डूंगरपुर जिले की 10 ग्राम पंचायत को राजस्थान राज्य में मॉडल पंचायत के रूप में विकसित करेंगे : केके गुप्ता
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) समन्वयक केके गुप्ता ने जिले की 10 ग्राम पंचायत का किया चयन, सभी विकास अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश, स्वच्छ भारत मिशन कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चन्द्रकान्त बंका
डूंगरपुर : नगर परिषद डूंगरपुर के पूर्व सभापति और ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के तहत स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के लिए नियुक्त समन्वयक के के गुप्ता द्वारा डूंगरपुर जिला कलेक्टर के साथ विभाग के समस्त अधिकारियों की बैठक लिए जाने के पश्चात अब डूंगरपुर जिले से 10 ग्राम पंचायत का चयन किया है। इन ग्राम पंचायत को राजस्थान राज्य में मॉडल पंचायत के रूप में विकसित किया जाएगा और स्वच्छ भारत मिशन के तहत यहां सभी कार्य संपादित किए जाएंगे।
गुप्ता ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और राज्य के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा का स्वच्छ भारत मिशन के प्रति एक विजन है और इसको साकार करना राजस्थान प्रदेश सहित डूंगरपुर जिले के समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों का दायित्व है। दोनों ही सरकार इस विषय पर बहुत गंभीरता के साथ कार्य कर रही हैं जिसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही और कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के कार्यों की देश की स्थिति प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और राजस्थान के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा द्वारा स्वयं सघन निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता का विषय प्रत्येक जनमानस के साथ जुड़ा हुआ है और हमारे प्रदेश का प्रत्येक गांव स्वच्छ और सुंदर रहेगा तो वहां निवास करने वाले लोग भी स्वस्थ रहेंगे इसके साथ ही एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण के साथ हमारे ग्रामीण अंचल भी सुदृढ़ होंगे जिससे वहां की आर्थिक व्यवस्था भी मजबूत बनेगी और हमारे गांव क्षेत्र भी विकसित श्रेणी में आ सकेंगे। स्वच्छता पर्यावरण के साथ भी जुड़ी हुई है इसलिए स्वच्छता अभियान में पर्यावरण और वातावरण का भी विशेष ध्यान रखते हुए बड़े स्तर पर वृक्षारोपण किया जाना चाहिए।
गुप्ता ने बताया कि पंचायत समिति आसपुर से ग्राम पंचायत रायकी, बिछीवाड़ा से ओडा बड़ा, चिखली से बावड़ी, दोवड़ा से नरणनीया, डूंगरपुर से बिलडी, गलियाकोट से दीवडा बड़ा, झोंथरी से पाडली गुजरेश्वर, साबला से पिंडावल, सागवाड़ा से कराडा और सीमलवाड़ा से धंबोला को मॉडल पंचायत के रूप में चयनित किया गया है।
उन्होंने बताया कि उक्त चयनित ग्राम पंचायत में आरआरसी (रिसोर्स रिकवरी सेंटर) प्लांट, गीला और सूखा कचरा नियत समय पर अलग-अलग करके एकत्र करना, कंपोस्ट पीट बनाना, कचरे का सेग्रीगेशन करना, ग्रेव वॉटर ट्रीटमेंट, तालाब के अंदर गंदे पानी के जाने पर रोकथाम, पंचायत में बाग बगीचे और ओपन जिम तथा झूले लगाए जाना, सामुदायिक शौचालय का निर्माण, ब्लैक वाटर का ट्रीटमेंट, प्लास्टिक घर बनाना, बायोगैस प्लांट, सार्वजनिक दीवारों पर पेंटिंग, नारा लेखन आदि करना, पंचायत के प्रवेश पर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री और मंत्रीजी का फोटो सहित होर्डिंग लगाना, कचरा यार्ड की नियमित रूप से सफाई और लिगेसी वेस्ट का निस्तारण करना, पुरानी टूटी हुई सड़क और नाली की मरम्मत करने सहित गांव में महिला स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक पंचायत में 10 सिलाई मशीन उपलब्ध कराना, पंचायत में पुस्तकालय, आरो मशीन प्लांट, पंचायत में स्थित होटल में साफ सफाई की विशेष निगरानी सहित सौर ऊर्जा प्लांट लगाना और वातावरण में फैले हुए प्रदूषण को नियंत्रित करने सहित आदि घटक पर कार्य किया जाएगा।