सप्लाई में आ रहा खारा पानी, पीने व खाना बनाने के लिए लोग दूरदराज से गाड़ियों में भरकर ला रहे मीठा पानी
कुंभाराम लिफ्ट परियोजना के पानी का इंतजार

पचलंगी : क्षेत्र के गांवों में दिन-प्रतिदिन पेयजल संकट गहराता जा रहा है। लोग साइकिल, मोटरसाइकिल व गाड़ियों मे दूरदराज स्थित हैंडपंपों व अन्य जल स्रोतों से पीने का मीठा पानी लाकर अपने हलक तर कर रहे हैं।
बाबूलाल योगी, रामस्वरूप बड़सरा, पिंटुसिंह शेखावत व गौत्तम पीपलवा सहित अन्य लोगों ने बताया कि पचलंगी में जलदाय विभाग की पेयजल सप्लाई नियमित हो रही है, लेकिन उसमें खारा पानी आने के कारण लोग पीने व खाना बनाने के कई किलोमीटर दूर से पानी ला रहे हैं। लक्ष्मण सिंह कुड़ी, पंच राकेश बड़सरा, युसुफ मोहम्मद, प्रमोद कुमावत व मक्खन लाल बबेरवाल सहित अन्य ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत झड़ाया-सड़क मार्ग पर स्थित तीजा वाले जोहड़ में स्थित बोरिंग से जो सप्लाई होती है, उसमें खारा पानी आता है।
ग्रामीणों का कहना है कि काटली नदी तट पर स्थित बोरिंगों का पानी मीठा था, लेकिन तीजा वाले जोहड़ में स्थित बोरिंग को सीडब्लूआर से जोड़ने पर जल सप्लाई का पानी खारा हो गया। इसलिए ग्रामीणों की मांग है कि काटली नदी तट पर स्थित बोरिंगों को गहरा करवाया जाए या फिर नई बोरिंगें लगाई जाए। इससे लोगों को मीठा पानी मिल सके। लोग मजबूरी में महंगे दामों में मीठे पानी के टैंकर डलवा रहे हैं जो आम आदमी के बजट से बाहर है। उदयपुरवाटी उपखंड के पहाड़ी क्षेत्र के लोगों को कुंभाराम लिफ्ट परियोजना के मीठे पानी का लंबे समय से इंतजार है, लेकिन चुनावों के समय ये चर्चा में रहता है
बाद में ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। समाज सेवी मदन लाल भावरिया, मानसिंह बड़सरा, जीतसिंह कुड़ी सहित अन्य का कहना है कि पहाड़ी क्षेत्र के गांवों में कुंभाराम लिफ्ट परियोजना का पानी आने से ही समस्या हल हो सकती है। पचलंगी. पेयजल संकट के चलते गाड़ी में दूर से बाल्टी व बोतलों में मीठा पानी भरकर लाते हुए।
काटली नदी तट पर स्थित जलदाय विभाग की बोरिंगों का जल स्तर नीचे जा चुका है। जल्द ही विभाग द्वारा नई बोरिंगों के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजे जा रहे हैं। नई बोरिंग होने से लोगों को खारे पानी की समस्या से निजात मिलेगी। ~~मोतीलाल सैनी, कनिष्ठ अभियंता, जलदाय विभाग, उदयपुरवाटी