खेतड़ी के उप जिला अस्पताल में मरीजो के स्वास्थ्य के साथ हो रहा है खिलवाड़, कफ सिरप में फंगल जमा होने के बावजूद भी बांट दी मरीजों को
स्वास्थ्य विभाग की बेहतर व्यवस्था के दावे हुए फेल

जनमानस शेखावाटी ब्यूरो चीफ : आज़ाद अहमद खान
खेतडी : खेतड़ी के राजकीय उप जिला अस्पताल में मरीजों के स्वास्थ्य को लेकर खिलवाड़ होने की मामला सामने आया है। अस्पताल में कफ सिरप में फंगल जमा होने के बावजूद भी मरीज को बांट दी गई। इसके अलावा अस्पताल में पर्याप्त दवाइयां उपलब्ध नहीं होने के कारण अस्पताल में आने वाले मरीजों को बाहर से दवाइयां खरीद कर लानी पड़ रही हैं। चिकित्सा विभाग की ओर से मौसमी बीमारियों को लेकर बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने का दावा किया जा रहा है, लेकिन जमीनी सतर पर देखा जाए तो राजकीय उप जिला अस्पताल में चिकित्सा विभाग के दावे फेल होते नजर आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार खेतड़ी उप जिला अस्पताल में सप्लाई में आने वाली कफ सिरप खत्म हो जाने पर अस्पताल प्रबंधन की ओर से अपने स्तर पर कफ सिरप खरीदी गई थी। इस दौरान कफ सिरप खरीदने के बाद मरीजो को नहीं दी गई। जब गुरुवार को कफ सिरप बाहर से खरीदने पर कुछ लोगों ने विरोध जताया तो अस्पताल प्रभारी ने आनन खनन में स्टोर से निकलवा कर कफ सिरप मरीजों को बांटने के निर्देश दिए। इसके बाद जो कफ सिरप मरीज को बांटी गई, उसमें फंगस जमा हुआ था। इस दौरान करीब 50 मरीजों को फंगस जमी हुई कफ सिरप वितरित कर दी गई।
एक तरफ चिकित्सा विभाग की ओर से मौसमी बीमारियों व हिटवेव को देखते हुए अलग से वार्ड व बेहतर व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए जा रहे हैं, लेकिन राजकीय उप जिला अस्पताल में प्रबंधन की लापरवाही के चलते मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जब अस्पताल में आने वाले मरीज को दवाइयां लेने के लिए दवाई कक्ष में जाना होता है तो पर्ची पर अधिकांश दवाइयां में अनुपलब्ध की मोहर लगा दी जाती है। इसके बाद मरीज को बाहर से दवाइयां खरीद कर अपना उपचार करवाना पड़ रहा है।
वर्तमान समय में मौसमी बीमारियों के चलते उल्टी, दस्त के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इसके बावजूद भी अस्पताल में दस्त के उपचार के लिए काम आने वाली ग्लूकोज की बोतल भी मरीज को मुहैया नहीं करवाई जा रही है जो बीमार मरीज को अपने इलाज के लिए बाहर से खरीद कर लानी पड़ रही है। जब कफ सिरप मे फंगस होने की बात उजागर हुई तो अस्पताल प्रभारी की ओर से मामले को दबाने का प्रयास किया गया तथा फंगस लगी कफ सिरप को दवाई कक्ष से हटाकर वापस स्टोर रूम मे भिजवा दिया।
अस्पताल में दवाईयां खत्म होने पर लोकल स्तर पर की जाती है खरीद
अस्पताल में महत्वपूर्ण दवाई खत्म होने पर सरकार की और से लोकल स्तर पर खरीद करने के निर्देश दे रखे हैं। अस्पताल प्रबंधन की ओर से घटिया की किस्म की कफ सिरप खरीदी गई, जिनमें फंगस जमी हुई थी। खरीद करने के बाद अस्पताल प्रबंधन की ओर से कफ सिरप की किसी प्रकार की कोई जांच नहीं की गई तथा मौसमी भी बीमारियों के चलते बीमार होने वाले मरीजों को फंगस लगी हुई कफ सिरप ही वितरित कर दी गई। ऐसे में जिला अस्पताल की ओर से की गई कफ सिरप की खरीद पर सवालिया निशान भी लग रहा है।
इनका कहना है
कफ सिरप टैंडर प्रक्रिया के अनुसार खरीद की गई थी, फंगस होने की मेरे को जानकारी नहीं है। ~~डॉ अक्षय कुमार शर्मा, पीएमओ उप जिला अस्पताल खेतड़ी
खेतडी उप जिला अस्पताल में फंगस की कफ सिरप वितरण कर देने की जानकारी आपके माध्यम से मिली है। इसकी जांच करवाई जाएगी तथा जो भी लापरवाही सामने आई तो प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। ~~डॉ विनय गहलोत, सीएमएचओ नीमकाथाना