जयपुर में कांग्रेस का नए चेहरे पर दांव:मुस्लिम और ब्राह्मण समाज के मजबूत वोट बैंक से जीत की उम्मीद
जयपुर में कांग्रेस का नए चेहरे पर दांव:मुस्लिम और ब्राह्मण समाज के मजबूत वोट बैंक से जीत की उम्मीद

जयपुर : जयपुर शहर लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने फिर से नए चेहरे पर विश्वास जताया है। कांग्रेस ने सभी नेताओं को नजरअंदाज कर सुनील शर्मा को टिकट दिया है। वे एजुकेशन इंडस्ट्रीज से जुड़े हैं। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने ज्योति खंडेलवाल को टिकट दिया था लेकिन अब वे भाजपा में आ चुकी हैं। कांग्रेस प्रत्याशी सुनील विधानसभा चुनाव में भी हवामहल से टिकट चाह रहे थे, लेकिन कांग्रेस ने जिला अध्यक्ष आरआर तिवारी को प्रत्याशी बनाया। इस बार भी तिवारी को ही टिकट दिए जाने की अटकलें थी, क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चाहते थे कि तिवारी चुनाव लड़ें, लेकिन विधायक रफीक खान, अमीन कागजी ने प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा से सुनील शर्मा के लिए लॉबिंग की।
आलाकमान को विश्वास दिलाया कि कांग्रेस का परंपरागत वोट मुस्लिम और ब्राह्मण समाज के मजबूत वोट बैंक का कॉम्बिनेशन इस सीट पर जीत दर्ज कर सकता है, जबकि पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और महेश जोशी तटस्थ रहे, क्योंकि ये दोनों भी टिकट चाहते थे। खास बात यह है कि आरआर तिवाड़ी और सुनील शर्मा करीबी रिश्तेदार हैं। सुनील के भाई सुरेश शर्मा कांग्रेस के टिकट पर जयपुर ग्रामीण विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़े थे, लेकिन जीत नहीं पाए। हालांकि, वे लंबे समय तक जयपुर जिलाध्यक्ष रहे।
चेहरे पर सहमति नहीं बन पा रही, इसलिए अटकी जयपुर ग्रामीण की टिकट
जयपुर ग्रामीण टिकट पर आम सहमति नहीं बन पाई है। टिकट मांग रहे पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अनिल चोपड़ा सचिन पायलट गुट के बताए जाते हैं। इनके नाम पर प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने वीटो लगा दिया। डोटासरा यहां से विद्याधर चौधरी को टिकट दिलाना चाहते हैं। चौधरी के खिलाफ पायलट सहमति नहीं जता रहे। ऐसे में दो युवा चेहरे राजेश चौधरी और मनीष यादव चर्चा में आ गए हैं। हालांकि, मनीष यादव शाहपुरा से मौजूदा विधायक हैं। बहरहाल, जयपुर ग्रामीण को लेकर अंतिम फैसला आलाकमान ही लेगा।
पिछले 3 दशक से शिक्षा क्षेत्र में सक्रिय हैं सुनील, जयपुर के हैं मूल निवासी
सुनील शर्मा सुरेश ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी के को-फाउंडर एवं संस्थापक अध्यक्ष हैं। पिछले तीन दशकों से शिक्षा के क्षेत्र में सक्रिय शर्मा ने अनेक शैक्षणिक संस्थाओं की स्थापना की है। सुनील शर्मा पूर्व में बीएचयू के बोर्ड मेम्बर सहित अनेक संस्थाओं में बड़े पद पर रह चुके हैं। राजस्थान यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन व एलएलबी के दौरान शर्मा छात्र राजनीति में सक्रिय थे। साल 1966 में जन्मे सुनील शर्मा जयपुर के मूल निवासी हैं।