रामगढ़ (अलवर) : मैरिज एनिवर्सरी मनाने घर आए सेना के जवान को लोक परिवहन की बस ने कुचल दिया। इस हादसे में बाइक सवार फौजी के साथ उसके बुआ के लड़के की भी मौत हो गई। फुफेरे भाई के साथ आर्मी का जवान अपनी बहन से मिलकर लौट रहा था। मामला अलवर के रामगढ़ का है।
मौके से फरार बस लेकर फरार हुआ ड्राइवर
बगड़ तिराहा थानाधिकारी बृजेश कुमार ने बताया- हादसा बगड़ तिराहा थाना इलाके के बांबोली मोड़ पर शनिवार शाम 7 बजे हुआ। अलवर शहर के तिजारा फाटक भगवानपुर कॉलोनी निवासी राजेंद्र कुमार ने बताया- मेरा भाई नरेश कुमार योगी (23) पुत्र रामस्वरूप और बुआ का लड़का किशन लाल (30) पुत्र सिम्भुराम को लोक परिवहन की बस ने कुचल दिया। दोनों शनिवार की सुबह करीब 10 बजे बहन सुशीला से मिलने के लिए लक्ष्मणगढ़ गए थे। शाम 6 बजे लक्ष्मणगढ़ से वे वापस लौट रहे थे। बांबोली स्टैंड के पास तेज गति से आ रही लोक परिवहन बस ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे के बाद ड्राइवर बस को लेकर मौके से फरार हो गया।
4 साल पहले भर्ती हुआ था आर्मी में
हादसे के बाद नरेश और किशनलाल सड़क पर गिर गए। मौके पर जमा हुई भीड़ ने पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। एंबुलेंस से दोनों को अलवर के हॉस्पिटल ले गए। वहां किशनलाल को मृत घोषित कर दिया गया। नरेश को परिवार वाले अलवर के प्राइवेट हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। यहां पर डॉक्टर ने उसको भी मृत घोषित कर दिया। नरेश (मृतक) के भाई राजेंद्र ने बताया कि 4 साल पहले नरेश आर्मी में भर्ती हुआ था। वह सेना में हेड कॉन्स्टेबल था। उसकी पोस्टिंग सिलीगुड़ी (पश्चिम बंगाल) में थी।
एक साल पहले हुई थी शादी
राजेंद्र ने बताया- 1 साल पहले ही नरेश की शादी सपना के साथ हुई थी। 6 फरवरी को शादी की पहली सालगिरह थी। शादी की सालगिरह मनाने के लिए एक सप्ताह पहले ही गांव आए थे। रविवार को उसे वापस जाना था। इसी बीच हादसा हो गया। नरेश के अभी बच्चा नहीं है। रविवार को उनका अंतिम संस्कार 19 जाट बटालियन की ओर से सैन्य सम्मान के साथ किया गया। किशन लाल अलवर के एमआईए उद्योग नगर स्थित हरि ओम कंपनी में काम करता था। किशन लाल के पिता की मौत हो चुकी है। वे तीन भाई हैं। किशन लाल के दो बच्चे हैं। मेरा और किशनलाल का घर पास में ही है। एएसआई श्यामलाल मीणा ने बताया कि पोस्टमाॅर्टम के बाद दोनों शवों को परिजनों को सौंप दिया गया। नरेश के बड़े भाई राजेंद्र कुमार ने थाने में रिपोर्ट दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।