संविदा कैडर में शामिल करने की मांग:पशु मित्र बोले खुद के पैसे से सेवा दे रहे हैं, तीन महीने से कुछ नहीं मिला
संविदा कैडर में शामिल करने की मांग:पशु मित्र बोले खुद के पैसे से सेवा दे रहे हैं, तीन महीने से कुछ नहीं मिला

झुंझुनूं : मानदेय निर्धारित कर संविदा कैडर में शामिल करने की मांग को लेकर बुधवार को पशु मित्रों ने कलेक्ट्रेट पर एकत्रित होकर प्रदर्शन किया।
रितिका आशरा ने बताया कि केंद्र सरकार के द्वारा पशु सेवा के लिए 5 हजार पशु मित्रों का चयन किया गया था। केंद्र सरकार की ओर से मानदेय का प्रावधान भी किया था। परन्तु तत्कालीन गहलोत सरकार ने पशु मित्रों को किसी प्रकार का मानदेय नहीं दिया। उन्होंने बताया कि वह खुद के जेब से पैसा लगाकर गौशाला में पशुओं की सेवा कर रहे हैं। टीकाकरण, टैगिंग, कृत्रिम गर्भाधान, बीमार पशुओं देखभाल जैसी सेवाओं में लगे हुए हैं। लेकिन सरकार से अभी तक कुछ भी नही मिला है। पिछले तीन महीने से जेब से पैसे लगाकर पशुओं की देखभाल कर रहे हैं।
लेकिन सरकार की ओर से अभी तक कुछ भी नही मिला है। हमारी मांग है कि राज्य सरकार पशु मित्रों का मानदेय निर्धारित कर संविदा कैडर में शामिल करें। ताकि टीकाकरण व अन्य सुचारू रूप से चलता रहे। प्रदर्शन के बाद पशु मित्रों ने सीएम के नाम ज्ञापन देकर मानदेय निर्धारित संविदा कैडर में शामिल करने की मांग की। इस दौरान आकांक्षा, पंकज यादव, मोनिका, पलक कुमारी, कल्पना, निकिता, प्रवीण यादव, दीपक, संदीप, सुनिल कुमार, पूजा महला, प्रीति काजला समेत अन्य पशु मित्र मौजूद रहे।