मेड़ता (नागौर) : राजस्थान में नीट स्टूडेंट के मर्डर केस में नए खुलासे हुए हैं। फेसबुक फ्रेंड से मिलने पहुंचे 17 साल के स्टूडेंट को छात्रा के परिजनों ने पीट-पीटकर मार डाला था। लड़के ने मौके पर दी दम तोड़ दिया था। परिजन डेडबॉडी को कार में रख ठिकाने लगाने जा रहे थे। लोगों ने देख लिया तो प्लान बदल दिया। उन्होंने कहा कि लड़के का एक्सीडेंट हो गया है, हॉस्पिटल ले जा रहे हैं। उनका दूसरा प्लान मर्डर को एक्सीडेंट साबित करना था, लेकिन यह प्लान भी फेल हो गया।
छात्र बिहार का रहने वाला था। वह 7 मई को नागौर पहुंच गया था। दूसरे दिन 8 मई को मेड़ता लड़की के गांव पहुंचा था। यहां उसकी हत्या कर दी गई थी।पुलिस ने इस मामले में गुरुवार शाम लड़की के पिता, चाचा और एक अन्य को गिरफ्तार कर लिया है। मेड़ता DSP पिंटू कुमार ने बताया कि इस मामले में और खुलासे हो सकते हैं।
एक प्लान फेल हुआ तो दूसरी साजिश रची
लाश को ठिकाने लगाने का प्लान फेल हुआ तो लड़की के परिजन मर्डर को एक्सीडेंट का रूप देना चाहते थे। हॉस्पिटल से ही पुलिस को सूचना दी गई कि एक किशोर की डेडबॉडी आई है, जिसके शरीर पर चोटों के निशान है। लड़की के परिजन लाश को हॉस्पिटल पहुंचाने के बाद भागने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस पहुंच गई।
पूछताछ में वे संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। उन्हें हिरासत में ले लिया गया। डीएसपी ने बताया कि उसकी पहचान बिहार के मधुबनी निवासी के तौर पर हुई। यह छात्र 5 साल से कोटा में रहकर तैयारी कर रहा था। फेसबुक पर उसकी दोस्ती मेड़ता की नाबालिग छात्र (16) से हो गई।
शरीर पर चोटों के गहरे जख्म मिले
लड़का लड़की से मिलने के लिए 7 मई को कोटा से नागौर पहुंच गया। यहां 7 मई की रात रुका और 8 मई की सुबह मेड़ता पहुंच गया। दोनों को परिजनों ने देख लिया और लड़के को दबोच लिया। लड़के के शरीर पर चोटों के गहरे जख्म मिले। मेडिकल बोर्ड से लड़के का पोस्टमॉर्टम कराकर शव छात्र के पिता को सौंप दिया है।
अभी तक की जानकारी में सामने आया है कि लड़का लड़की से मिलने के लिए पहली बार ही आया था। इससे पहले उसे मेड़ता में नहीं देखा गया। इस पूरे मामले में लड़की की भूमिका की जांच भी की जा रही है। फिलहाल शनिवार को लड़की के पिता, चाचा और एक सहयोगी को कोर्ट में पेश किया जाएगा। अभी आरोपियों से पूछताछ जारी है।
पिता बोले- राजस्थान सरकार से अपील, बेटे को न्याय मिले
लड़के के पिता तरणतारण में रेलवे में स्टेशन अधीक्षक के पद पर हैं। उन्होंने बताया- बेटा कोटा में 5 साल से था। उसका फाइनल एग्जाम अच्छा गया था। आखिरी बार 7 मई को बेटे से बात हुई थी। उसने बताया था कि मैं एक दोस्त से मिलने जा रहा हूं। मेरी ड्यूटी सुबह 9 से शाम 5 बजे तक होती है।
8 मई की शाम घर पहुंचा। इसके डेढ़ घंटे बाद शाम 6.30 बजे के करीब मेड़ता से पुलिस का फोन आया। मेरा और बेटे का नाम पूछा। फिर बताया कि आपके बेटे का मर्डर हो गया है। स्टूडेंट के पिता ने कहा कि वह मेरा इकलौता बेटा था। मैं राजस्थान सरकार से अपील करता हूं कि मेरे बेटे को न्याय मिले।
दोस्त बोला- किसी और ने फोन उठाया, बात नहीं कराई
लड़के के एक दोस्त ने बताया कि लड़की की दोस्ती लड़की से सोशल मीडिया के जरिए ढाई साल पहले हुई थी। 6 मई को उसने बताया कि वह अपनी फेसबुक फ्रेंड से मिलने जा रहा है। 6 मई की देर रात वह कोटा से ट्रेन से निकला और 7 मई को नागौर पहुंच गया। 8 मई की दोपहर दोस्त को कॉल किया लेकिन फोन किसी और ने उठाया। बार-बार कहने के बाद भी दोस्त से बात नहीं कराई। कुछ देर बाद फोन स्विच ऑफ हो गया।