नसबंदी के ऑपरेशन के चार दिन बाद महिला की मौत, कोर्ट के आदेश पर डॉक्टर पर मामला दर्ज
परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के चार दिन बाद महिला की तबीयत बिगड़ती चली गई। आपरेशन के दौरान डॉक्टरों ने बड़ी आंत काट दी जिस कारण इंफैक्शन होने से महिला की मौत हो गई।

बीकानेर : बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में एक महिला की नसबंदी के दौरान लापरवाही से बड़ी आंत काट देने का मामला सामने आया है। इस तरह का आरोप लगाते हुए महिला के परिजनों ने डॉक्टर सहित अस्पताल स्टॉफ के खिलाफ अदालत में इस्तगासा पेश किया। अदालत के आदेश पर श्रीडूंगरगढ़ थाने में मामला दर्ज किया गया है।
श्रीडूंगरगढ़ के लिखमीसर दिखणादा गांव के निवासी नौरंगदास स्वामी ने सरकारी अस्पताल में अपनी पत्नी 26 वर्षीय भगवती देवी का 29 दिसबंर 2023 को ऑपरेशन करवाया था। ऑपरेशन के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई। उसे वापस अस्पताल में दिखाया गया, जहां डॉक्टर्स ने सरकारी अस्पताल में भर्ती नहीं किया तो बीकानेर के एक प्राइवेट अस्पताल ले गए। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। एफआईआर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र श्रीडूंगरगढ़ के सर्जन डॉक्टर डीके पुरोहित और एफआरएचएस टीम के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।
एफआईआर में बताया गया है कि भगवतीदेवी को एक पुत्र और एक पुत्री है। अंतिम प्रसव करीब डेढ़ वर्ष पूर्व हुआ था। उसकी पत्नी शारीरिक रूप से स्वस्थ थी और नसबंदी ऑपरेशन से पूर्व टीम ने जांच रिपोर्ट में उसे ऑपरेशन के लिए पूरी तरह फिट पाया था। इसके बाद ऑपरेशन कर दिया। ऑपरेशन के चार दिन बाद अचानक भगवती की तबीयत ज्यादा खराब हो गई तो उसे लेकर सीएचसी श्रीडूंगरगढ़ पहुंचे।
पीड़ित ने आरोप लगाया कि यहां डॉक्टरों ने उसकी स्थिति गंभीर बताते हुए भर्ती करने से मना कर दिया। इस पर बीकानेर के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया। आरोप लगाया गया है कि नसबंदी ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों ने लापरवाही के चलते भगवती की पेट की बड़ी आंत कट गई, जिससे उसके शरीर में अत्यधिक इंफेक्शन हो गया।
आरोप है कि समय पर इलाज नहीं करने के कारण ये बीमारी जानलेवा साबित हुई। बीकानेर में भी स्थिति नहीं सुधरने पर उसे जयपुर के प्राइवेट अस्पताल ले गए, लेकिन वहां भी इलाज नहीं हो सका। इस पर 21 जनवरी को जयपुर के एसएमएस अस्पताल रेफर किया गया। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है।