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जिन भतीजा-भतीजी के साथ रील्स बनाईं, उन्हें ही काट डाला:हत्यारे चाचा ने रिश्तेदारों को कहा था- रोते हुए जाओगे ; बेटा-बेटी को देख रोने लगा पिता


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जिन भतीजा-भतीजी के साथ रील्स बनाईं, उन्हें ही काट डाला:हत्यारे चाचा ने रिश्तेदारों को कहा था- रोते हुए जाओगे ; बेटा-बेटी को देख रोने लगा पिता

जिन भतीजा-भतीजी के साथ रील्स बनाईं, उन्हें ही काट डाला:हत्यारे चाचा ने रिश्तेदारों को कहा था- रोते हुए जाओगे ; बेटा-बेटी को देख रोने लगा पिता

जयपुर : जयपुर में भाई-बहन की हत्या के मामले में पुलिस ने नया खुलासा किया है। आरोपी ने भाई के परिवार को खत्म करने की पहले ही प्लानिंग कर ली थी। उसने रिश्तेदारों काे काॅल कर कहा था- या तो प्रॉपर्टी का विवाद खत्म करवाने आ जाओ, नहीं तो बुरी खबर सुनकर जाओगे। रोते हुए जाओगे।

DCP (वेस्ट) अमित कुमार ने बताया- झोटवाड़ा में लक्ष्मी नगर निवारू रोड स्थित नंद गांव में हुए डबल मर्डर और सुसाइड में प्रॉपर्टी विवाद होना सामने आया है। पिछले काफी समय से प्रॉपर्टी को लेकर रघुवीर सिंह (40) और उसके बड़े भाई लक्ष्मण सिंह में विवाद चल रहा था।

दो मंजिला मकान के ग्राउंड फ्लोर पर लक्ष्मण सिंह पत्नी शकुंतला, बेटी देव्यांशी (12) और 9 महीने के बेटे सूर्य प्रकाश के साथ रहता था। उसी मकान के फर्स्ट फ्लोर पर रघुवीर सिंह और मां माया कंवर रहते थे। मकान के पास ही लक्ष्मण-रघुवीर का खाली प्लॉट भी पड़ा हुआ है। लक्ष्मण सिंह का कहना था कि खाली प्लॉट रघुवीर ले ले। वहीं, रघुवीर का कहना था जो मकान है, उसे ही बांटा जाए। इसी को लेकर दोनों भाइयों में प्रॉपर्टी का विवाद था।

रघुवीर को रील बनाना का शौक था। उसने भतीजी के साथ कई रील्स बना रखी थीं।
रघुवीर को रील बनाना का शौक था। उसने भतीजी के साथ कई रील्स बना रखी थीं।

रिश्तेदारों को कॉल कर धमकाया था अमित कुमार ने बताया- करीब दो साल पहले आरोपी रघुवीर सिंह की पत्नी भी उसको छोड़कर पीहर चली गई थी। पत्नी के छोड़कर जाने और बेरोजगारी के चलते वह परेशान रहता था। प्रॉपर्टी बंटवारा करने के लिए वह एक सप्ताह से रिश्तेदारों को कॉल कर रहा था।

मंगलवार शाम को हत्यारे रघुवीर सिंह ने अपने तीन-चार रिश्तेदारों को कॉल किया था। रिश्तेदारों को कॉल कर एक ही बात बोली- कल शाम तक आ जाओ। नहीं तो बुरी खबर सुनकर जाओगे। रोते हुए जाओगे।

मां और भाई नहीं थे घर पर
DCP (वेस्ट) ने बताया- लक्ष्मण सिंह वैशाली नगर चित्रकूट स्थित ऑफिस में अकाउंटेंट की जॉब करता है। बुधवार सुबह 9 बजे वह बाइक से ऑफिस चला गया था। उनकी मां माया कंवर भी अपने पीहर महवा (दौसा) चली गई थी। घर पर लक्ष्मण सिंह की पत्नी शकुंतला, बेटी देव्यांशी और बेटा सूर्य प्रकाश थे।

रघुवीर सिंह भी घर पर ही था। शाम को रघुवीर सिंह किसी काम से बाहर चला गया। देर शाम करीब 7:30 बजे लौटा। लौटते ही भाभी शकुंतला से झगड़ा करने लगा। झगड़े की आवाज सुनकर पड़ोसी ने लक्ष्मण सिंह को कॉल किया। कॉल कर बताया कि घर पर लड़ाई-झगड़ा हो रहा है, आकर समझालो।

लक्ष्मी नगर निवारू रोड नंद गांव स्थित घर, जहां हत्या की गई।
लक्ष्मी नगर निवारू रोड नंद गांव स्थित घर, जहां हत्या की गई।

चाकू से गोदकर भाग निकला था
अमित कुमार ने बताया- झगड़े के बीच रघुवीर सिंह ने चाकू से भाभी शकुंतला पर हमला कर दिया। उसके गले के पास चाकू से दो-तीन वार किए। बचने के लिए शकुंतला ने रघुवीर को धक्का देकर दूर किया। इसी दौरान रघुवीर ने बेड पर लेटे 9 महीने के भतीजे सूर्य प्रकाश के पेट को चाकू से काट डाला। भाभी शकुंतला पर चाकू से दोबारा हमला करने भागा।

ये देखकर भतीजी चिल्लाते हुए मदद मांगने के लिए बाहर भागी और फिर अंदर आई। भतीजी दिव्यांशी को चिल्लाते हुई देखकर चाचा रघुवीर सिंह ने गले को चाकू से रेत दिया। भाभी शकुंतला पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर लहूलुहान कर दिया। भाभी और भतीजे-भतीजी को लहूलुहान हालत में पड़े देखकर रघुवीर सिंह घर से निकल गया।

खून से लथपथ पत्नी ने खोला था गेट
अमित कुमार ने बताया- इसके बाद लक्ष्मण सिंह घर आया। घर का गेट अंदर से बंद था। खिड़की से अंदर देखने पर पत्नी शकुंतला और दोनों बच्चे खून से लथपथ पड़े हुए दिखाई दिए। पति लक्ष्मण सिंह ने रोते हुए पत्नी को आवाज लगाई। जैसे-तैसे शकुंतला ने गेट खोला। घर के अंदर जाने पर कमरों में खून ही खून हो रहा था। बेटी-बेटा खून से लथपथ फर्श पर पड़े थे। कुछ ही देर में झोटवाड़ा थाना पुलिस ने आकर पत्नी और दोनों बच्चों को SMS हॉस्पिटल पहुंचाया। डॉक्टर्स ने इलाज के दौरान भाई-बहन को मृत घोषित कर दिया।

आरोपी ने सुसाइड से पहले भी रील बनाई। इसमें सभी को अलविदा कहा।
आरोपी ने सुसाइड से पहले भी रील बनाई। इसमें सभी को अलविदा कहा।

बाइक खड़ी कर ट्रेन के आगे कूद गया था डीसीपी ने बताया- परिवार को चाकू से गोदने के बाद रघुवीर सिंह बाइक लेकर फरार हो गया। पुलिस ने उसकी तलाश में नाकाबंदी करवाई। रात करीब 11 बजे कनकपुरा रेलवे फाटक के पास हत्यारे रघुवीर सिंह ने ट्रेन के आगे छलांग लगाकर सुसाइड कर लिया। उसकी बाइक रेलवे लाइन के पास खड़ी हुई मिली। सुसाइड से पहले रघुवीर सिंह ने इंस्टाग्राम पर रील बनाई। रील में कहा- आज उसका आखिरी दिन है। बाय-बाय हमेशा के लिए।

तीन बार सुसाइड की कोशिश कर चुका था आरोपी
परिजनों से पूछताछ में सामने आया है कि रघुवीर सिंह नशे का आदी था। सनकी था। पिछले करीब 2 साल में रघुवीर सिंह तीन बार सुसाइड की कोशिश कर चुका था। पहली बार रघुवीर ने सुसाइड के लिए अपने हाथ की नस काट ली थी। दूसरी बार छत से नीचे कूद गया था। उसके बाद उसने तीसरी बार सुसाइड की कोशिश की थी। माना जा रहा है कि प्रॉपर्टी बंटवारे को लेकर रिश्तेदारों को डराने के लिए उसने ऐसा किया होगा।

भाभी और भतीजे-भतीजी पर चाकू से हमला करने के बाद आरोपी मौके से भागा और ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी।
भाभी और भतीजे-भतीजी पर चाकू से हमला करने के बाद आरोपी मौके से भागा और ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी।

मां को बच्चों की मौत से रखा दूर
घायल शकुंतला के भाई रणवीर सिंह ने बताया- SMS हॉस्पिटल में भर्ती शकुंतला का इलाज चल रहा है। शकुंतला के होश में आने पर उसने सबसे पहले बच्चों के बारे में पूछा। नाजुक स्थिति को देखकर शकुंतला को सब ठीक होने की कहकर शांत करवाया। डर है कि दोनों बच्चों की मौत के बारे में बताने पर शकुंतला का क्या होगा।

डीसीपी अमित ने फेसबुक पर लिखा- ये कलयुग है
घटना के बाद डीसीपी अमित ने फेसबुक पर लिखा- प्लॉट और मामूली कहासुनी में रघुवीर ने अपने भीतर के शैतान की हैवानियत से सब बर्बाद कर दिया। घटना के बाद उसने ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। निर्मम वारदात उसने पूरे होश में की। लेकिन खुद की जान देने से पहले शराब पी, पटरियों पर बोतल पड़ी थी। फिर आत्महत्या कर ली। अक्सर उल्टा होता है, व्यक्ति नशे में इतनी हैवानियत करता है और होश में आते ही आत्महत्या करता है।

ये कलियुग है, ठीक उल्टा हुआ।
रघुवीर की मां ने अपने दोनों बेटों का नाम रामायण से प्रभावित होकर रघुवीर (राम) और लक्ष्मण रखा।
ये कलयुग है- रघुवीर ने लक्ष्मण के परिवार की हत्या कर दी।

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