नीट 2024 को लेकर आया यह बडा अपडेट, इतने हो चुके आवेदन
वर्ष 2014 में नीट के आवेदकों की संख्या करीब 5,79,707 थी। मेडिकल प्रवेश परीक्षा राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी-यूजी-2024) के लिए पंजीकरण का आखिरी तारीख नौ मार्च थी, लेकिन कई जगह नेट व अन्य समस्या के कारण आवेदन नहीं हो सके थे। इसके चलते नेशनल टेस्टिंग एजेंजी ने अब आवेदन की तारीख सौलह मार्च तक बढा दी है।

झुंझुनूं : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट यूजी के पंजीयन की तारीख बढ़ाकर सौलह मार्च कर दी है। इसी के साथ इस बार आवेदकों की संख्या 26 लाख तक पहुंचने की संभावना है। अब तक पच्चीस लाख आवेदन हो चुके हैं। यह आंकड़ा अब तक का सर्वाधिक है। पिछले दस साल में आवेदक लगभग पांच गुणा बढ़ गए हैं। वर्ष 2014 में नीट के आवेदकों की संख्या करीब 5,79,707 थी। मेडिकल प्रवेश परीक्षा राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी-यूजी-2024) के लिए पंजीकरण का आखिरी तारीख नौ मार्च थी, लेकिन कई जगह नेट व अन्य समस्या के कारण आवेदन नहीं हो सके थे। इसके चलते नेशनल टेस्टिंग एजेंजी ने अब आवेदन की तारीख सौलह मार्च तक बढा दी है।
2015- 3,74,386
2016- 8,02,5942017-11,38,890
2018- 13,26,7252019-15,19,375
2020-15,97,4352021-16,14,777
2022- 18,72,3432023-20,87,462
बेटियों की संख्या ज्यादा
नीट के आवेदकों में बेटों से ज्यादा संख्या बेटियों की है। अब तक 25 लाख में से तेरह लाख से ज्यादा आवेदन बेटियों के है। लगभग 55 प्रतिशत आवेदन बेटियों ने किए हैं। यह परीक्षा 1.09 लाख एमबीबीएस, डेंटल के साथ-साथ यूनानी, होम्योपैथी, पशु चिकित्सा, आयुर्वेद और नर्सिंग सीटों सहित लगभग 2 लाख सीटों के लिए आयोजित की जाती है।
परीक्षा: 5 मईपरिणाम: 14 जून
एक्सपर्ट व्यू
आवेदन बढ़ने का बड़ा कारण रिपीटर्स की संख्या, बायो के प्रति क्रेज व फे्रशर्स की संख्या ज्यादा होना है। वहीं बेटियों की संख्या ज्यादा होने का कारण यह है कि इंजीनियरिंग में जहां कॉपोZरेट कल्चर होता है, ड्यूटी बाहर रहने की संभावना ज्यादा रहती है, जबकि डॉक्टर का कल्चर सामाजिक है। ड्यूटी का स्थान भी घर के नजदीक रहती है। इसलिए बेटियों का रूझान मेडिकल की तरफ बढ़ रहा है।