Govind Singh Dotasara: ‘बीजेपी लीगल काम नहीं, बल्कि जासूसी करती है, मालवीय का अपनी मां को गद्दार कहना अशोभनीय’
राज्यसभा के लिए सोनिया गांधी के नामांकन पर भारतीय जनता पार्टी के द्वारा आपत्ति दर्ज करने पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, इनको आपत्ति दर्ज करने के लिए दिल्ली से पर्ची आई थी, सो इन्होंने कर दी।

जयपुर : राजस्थान में तीन सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव के नामांकन पत्र भरने की गुरुवार को आखिरी तिथि थी। राजस्थान से भारतीय जनता पार्टी के दो उम्मीदवार मदन राठौड़ एवं चुन्नीलाल गरासिया ने नामांकन भरा था। वहीं, कांग्रेस की तरफ से सोनिया गांधी ने अपना नामांकन पत्र पेश किया था।
भारतीय जनता पार्टी के द्वारा सोनिया गांधी के नामांकन पत्र पर आपत्ति दर्ज की गई, जिसमें यह कहा गया कि सोनिया गांधी के द्वारा अपनी इटली की प्रॉपर्टी का ब्योरा नहीं दिया गया है। इस आपत्ति के दर्ज होने के बाद इलेक्शन ऑफिसर द्वारा कांग्रेस पार्टी से जवाब मांगा गया, इसके बाद में इस आपत्ति को खारिज कर दिया गया। विधानसभा में फार्म की चेकिंग के बाद प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी गोविंद सिंह डोटासरा ने भारतीय जनता पार्टी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि इनको आदत है आपत्ति दर्ज करने की। क्योंकि इनके पास दिल्ली से पर्ची आती है, जिसके अनुसार यह काम करते हैं। सोनिया गांधी के नामांकन के विषय में भी इनके पास दिल्ली से पर्ची आई थी, इसके अनुरूप इन्होंने आपत्ति दर्ज कराई, जब इलेक्शन ऑफिसर के द्वारा हमसे जवाब मांगा गया तो हमने सोनिया गांधी की पैतृक संपत्ति जो इटली में है, उसका ब्योरा दिया है।
गोविंद सिंह डोटासरा ने आगे कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी चाहे तो हम सोनिया गांधी की पैतृक संपत्ति की फोटो भी इनको मुहैया करा देंगे। क्योंकि भारतीय जनता पार्टी का सिर्फ जासूसी करने का काम है, यह कोई भी लीगल काम नहीं करते हैं। इसलिए यह चाहे तो हम सब कुछ इनको उपलब्ध करा सकते हैं। गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि हमारे जवाब से संतुष्ट होकर इलेक्शन ऑफिसर ने आपत्ति को खारिज कर दिया है। अब राजस्थान के तीनों उम्मीदवारों के फॉर्म सही पाए गए हैं, क्योंकि राजस्थान से सिर्फ तीन ही सीट हैं और तीन ही उम्मीदवारों ने फॉर्म भरे हैं। इसलिए तीनों का राज्यसभा जाना लगभग तय है।
इस उम्र में मालवीय कहें मेरी मां गद्दार है, यह शोभनीय नहीं : गोविंद सिंह डोटासरा
महेंद्रजीत सिंह मालवीय के कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में ज्वाइन करने की अटकलें पर जवाब देते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि कोई आए या कोई जाए कोई फर्क नहीं पड़ता, वह किसी दबाव में किसी धमकी के तहत जा रहे हैं। किसलिए जा रहे हैं, यह अभी साफ नहीं। परंतु जिस पार्टी ने उन्हें विधायक बनाया, एमपी बनाया और वह सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर बने। इसके बावजूद अगर वह किसी के दबाव में किसी की धमकी के तहत अगर वह पार्टी छोड़कर जा रहे हैं तो उनके जाने का कोई फर्क कांग्रेस पर नहीं पड़ेगा। डोटासरा ने कहा कि पार्टी मन है और अगर महेंद्र जीत सिंह मालवीय इस उम्र में अपनी मां को गद्दार कह रहे हैं तो यह उनके लिए शोभनीय नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान
अशोक गहलोत ने कहा कि भाजपा के इशारे पर केन्द्रीय एजेंसियों ने कांग्रेस पार्टी के बैंक खातों को सील कर दिया है। इलेक्टोरल बॉन्ड घोटाला कर अपने बैंक खातों को भरने वाली भाजपा का डर जब कांग्रेस के नेताओं को तोड़कर भी खत्म नहीं हुआ तो कांग्रेस पार्टी की गतिविधियों को रोकने के लिए ऐसा तुच्छ कदम उठाया।
कांग्रेस पार्टी भाजपा की तरह सिर्फ धनबल से नहीं चलती है। ये बैंक खाते तो न्यायिक प्रक्रिया से रिकवर हो ही जाएंगे परन्तु भाजपा का अलोकतांत्रिक चेहरा और पूरे देश में एक ही पार्टी का शासन रखने की फासीवादी सोच अब पूरी तरह उजागर होती जा रही है। देश की जनता को समझना चाहिए, जब भाजपा की गलत नीतियों का विरोध करने पर सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के साथ इस तरह की गैर-कानूनी गतिविधियां की जा सकती हैं तो ये तानाशाही सोच वाली सरकार आम लोगों के साथ तो किस प्रकार का व्यवहार कर सकती है।