ग्रेड थर्ड शिक्षकों की तबादला नीति कर्नाटक, पंजाब जैसी:विद्यालय को 3 साल तक 5 स्टार रेटिंग तो शिक्षकों को तबादले में प्राथमिकता
ग्रेड थर्ड शिक्षकों की तबादला नीति कर्नाटक, पंजाब जैसी:विद्यालय को 3 साल तक 5 स्टार रेटिंग तो शिक्षकों को तबादले में प्राथमिकता

जयपुर : सरकार ने 2.70 लाख तृतीय श्रेणी शिक्षकों की तबादला नीति का ड्राफ्ट तैयार किया है। पंजाब, कर्नाटक, उड़ीसा की तबादला नीतियों के अध्ययन के बाद तैयार इस ड्राफ्ट के अनुसार सबसे पहले उन स्कूलों के शिक्षकों को इच्छित स्थान पर तबादला में प्राथमिकता दी जाएगी, जिन स्कूलों को लगातार 3 साल तक 5वीं-8वीं में फाइव स्टार रेटिंग मिली हो। इसके बाद पूर्णत: दिव्यांग शिक्षक, गंभीर बीमार शिक्षक, गंभीर बीमार पति, पत्नी, विधवा-परित्यक्ता और अंत में वर्तमान में सेवारत सैनिकों की पत्नियों का भी इच्छित स्थान पर तबादला हो सकेगा।
हमारे मीडिया कर्मी ने इस तबादला नीति के ड्राफ्ट का अध्ययन किया तो सामने आया कि यह नीति अध्यापक लेवल वन, अध्यापक लेवल टू, शारीरिक शिक्षा अध्यापक, पुस्तकालयाध्यक्ष ग्रेड थर्ड, प्रयोगशाला सहायक ग्रेड थर्ड, प्रबोधक और समकक्ष शिक्षकों पर प्रभावी होगी। इसमें कहा गया है कि एक जिले से दूसरे जिले में तबादले निदेशक द्वारा किए जाएंगे। वर्तमान जिले में न्यूनतम 5 साल की सेवा पूरी करने के बाद ही तबादला हो सकेगा। प्रोबेशन काल में तबादले नहीं किए जाएंगे।
तबादला केवल समान पद, व विषय के पद पर ही किए जाएंगे। किसी भी स्थिति में पद के विरूद्ध तबादला नहीं किया जाएगा। तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों पर 6 साल से प्रतिबंध लगा हुआ है। आखिरी बार पिछली भाजपा सरकार में जुलाई 2018 में इन शिक्षकों के तबादले खोले गए थे। इसके बाद से शिक्षक तबादलों की मांग कर रहे हैं।
कांग्रेस सरकार के समय इन शिक्षकों से तबादले के लिए 2 बार आवेदन लिए गए। लेकिन सरकार ने एक बार भी तबादले नहीं किए। ऐसे मिलती है 5 स्टार रेटिंग – 5वीं व 8वीं के परिणाम में ग्रेड सिस्टम लागू है। इन दोनों कक्षाओं में यदि 30 फीसदी से अधिक विद्यार्थियों ने ए प्लस ग्रेड और 40 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थियों ने ए ग्रेड प्राप्त किया हो तो स्कूल को 5 स्टार रेटिंग मिलती है।
हिंदी स्कूलों के भाषा टीचरों का ट्रांसफर अंग्रेजी स्कूलों में नहीं होगा
- ऐसे शिक्षक जिनके रिटायरमेंट में 2 साल से कम है। उनका तबादला प्रार्थना पर या विभागीय जांच लंबित होने पर ही किया जा सकेगा।
- अनुसूचित क्षेत्र के शिक्षकों के तबादले अनुसूचित क्षेत्र और गैर अनुसूचित क्षेत्र के शिक्षकों के तबादले गैर अनुसूचित क्षेत्र में होंगे।
- हिंदी माध्यम में भाषा विषयों के शिक्षकों के अतिरिक्त अन्य शिक्षकों का तबादला अंग्रेजी माध्यम के महात्मा गांधी स्कूलों में नहीं होंगे।
- महात्मा गांधी स्कूलों में कार्यरत भाषा विषयों के अतिरिक्त अन्य शिक्षकों का तबादला अंग्रेजी माध्यम व हिंदी माध्यम स्कूलों में हो सकेगा।
गंभीर बीमार शिक्षकों का तबादला उनकी इच्छा से
- गंभीर बीमार, पूर्ण दिव्यांग, विधवा महिला के तबादले में सेवा अवधि पूर्ण करने की शर्त प्रभावी नहीं होगी।
तृतीय श्रेणी शिक्षकों के 6 साल से तबादले नहीं हुए। सरकार तबादला नीति तैयार कर तबादले खोले।
– विपिन प्रकाश शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष, राजस्थान प्रा. एवं मा. शिक्षक संघ
ड्राफ्ट में बदलाव होते हैं। फाइनल तबादला नीति कब तक तैयार होगी, अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।
– मदन दिलावर, शिक्षामंत्री