झुंझुनूं में कांग्रेस का रहा दबदबा:प्रथम विधानसभा अध्यक्ष नरोत्तम जोशी और पहली महिला स्पीकर यहीं से जीते
झुंझुनूं में कांग्रेस का रहा दबदबा:प्रथम विधानसभा अध्यक्ष नरोत्तम जोशी और पहली महिला स्पीकर यहीं से जीते

झुंझुनूं : झुंझुनूं जिला कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। यहां की अधिकतर सीट पर ज्यादतर कांग्रेस का कब्जा ही रहा है। झुंझुनूं शहर की बात करें तो यहां निर्दलीय प्रत्याशी ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ पाए हैं। इस सीट पर अब तक हुए चुनाव में एक बार ही निर्दलीय प्रत्याशी को जीत मिल पाई है। फिलहाल भाजपा और कांग्रेस ने इस सीट पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं।
कांग्रेस से बृजेन्द्र तो भाजपा से बबलू चौधरी मैदान में हैं। इस सीट का इतिहास रहा है कि यहां अधिकतर समय कांग्रेस का कब्जा रहा है। यहां पहले शीशराम ओला फिर उनके बेटे बृजेन्द्र ओला तीन बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं। गत विधानसभा चुनाव में बृजेन्द्र ओला ने प्रत्याशी राजेन्द्र भांबू को 40565 वोटों के अंतर से हराया था।

इस बार भाजपा ने भांबू का टिकट काटकर पिछले बार निर्दलीय लडे़ बबलू चौधरी को उम्मीदवार बनाया है।
पहले विधानसभा अध्यक्ष झुंझुनूं सीट से जीते
इस सीट की खास बात यह है कि राजस्थान के पहले विधानसभाध्यक्ष नरोत्तम लाल जोशी और पहली महिला विधानसभा अध्यक्ष सुमित्रा सिंह भी झुंझुनूं से जीते हैं। सुमित्रा ही एकमात्र ऐसी प्रत्याशी थीं जिन्होंने इस सीट से निर्दलीय चुनाव जीता।

एकमात्र अल्पंसख्यक प्रत्याशी माहीर आजाद भी इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं। वर्ष 1990 में माहिर आजाद ने शीशराम ओला को चुनाव हराकर विधानसभा में पहुंचे थे। उस समय उन्होंने जनता दल से चुनाव लड़ा था। शीशराम ओला को 11630 वोट से हराया था। वे एकमात्र मुस्लिम प्रत्याशी थे जो इस सीट से जीते।

कांग्रेस – भाजपा व निर्दलीय से जीती
झुंझुनूं में कांग्रेस की टिकट पर ही अधिकतर विधायक जीते हैं। एक बार जनता दल के प्रत्याशी को जीत मिल चुकी। हर साल अनेक निर्दलीय खड़े होते हैं, लेकिन अभी तक केवल सुमित्रा सिंह ही निर्दलीय चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंची है।

साथ ही सुमित्रा सिंह ऐसी विधायक भी हैं जो कांग्रेस, निर्दलीय व भाजपा तीनों से जीत चुकी हैं। सुमित्रा इस सीट से सबसे ज्यादा 6 बार विधायक रही हैं। यहां भाजपा का खाता केवल दो बार खुला है। एक बार सुमित्रा सिंह ने जीत दर्ज की। एक बार उप चुनाव में डॉ. मूल सिंह शेखावत ने जीत दर्ज की थी।
पार्टी | प्रत्याशी | वोट |
कांग्रेस | बृजेन्द्र सिह ओला | 76177 |
भाजपा | राजेन्द्र भांबू | 35612 |
निर्दलीय | निषित कुमार उर्फ बबलू चौधरी | 29410 |
निर्दलीय | यशवर्धन सिंह | 12007 |
बसपा | राजेश | 5933 |
निर्दलीय | दिलीप | 2006 |
आम आदमी | राजकुमार मूंड | 1900 |
आरएलपी | राजेन्द्र फौजी | 1598 |
अभिनव राजस्थान पार्टी | महेश कुमार | 621 |
निर्दलीय | बिजेन्द्र सिंह | 570 |
निर्दलीय | संजय | 529 |
निर्दलीय | भीमसिंह | 412 |
निर्दलीय | तेजाराम | 299 |
निर्दलीय | गोकुलंचद | 296 |
निर्दलीय | रमेश कुमार | 246 |
शहरी बूथ | 72 |
ग्रामीण बूथ | 177 |
कुल बूथ | 249 |
महिला मतदाता | 127780 |
पुरूष मतदाता | 139301 |
थर्ड जेंडर | 6 |
कुल मतदाता | 267087 |
वर्ष | विधायक | पार्टी |
1952 | नरोत्तम लाल जोशी | कांग्रेस |
1957 | नरोत्तम लाल जोशी | कांग्रेस |
1962 | सुमित्रा सिंह | कांग्रेस |
1967 | सुमित्रा सिंह | कांग्रेस |
1972 | सुमित्रा सिंह | कॉग्रेस |
1977 | सुमित्रा सिंह | कॉग्रेस |
1980 | शीशराम ओला | कॉग्रेस |
1985 | शीशराम ओला | कॉग्रेस |
1990 | मोहम्मद माहिर आज़ाद | जनता दल |
1993 | शीशराम ओला | कॉग्रेस |
1993 | डॉ. मूल सिंह शेखावत | भाजपा |
1998 | सुमित्रा सिंह | निर्दलीय |
2003 | सुमित्रा सिंह | भाजपा |
2008 | बृजेन्द्र सिंह सिंह | कॉग्रेस |
2013 | बृजेन्द्र सिंह ओला | कॉग्रेस |
2018 | बृजेन्द्र सिंह ओला | कॉग्रेस |