नोखा (बीकानेर) : तांत्रिक ने इलाज के नाम पर लड़की को गर्म सरिया से दाग दिया। उसके माता-पिता को बेटी को सही करने का झांसा दिया और कहा– ‘चार साल से लड़की पर भूत का साया है। ‘ जाल में फंसने पर उनके घर जाकर और अपने धाम बुलाकर तांत्रिक क्रिया की। लड़की को परिवार से दूर कर उसके हाथ-पैरों को लोहे के गर्म सरिया से दाग दिया। जलती जोत में मुंह और सिर देकर जला दिया गया।
पिता ने शिकायत की तो बोला- ‘आपसे जो होता है वो कर लेना, मैं तो ऐसे ही करूगां।’ इसके बाद तांत्रिक देवी सिंह चौहान (38) के खिलाफ नोखा (बीकानेर) के पांचू थाने में मामला दर्ज कराया है। पांचू थाने के थानाधिकारी रामकेश मीणा ने बताया कि कक्कू गांव की रहने वाली 18 साल की लड़की वर्षा का पर्चा बयान लिया गया है। तांत्रिक को राउंडअप कर पूछताछ की जा रही है।
तांत्रिक बोला- लड़की पर चार साल से भूत का साया
पिता रामगोपाल तिवाड़ी (कारपेंटर) ने बताया- बेटी अभी 12वीं में पढ़ती है। एक साल पहले स्कूल से आने के बाद बेटी की तबीयत खराब हो गई थी। वह कभी भी रोने लग जाती थी। तब ग्रामीणों ने कहा कि गांव में ही नख्तपना बबुतामिद्ध मंदिर है, वहां जाकर इलाज करवाओ।
इसके बाद एक अप्रैल के आस-पास पत्नी राधादेवी के साथ बेटी वर्षा को धाम पर भेजा था। धाम में पुजारी देवी सिंह चौहान (38) मिला था। मां के आखा उठाने के बाद उसने कहा – ‘आपकी बेटी पर भूत-प्रेत का साया है और चार साल से पीछे पड़ा है।’ इसके बाद तांत्रिक ने मां को एक तांती और भभूती देकर मंदिर में फेरी लगवाई। लड़की की मां ने हर दिन सुबह-शाम 5 फेरी मंदिर पर लगाई।
10 हजार रुपए की हवन सामग्री मंगवाई
तांत्रिक 7-8 दिन बाद वापस रामगोपाल तिवाड़ी से मिला और कहा- आपको अपने घर पर एक पूजा करवानी पड़ेगी। दो दिन बाद तांत्रिक खुद ही उनके घर आ गया और 10 हजार रुपए की हवन सामग्री मंगवाकर पूजा-पाठ करवाया। पूजा के बाद वापस जाते हुए पिता को बोलकर गया कि बेटी के साथ धाम (मंदिर) पर आना। इसके बाद भी बेटी की तबीयत ठीक नहीं हुई।
माता-पिता को भेजकर गर्म सरिया दागा
पिता ने बताया कि तांत्रिक ने चौदस (7 मई) को बेटी को धाम पर लाने को कहा। इस दिन शाम 8.15 बजे माता-पिता और बेटी तांत्रिक के पास गए। तांत्रिक ने पहले पूजा की। उसके बाद पिता को कहा- वर्षा (बेटी) में भूत है, भूत निकालने के लिए मैं झाड़ फूंक करूंगा। ऐसा कहकर पिता को साइड में भेज दिया और लोहे का सरिया गर्म करके युवती के पैरों और हाथ पर लगाया। थाप और मुक्कों से मुंह पर चोट मारी। जलती जोत में मुंह नीचे कर दिया, जिससे मेरे मुंह और सिर के बाल जल गए।
पिता को बोला- बेटी को छोड़कर चले जाओ
इसके बाद तांत्रिक ने पिता से कहा- दो दिन तक बेटी को उसके पास ही छोड़कर चले जाओ, अगर आप बच्ची को घर लेकर जाओगे तो बच्ची में भूत वापस घुस जाएगा लेकिन पिता ने बात नहीं मानी और अपने साथ घर ले गए।
अगले दिन बुधवार (8 मई) को तबीयत खराब होने पर परिजन सरकारी हॉस्पिटल लेकर गए। परिजनों ने तांत्रिक से शिकायत की तो वह बोला- आपसे जो होता है वो कर लेना, मैं तो ऐसे ही करूगां। इसके बाद मंदिर के पुजारी के खिलाफ पांचू थाने में मामला दर्ज कराया है। पिता रोमगोपाल ने बताया कि बेटी का नोखा की जिला हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। दोनों पैरों में डॉक्टरों ने प्लास्टर करके घावों को भरने का काम शुरू किया है।