सीकर : राजस्थान पुलिस की एक महिला हेड कॉन्स्टेबल का तोता ‘बिट्टू’ पिछले 24 घंटे से लापता है। तोते के लापता होने के गम से बच्चों ने खाना-पीना छोड़ दिया है। पूरा परिवार तोते को ढूंढने में लगा हुआ है। परिजनों ने सोशल मीडिया पर तोते को ढूंढकर लाने वाले के लिए इनाम की घोषणा की है।
सीकर के विनायक विहार में रहने वाली और जयपुर में तैनात हेड कॉन्स्टेबल गायत्री देवी (45) का कहना है कि अगर कोई तोते को ढूंढकर लाता है तो 10 हजार रुपए से ज्यादा का इनाम दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि तोते के बिना मेरे बच्चों का मन नहीं लग रहा है और उनका रो-रो कर बुरा हाल है। सभी को तोते के लौट आने का इंतजार है।
पड़ोसियों को दिया था, उड़ गया
गायत्री देवी ने बताया- 9 जून को वह अपने परिवार के साथ वैष्णो देवी दर्शन के लिए गई थी। तोते को पड़ोसियों को देकर गई थी। गुरुवार शाम को वापस लौटे तो तोता पिंजरे से उड़ गया। पड़ोसियों का कहना है कि तोता होशियार था। उसने खुद ही पिंजरे का लॉक खोल लिया और उड़ गया।
मंदिर से तोते का बच्चा उठाकर लाए थे बच्चे
हेड कॉन्स्टेबल 3 साल पहले जयपुर गई थी। तब उनके बच्चे मंदिर में खेलते हुए एक पेड़ के नीचे से तोते का बच्चा उठाकर लाए थे। उस समय बच्चे की आंखें भी नहीं खुली थी। तोते के बच्चे को घर लाने के बाद उसकी सार-संभाल की गई और चम्मच से दूध पिलाया गया। 15-20 दिन बाद तोता बड़ा हो गया तो उसे बोलना सिखाया गया।
100 से ज्यादा शब्द बोलता था, बच्चों को नाम से पुकारता
तोते का नाम ‘बिट्टू’ रखा गया था। ‘बिट्टू’ हर दिन 100 से ज्यादा शब्द बोलता था और खूब मस्ती करता था। तोता बच्चों और परिवार के लोगों के साथ खेलता भी था। बच्चे जब भी स्कूल से वापस घर आते तो वह शोर मचाना शुरू कर देता था और उनके नाम से ही पुकारता था।
इलाका छान मारा, नहीं मिला
हेड कॉन्स्टेबल ने बताया कि तोते को ढूंढने के लिए उन्होंने विनायक विहार का पूरा इलाका छान मारा और एक-एक घर में जाकर पता किया, लेकिन अभी तक तोते का कुछ पता नहीं चला। तोता नहीं मिलने से बच्चों के साथ-साथ पूरे परिवार वाले भी उदास है और तोते के लौट आने की राह देख रहे हैं।