बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय का द्वितीय दीक्षांत समारोह आयोजित : मानवीय मूल्यों को तकनीकी शिक्षा में प्रधानता देने के लिए चिंतन की आवश्यकता : राज्यपाल कलराज मिश्र
द्वितीय दीक्षांत समारोह के दौरान बीआर्क,बी डिजाइन, बीटेक, एमटेक, एमबीए, एमसीए पाठ्यक्रम सहित कुल 20 स्वर्ण पदक एवं बीटेक 2529, बीटेक (ऑनर्स) 18, एमबीए 426, एमसीए 139,एमटेक 42, बीआर्क 3, बी डिजाइन 14 पाठ्यक्रम सहित कुल 3171 डिग्रियों का किया गया वितरण
बीकानेर : बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय का द्वितीय दीक्षांत समारोह सोमवार को आयोजित हुआ। समारोह के दौरान राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्र ने वर्ष 2024 बीआर्क, बी डिजाइन, बीटेक, एमटेक, एमबीए, एमसीए पाठयक्रम सहित कुल 20 स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। वहीं, बीटेक की 2 हजार 529, बीटेक (ऑनर्स) की 18, एमबीए की 426, एमसीए की 139, एमटेक की 42, बीआर्क की 3, बी-डिजाइन की 14 सहित कुल 3 हजार 171 डिग्रियां वितरित कीं।
इससे पहले उन्होंने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित किया। संविधान की प्रस्तावना और मूल कर्तव्यों का वाचन करवाया। राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि विकसित भारत की शिक्षा का दृष्टिकोण विज्ञान, प्रौद्योगिकी, भारतीय दर्शन और नवाचार प्रतीक के रूप में खड़ा है। उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि आज भी हमारे यहां वैज्ञानिक, तकनीकी और चिकित्सकीय शिक्षा अंग्रेजी में ही दी जाती है।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत भारत सरकार द्वारा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रांसलेशन एंड इंटरप्रिटेशन की पहल की गई है। इसका उद्देश्य अंग्रेजी के साथ दूसरी भाषाओं में वैज्ञानिक, तकनीकी और चिकित्सकीय शिक्षा के पाठ्यक्रमों को सुलभ करवाना है। प्रो. अम्बरीष शरण ने बताया कि विद्यार्थियों में नवाचार, रचनात्मक, कौशल-विज्ञान प्रौद्योगिकी, अभियांत्रिकी और अभिनव विचारों को विकसित करने के लिए आइडिया लैब एवं आई स्टार्ट इनक्यूबेशन की स्थापना की गई है।
समारोह के दौरान राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्र ने बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में वर्ष 2024 बीआर्क, बी डिजाइन, बीटेक, एमटेक, एमबीए, एमसीए पाठयक्रम सहित कुल 20 स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। वहीं बीटेक की 2 हजार 529, बीटेक (ऑनर्स) की 18, एमबीए की 426, एमसीए की 139, एमटेक की 42, बीआर्क की 3, बी-डिजाइन की 14 सहित कुल 3 हजार 171 डिग्रियां वितरित की। इससे पहले उन्होंने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित किया। संविधान की प्रस्तावना और मूल कर्तव्यों का वाचन करवाया।
इस दौरान पशु विज्ञान एवं पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सतीश कुमार गर्ग, स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अरुण कुमार, महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित, संभागीय आयुक्त वंदना सिंघवी, जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि, पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम सहित विश्वविद्यालय के प्रबंध मंडल और विद्या परिषद सदस्य, विश्वविद्यालय स्टाफ, विद्यार्थी, अभिभावक और आमजन मौजूद रहे। इससे पहले विश्वविद्यालय परिसर पहुंचने पर राज्यपाल का गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मान किया गया। राज्यपाल ने स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित की। दीक्षांत समारोह की शुरुआत दीक्षांत परेड से हुई। इसके पश्चात विश्वविद्यालय का कुलगीत प्रस्तुत किया गया। कुलसचिव रामकिशोर मीणा ने आभार जताया।