सरदारशहर में महिलाओं ने की गणगौर की पूजा:सजी-धजी गणगौर को सिर पर धारण कर लोकगीत गाते हुए घर पहुंची, शाम को होगा विसर्जन
सरदारशहर में महिलाओं ने की गणगौर की पूजा:सजी-धजी गणगौर को सिर पर धारण कर लोकगीत गाते हुए घर पहुंची, शाम को होगा विसर्जन

सरदारशहर : सरदारशहर में होली के दूसरे दिन शुरू हुआ गणगौर का पर्व गुरुवार शाम को गणगौर विसर्जन के साथ समापन हो जाएगा। गणगौर महोत्सव के आखिरी दिन गुरुवार को सुबह नवविवाहित महिलाएं अपनी सहेलियों के साथ मिलकर मोहल्ले में स्थित बाड़ी में पहुंची और वहां पर गणगौर बनाई गई। उसके बाद सजी-धजी गणगौर को अपने सिर पर लेकर मोहल्ले से होती हुई अपने घर पहुंची। जहां पर गणगौर का पूजन किया गया।
इस अवसर पर वार्ड 15 और 16 में गणगौर पूजन कर रही मोनिका जांगिड़, गायत्री जोशी, नेहा जांगिड़ मोहल्ले में स्थित बाड़ी में पहुंची और वहां पर गणगौर बनाई। बाद में गणगौर को सिर पर धारण कर लोकगीत गाती हुई अपने घरों में पहुंची। जहां पर गणगौर का पूजन किया गया।
नवविवाहिता मोनिका जांगिड़ ने बताया कि गणगौर पर्व का नवविवाहिताओं के लिए एक अलग ही महत्व है। शादी के बाद नवविवाहिताएं पहली गणगौर पर अपने पीहर में आकर अपनी सहेलियों के साथ गणगौर की पूजा करती है। नवविवाहिताएं अपने सुहाग की लंबी उम्र और कन्याएं अच्छा वर पाने के लिए गणगौर माता की पूजा करती है। गणगौर और ईसर की पूजा शिव पार्वती के रूप में की जाती है। होली के दूसरे दिन होलिका दहन की मिट्टी से पिंड बनाकर शीतलाष्टमी तक सुबह पिंड की पूजा की जाती है।
शीतला अष्टमी के दिन कुम्हार के घर जाकर मिट्टी लाकर मिट्टी से गणगौर और ईसर बनाए जाते है, फिर दोनों समय गणगौर की पूजा की जाती है। शाम के समय में घर-घर जाकर गणगौर माता की बिंदोरी निकाली जाती है। इस दौरान शादी की तरह हल्दी मेहंदी की रस्में भी निभाई जाती है। उन्होंने बताया कि आज गुरुवार को गणगौर बनाई गई है और दिनभर गणगौर की पूजा के बाद शाम को बड़े दुख के साथ गणगौर का विसर्जन किया जाएगा।
इस अवसर पर मोनिका जांगिड़, गायत्री जोशी, आरजू राव, मोनिका राव, मीनू सोनी, सुनीता जाट, कौशल्या जांगिड़, खुशबू सोनी, दीपिका प्रजापत, भूमिका राव, दीपिका भार्गव, पूनम राव, दीपिका जांगिड़, पूनम राजपूत, खुशबू प्रजापत, मंजू सोनी, शकुंतला भार्गव, प्रतिमा जोशी मौजूद रही।