भाग कर गई और उनकी कार को रोकने का प्रयास किया। इस पर दोनों में तीखी नोक-झोंक हुई।
प्रिंसिपल अपनी कार से जाने लगे तो युवती करीब 100 मीटर तक भाग कर गई और उनकी कार को रोकने का प्रयास किया। इस पर दोनों में तीखी नोक-झोंक हुई।

दरअसल, प्री-डीएलएड परीक्षा के लिए बाड़मेर-बालोतरा में कुल 29 हजार 676 परीक्षार्थी रजिस्टर्ड थे। विशेष तौर पर यह ध्यान रखा गया कि परीक्षार्थी के पास मोबाइल और इलेक्ट्रिक उपकरण नहीं हो। चप्पल पहनकर आने वालों को प्रवेश नहीं दिया गया। एडमिट कार्ड और आईडी कार्ड चेक करके ही एंट्री दी गई। गेट पर बायोमीट्रिक से एडमिट कार्ड की स्कैनिंग की गई। कमरे में पहुंचने के बाद अंगूठे और अंगुलियों के प्रिंट लिए गए। एहतियात के तौर पर दो-दो बार फिंगर प्रिंट लिए गए। आंख और चेहरे को भी स्कैन किया गया।

प्रवेश नहीं मिलने पर परीक्षार्थी प्रिंसिपल की कार के सामने सड़क पर बैठ गई।
प्रवेश नहीं मिलने पर परीक्षार्थी प्रिंसिपल की कार के सामने सड़क पर बैठ गई।

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