राशन डीलरों को ई- तराजू से लैस करने की तैयारी:पोस मशीन से लिंक होगी, तोल में नहीं सकेंगे छेडछाड़
राशन डीलरों को ई- तराजू से लैस करने की तैयारी:पोस मशीन से लिंक होगी, तोल में नहीं सकेंगे छेडछाड़

झुंझुनूं : प्रदेश सरकार अब राशन डीलरों को ई-तराजू से लैस करने की तैयारी में है। जिले के सभी डीलरों को मार्च माह में ये तराजू उपलब्ध करवाए जा सकते है। ये तराजू राशन डीलर के पास उपलब्ध ई पॉश मशीन लिंक होंगे।
कोई भी डीलर राशन में कटौती नहीं कर सकेगा। इससे काम में पारदर्शिता आएगी। राशन डीलर में तौल में छेड़छाड नही कर सकेंगे। राशन की काला बाजारी रूकेगी।
छेडछाड करते ही पकड़ में आएगा
ई तराजू को पॉश मशीन से लिंक किया जाएगा। अंगूठा लगते ही कार्ड की यूनिट स्कैन होगी। एक कार्ड की तौल पूरी होने के बाद ही दूसरा कार्ड सक्रिय हो सकेगा। यदि डीलर इसकी तकनीक से छेड़छाड़ करेंगे तो वह पकड़ में आ जाएगा। दरअसल लगातार शिकायतें सामने आ रही थी कि राशन वितरण में प्रत्येक डीलर की ओर से घटतौली की जा रही है।
इसकी शिकायत भी की जाती हैं। लेकिन कार्रवाई होने के बाद वापस खेल शुरू हो जाता है। इलेक्ट्रानिक तराजू की रीडिंग को भी कई डीलर की ओर से फिक्स करा दिया गया है। जिससे डिस्प्ले में तौल पूरा दिखाता है लेकिन वह एक डेढ़ किलो कम ही होता है। ये खेल नही चल पाएगा। सभी डीलर वितरकों को ई-तराजू खरीदना होगा।
पंजीकृत हांगे
तराजू के सीरियल नंबर विधिक माप विज्ञान विभाग की ओर से पंजीकृत किए जाएंगे। इसमें लगने वाले सेंसर तकनीक से चलने वाले ये तराजू डीलर के पास उपलब्ध ई-पास मशीन से इंटरनेट के माध्यम से जुड़ेंगे। ई-पास मशीन पर उपभोक्ता का अंगूठा स्कैन होते ही ई-तराजू सक्रिय हो जाएगा। कार्ड में जितनी यूनिट होंगी, उतना राशन स्वतः ही तौल लिया जाएगा। जब तक एक उपभोक्ता की प्रक्रिया पूर्ण नहीं होगी। तब तक दूसरा कार्ड सक्रिय नहीं किया जा सकेगा। यदि छेड़छाड की तो मशीन रूक जाएगी। जिसे फिर से नए सिरे से चालू करना होगा।
जिले में राशन कार्ड धारकों की स्थिति
जिले में 9 लाख 76 हजार 319 कुल कार्डधारक
3 लाख 17 हजार 20 कुल एनएफएसए कार्डधारक
6 लाख 59 हजार 299 नॉन एनएफएसए कार्ड धारक
13 लाख 26 हजार 270 कुल यूनिट का बांट रहा राशन
728 डीलर के माध्यम से वितरण होता राशन