[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

मानोता जाटान में समाजसेवी स्व.अशोक जांगिड़ की तीसरी पुण्यतिथि पर रक्तदान शिविर एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
खेतड़ीझुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

मानोता जाटान में समाजसेवी स्व.अशोक जांगिड़ की तीसरी पुण्यतिथि पर रक्तदान शिविर एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन

रक्तदान शिविर में युवाओं ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा और 67 यूनिट रक्त संग्रहण किया गया

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : विजेन्द्र शर्मा

खेतड़ी : मानोता जाटान में हनुमान मंदिर के पास सार्वजनिक धर्मशाला में शनिवार को समाजसेवी स्वर्गीय अशोक कुमार जांगिड़ की तृतीय पुण्यतिथि के उपलक्ष में श्रद्धांजलि सभा एवं पर्णहरित फाउंडेशन के सौजन्य से स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।कार्यक्रम सयोंजक महेन्द्र जांगिड़ एव अविनाश जांगिड़ ने बताया कि रक्तदान शिविर में भगवान दास खेतान हॉस्पिटल झुंझुनूं के डॉक्टर राहुल सोनी की देखरेख में उनकी टीम द्वारा 67 यूनिट रक्त संग्रहण किया गया, रक्तदान शिविर में युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया एव जोश के साथ रक्तदान किया।कार्यक्रम के प्रारंभ में समाजसेवी अशोक जांगिड़ के चित्र के आगे दीप प्रज्वलित एवं पुष्प अर्पित कर ग्रामीणों एव परिजनों ने श्रद्धांजलि दी और शिविर का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर अरविंद जांगिड़ और सुनील सिधड़ ने रक्तदान के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि रक्तदान से बढ़कर कोई दान नहीं होता। रक्तदान महादान होता है और इससे किसी की जान बचाई जा सकती है।उन्होंने कहा कि रक्तदान करने से हमारे शरीर में कोई नुकसान नहीं होता है। रक्तदान करने से हमारे शरीर में नई रक्त कोशिकाओं का निर्माण होता है और इससे हमारे शरीर को भी लाभ होता है। इसलिए हमें रक्तदान करना चाहिए और दूसरों की जान बचाने में योगदान देना चाहिए।उन्होंने युवाओं से बढ़चढ़ कर रक्तदान करने की अपील की।इस अवसर पर सरपंच बहादुर मल मेघवाल, पूर्व सरपंच अमर सिंह झाझड़िया, अजय जांगिड़, सभाचंद्र ढाका, चंदगीराम ढाका, मनीष जांगिड़, प्रताप ढाका, मोहित जांगिड़,गुरुदयाल ढाका, राजेंद्र स्वामी, ओमप्रकाश ढाका, हरीश जांगिड़, डॉ. सुरेंद्र कुमावत, गोकुल मेघवाल, विकास ढाका, बनवारी लाल पायल, कमलेश धानिया, सज्जन ढाका, सुमेर पायल, मनीष जयलापिया सहित अनेक लोग मौजूद थे।

Related Articles