चार साल से अलग-अलग रह रहे पति-पत्नी अब एक साथ रहेंगे, जानें किसने मिलवाया
राजस्थान के सवाई माधोपुर जिला मुख्यालय स्थित सखी वन स्टॉप सेंटर की समझाइश से एक परिवार उजड़ने से बच गया। मलारना डूंगर निवासी समीना बानो की शादी के कुछ समय बाद पति-पत्नी में अनबन हो गई और एक दूसरे से अलग रहने का फैसला कर लिया था।
सवाई माधोपुर : सवाई माधोपुर जिले में स्थित सखी वन स्टॉप सेंटर की समझाइश से एक हंसता-खेलता हुआ परिवार उजड़ने से बच गया। जिले के मलारना डूगर निवासी समीना बानो की शादी अब से चार साल पहले जयपुर निवासी शाहरुख से हुई थी। लेकिन शादी के कुछ समय बाद पति-पत्नी में अनबन हो गई और एक दूसरे से अलग रहने का फैसला कर लिया।
इसको लेकर दोनों ही पक्षों की ओर से न्यायालय में तलाक के लिए अर्जी दायर कर दी गई। न्यायालय में तारीख पर तारीख चली और थोड़े ही दिन में इस पर फैसला आना था। लेकिन उससे पूर्व समीना की ओर से एक बार सवाई माधोपुर के सखी वन स्टॉप सेंटर में परिवाद दिया गया, जिस पर सखी वन स्टॉप सेंटर की संचालिका अनीता गर्ग की मौजूदगी में दोनों ही पक्षों को समझाइश के लिए बुलवाया गया।
सखी वन स्टॉप सेंटर में दोनों ही पक्षों के बयान सुनने के बाद उन्हें गंभीरता पूर्वक समझाया गया। इस समझाइश का असर यह हुआ कि अलग-अलग रहने की इच्छा जाहिर करने वाले पति-पत्नी एक बार फिर से सभी गिले शिकवे भुलाकर दोनों एक साथ रहने को तैयार हो गए। दोनों ने एक बार फिर से एक दूसरे का हाथ पकड़कर दांपत्य जीवन साथ बिताने का वायदा किया। साथ ही न्यायालय में दायर वाद को भी वापस लेने का फैसला कर लिया। सखी वन स्टॉप सेंटर ने राजी खुशी अपने पति के साथ समीना को ससुराल भेजा है।