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‘अब तक कितनों के फर्जी पासपोर्ट बनवाए, याद नहीं’:लॉरेंस गैंग के बदमाशों के पासपोर्ट बनवाने वाले खुलासा, पुलिस फोटो से करा रही पहचान


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‘अब तक कितनों के फर्जी पासपोर्ट बनवाए, याद नहीं’:लॉरेंस गैंग के बदमाशों के पासपोर्ट बनवाने वाले खुलासा, पुलिस फोटो से करा रही पहचान

'अब तक कितनों के फर्जी पासपोर्ट बनवाए, याद नहीं':लॉरेंस गैंग के बदमाशों के पासपोर्ट बनवाने वाले खुलासा, पुलिस फोटो से करा रही पहचान

जयपुर : नेपाल बॉर्डर से पकड़े गए राहुल सरकार ने लॉरेंस गैंग के सदस्यों सहित कितनों के पासपोर्ट बनवाए, उसे खुद को भी याद नहीं। पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि वह फर्जी पासपोर्ट के लिए एक से दो लाख रुपए लेता था। अब पुलिस विदेश भाग चुके गैंगस्टर्स की फोटो दिखाकर पहचान करवा रही है।

उत्तराखंड के रहने वाले राहुल ने 2015 में दिल्ली स्थित संगम विहार में एजेंट बनकर ऑफिस खोला था। कुछ समय बाद ही आरोपी ने एक युवती और उसके मां-पिता का फर्जी पासपोर्ट बनवाया था। युवती दुबई पहुंची तो लॉरेंस गैंग के एक व्यक्ति के संपर्क में आई। युवती ने उसे राहुल के बारे में बताया। राहुल ने फरवरी 2022 में 1-1 लाख रुपए में अंकित जाखड़ और सुनील यादव के पासपोर्ट बनवाए। उसके बाद मार्च में लॉरेंस के भांजे सचिन थापण का पासपोर्ट डेढ़ लाख रुपए में बनवाया। फिर जून 2022 में 2 लाख रुपए में रोहित गोदारा का बनवाया गया।

दिल्ली के आईटीओ व संगम विहार ऑफिस में बनवाता था पासपोर्ट
आरोपी राहुल से पूछताछ में सामने आया कि वो सबसे पहले पासपोर्ट बनवाने वाले व्यक्ति की फोटो लगाकर फर्जी दस्तावेज तैयार करवाता था। उसके बाद उन दस्तावेजों के जरिए तत्काल सेवा में पासपोर्ट अप्लाई करता था। फिर नंबर आने पर कैंडिडेट को लेकर पासपोर्ट ऑफिस पहुंचा जाता, जहां पर फिजिकल वेरिफिकेशन करवाने के बाद एप्लीकेशन को ऑनलाइन ट्रैक करता रहता था। पासपोर्ट बनकर जैसे ही डाकघर पहुंचता तो राहुल सरकार खुद डाकघर जाकर उसे ले आता था।

तत्काल सेवा में पुलिस वेरिफिकेशन की खामियों का फायदा उठाता
-तत्काल सेवा में अप्लाई के दौरान अगर पुलिस वेरिफिकेशन 7 दिन में पूरा नहीं होता तो पासपोर्ट कार्यालय से उसे ऑटो वेरिफाई कर दिया जाता है। इसके बाद पासपोर्ट भी जारी हो जाता है। इसी का फायदा राहुल उठाता आ रहा था और फर्जी पासपोर्ट बनवा रहा था।
-अब पुलिस इस प्रक्रिया में जुड़े पुलिसकर्मी, डाकघर के कर्मचारी व पासपोर्ट सेवा से जुड़े कर्मचारियों की भूमिका के संबंध में पूछताछ कर तस्दीक कर रही है। आरोपी राहुल ने दिल्ली के संगम विहार और आईटीओ दिल्ली पासपोर्ट कार्यालय से ही पासपोर्ट बनवाए हैं।
-आरोपी राहुल को बीकानेर पुलिस ने 10 दिन के लिए रिमांड पर ले रखा है। उससे की जा रही पूछताछ की मॉनिटरिंग पुलिस मुख्यालय से एडीजी दिनेश एमएन कर रहे हैं। इनपुट के आधार पर अलग-अलग टीमें अन्य राज्यों में छापेमारी कर रही हैं।

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