चूरू : जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी ने सोमवार को जिला कलक्टे्रट सभागार में बिजली, पानी सहित आवश्यक सेवाओं, सम्पर्क पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों के निस्तारण व 20 सूत्री कार्यक्रम की समीक्षा बैठक में आवश्यक निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने कहा कि अधिकारी शिक्षा, चिकित्सा सहित आवश्यक सेवाओं के साथ शहर के सौंदर्यकरण पर ध्यान दें। सेवाओं व विभागीय योजनाओं की क्रियान्विति के लिए प्लान निर्धारित कर प्रोजेक्ट रूप में कार्य करें। सभी अधिकारी अपने विभागों के परफॉर्मेंस इंडीकेटर निर्धारित करते हुए टारगेट बनाकर पूरा करें। साथ ही गतिविधियों का कम्प्लीट एनालिसिस करें।
उन्होंने कहा कि जिले के भामाशाह विकास कार्यों व सार्वजनिक हित के कार्यों में रूचि से सहयोग करते हैं। अधिकारी भामाशाहों को टच करते हुए विभिन्न सेवाओं के उत्थान के लिए भामाशाहों से उचित सहयोग प्राप्त करें।
सम्पर्क पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों के बारे में विस्तृत चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अधिकारी नियमित रूप से सम्पर्क पोर्टल पर लॉगिन करें और शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए यथाशीघ्र निस्तारण करें। बिजली, पानी व स्वास्थ्य सेवाओं सहित आवश्यक सेवाओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि आमजन को पेयजल व बिजली आपूर्रि्त संबंधी कोई शिकायत न रहे। संसाधनों के अधिकतम उपयोग से प्रयास करें कि सभी व्यवस्थाएं बेहतरीन हों। इसी के साथ आमजन के कनेक्शन, कनेक्शन के लिए जरूरी सामग्री की उपलब्धता को भी सुनिश्चित करें ताकि कनेक्शन लेने वालों को अधिक परेशानी न हो।
सत्यानी ने कहा कि अधिकारी संवेदनशीलता व त्वरितता के साथ शिकायतों का निस्तारण करें तथा सुनिश्चित करें कि सम्पर्क पोर्टल सहित किसी भी प्रकार से प्राप्त शिकायतोें का समयबद्ध तरीके से निस्तारण हो। अधिकारी जनसुनवाई के दौरान आमजन से प्राप्त होने वाली शिकायतों के निस्तारण के लिए समयसीमा निर्धारित करते हुए समयबद्ध कार्यवाही करें और फरियादियों को संतुष्ट करें। उन्होंने कहा कि प्रशासन आमजन की सुविधाओं के प्रति बहुत ही संवेदनशील है। इसलिए सभी अधिकारी प्राप्त शिकायतों का निस्तारण करें कि आमजन का संतुष्टि स्तर बेहतर हो।
इस अवसर पर उन्होंने जारी किए गए जॉब कार्ड की संख्या, पैदा किए गए रोजगार, खाद्य सुरक्षा में अनाज आवंटन, शुद्ध पेयजल, प्रधानमंत्री आवास योजना, संस्थागत प्रसव सहित 20 सूत्री कार्यक्रम के विभिन्न सूत्रों की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी विभागीय योजनाओं में दिए गए लक्ष्यों को पूरा करें और रैंकिंग में आवश्यक सुधार करें।
इस अवसर पर एडीएम उत्तम सिंह शेखावत ने कहा कि सभी अधिकारी अपने विभाग की योजनाओं के बारे में ब्रीफ नोट बनाएं और उनकी क्रियान्विति की रूपरेखा निर्धारित करते हुए काम करें। कोशिश करें कि वंचित वर्ग तक योजनाओं का अधिकतम लाभ पहुंचे।
सीईओ पीआर मीणा ने कहा कि शिकायतों के निस्तारण के लिए समय सीमा का ध्यान रखें। अधिकारी अपने कार्यों में गंभीरता बरतें व दिशा-निर्देशों का समुचित पालन करें।
मुख्य आयोजना अधिकारी व महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक संजय महला ने 20 सूत्री कार्यक्रम की समीक्षा रिपोर्ट प्रस्तुत की।
इसी के साथ जिला कलक्टर ने सांख्यिकी विभाग की ओर से सिविल रजिस्टेशन सिस्टम के लिए जन्म- मृत्यु एवं विवाह पंजीयन के लिए आयोजित कार्यशाला में निर्देश दिए। सांख्यिकी विभाग की सहायक निदेशक पूजा मीणा ने कार्मिकों को प्रशिक्षण व आवश्यक जानकारी दी।
इस दौरान पीएचईडी एसई रमेश कुमार राठी, सानिवि एसई शिशपाल सिंह, एसीएमएचओ डॉ अहसान गौरी, डीपीएम दुर्गा ढाका, एपीआरओ मनीष कुमार, पीएचईडी एसई प्रोजेक्ट शरद माथुर, उद्योग विभाग की सहायक निदेशक उजाला भाम्भू, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मुकेश धनखड़, डीएसओ सुरेन्द्र महला, एक्सईएन पूर्णिमा यादव, डीईओ माध्यमिक गोविंद सिंह राठौड़, सीडीईओ जगबीर सिंह यादव, रोजगार विभाग की सहायक निदेशक वर्षा जानू, सीडीपीओ सीमा गहलोत, सहायक विकास अधिकारी गिरधारी लाल दहिया, सहायक प्रशासनिक अधिकारी रामनिवास भुंवाल सहित अन्य उपस्थित रहे।