जयपुर : अश्लील वीडियो सर्च करने के मामले में देश में राजस्थान नंबर एक पर है। इंटरनेट ट्रैफिक ट्रेंड और पूरी दुनिया में अश्लील वेबसाइट और कंटेंट निगरानी रखने वाली संस्था एनसीएमईसी के अनुसार भारत में इन दिनों अश्लील वेबसाइट व कंटेंट कुछ फेमस सोशल मीडिया वेबसाइट व ओटीटी वेबसाइट से भी ज्यादा सर्च की जा रही हैं। जनवरी से अप्रैल माह तक का ट्रेंड देखें तो टॉप-10 वेबसाइट में दो गंदी वेबसाइट है।
सेमरश के अनुसार टॉप-10 में शामिल दो अश्लील वेबसाइट पर भारत से हर माह 100 करोड़ से ज्यादा विजिट हो रहे हैं। जो पूरी दुनिया के ट्रैफिक का 60% से ज्यादा है। देखने का समय औसतन 10 मिनट है। एनसीआरबी के सायबर टिप लाइन रिकॉर्ड के अनुसार राजस्थान में हर माह 20 हजार से ज्यादा बच्चों के अश्लील वीडियो शेयर कर देखे जा रहे हैं। लेकिन मात्र 0.20% मामलों में ही केस दर्ज हो रहा है।
राजस्थान में 14 माह में 2.71 लाख लोगों ने देखे अश्लील वीडियो
अमेरिका का एनजीओ (एनसीएमईसी) सॉफ्टवेयर से सोशल मीडिया पर बच्चों के अश्लील वीडियो पर निगरानी रखता है। जो कंट्री वाइज रिपोर्ट भेजती है। भारत में ये रिपोर्ट नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के पास आती है। इसके अनुसार पिछले 14 माह में राजस्थान को 271533 रिपोर्ट मिली है। अश्लील कंटेंट पर पूरी निगरानी, अब तक 107 अश्लील वेबसाइट बंद कराई।
मॉनिटरिंग कमजोर, अश्लील कंटेंट डालने वालों पर सख्त कार्रवाई जरूरी
अश्लील वेबसाइट्स को ब्लॉक करने का तरीका प्रभावी नहीं हैं। वेबसाइट ब्लॉक करने के लिए सरकार सर्वर का आईपी या डोमेन ब्लॉक करती है। उसके एडमिन को कुछ ही मिनटों में पता चल जाता है। सुरक्षा एजेंसियों को प्रभावी मॉनिटरिंग की आवश्यकता है। सायबर पेट्रोलिंग बढ़ानी चाहिए। अश्लील वेबसाइट का जैसे-जैसे डोमेन व आईपी बदलता है, वैसे-वैसे उन्हें ट्रेस कर ब्लॉक करना चाहिए। उन पर कार्रवाई करनी चाहिए।