BJP के ताराचंद के विरोध में पारस की स्वाभिमान रैली:डिप्टी मेयर की रैली को पुलिस ने रोका, समर्थक पहुंच गए जगदीश मंदिर, बोले किसी को भी टिकट दे तारा मंजूर नहीं
BJP के ताराचंद के विरोध में पारस की स्वाभिमान रैली:डिप्टी मेयर की रैली को पुलिस ने रोका, समर्थक पहुंच गए जगदीश मंदिर, बोले किसी को भी टिकट दे तारा मंजूर नहीं

उदयपुर : भाजपा की दूसरी सूची में उदयपुर शहर विधानसभा से प्रत्याशी बनाए ताराचंद जैन के विरोध में भाजपा के उदयपुर नगर निगम के डिप्टी मेयर पारस सिंघवी ने खुलकर विरोध किया है। सिंघवी समर्थकों ने उनके नेतृत्व में आज टाउनहॉल से स्वाभिमान रैली निकाली। पारस की रैली को बाजार में पुलिस ने रोक दिया तो वहां माहौल बिगड़ने लगा इस बीच समर्थक वहां से आगे निकल गए।

रैली टाउनहॉल से रवाना हुई जिसमें बड़ी संख्या में महिला व पुरुष और व्यापारी शामिल है। सब पारस के समर्थन में नारे लगाते चल रहे है थे। टाउनहॉल से रवाना हुई रैली बापूबाजार, सूरजपोल, अस्थल चौराहा, लखारा चौक, मंडी, मोचीवाड़ा, बड़ा बाजार पहुंची जहां पर पुलिस ने रैली को रोक दिया।
रैली के आगे पुलिस की गाड़ियां लगा दी और जाब्ता तैनात कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने पारस की रैली के माइक को लेकर अपील करते हुए कहा कि रैली को लेकर स्वीकृति नहीं है ऐसे में आप सहयोग करें अभी आचार संहिता लगी हुई है। रैली समाप्ति के बाद पारस ने कहा था कि उन्होंने रैली को लेकर प्रशासन को लिखित में स्वीकृति के लिए सुबह पत्र दिया था।

इस बीच पारस समर्थक माइक व साउंड सिस्टम वहीं छोड़कर आगे बढ़ते गए, पुलिस ने साउंड सिस्टम के ठेलों को किनारे करवाया। लोगों ने कहा कि हम जगदीश मंदिर दर्शन करने जा रहे है आप कैसे रोक सकते है। बाद में लोग वहां से आगे बढ़ते हुए घंटाघर होकर जगदीश चौक पहुंचे जहां पर जगदीश मंदिर में दर्शन किए। नीचे समर्थकों ने पुष्प वर्षा कर सिंघवी का स्वागत किया और उनके पक्ष में नारेबाजी की।

भाजपा की टीम व पार्षद नहीं दिखे
रैली में भाजपा पदाधिकारियों से लेकर पार्षदों के चेहरे नहीं दिखे लेकिन पारस के समर्थक पूरी ताकत दिखा रहे थे। एक पार्षद और स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष वेणीराम सालवी साथ जरूर दिखे। इससे पहले शनिवार को ही पारस ने भाषण में कहा था कि किसी का मेरी वजह से नुकसान हो रहा हो तो देख ले और कोई मेरे साथ आना चाहे तो आए लेकिन अब निर्णय करना ही होगा।

आज भी पार्टी के साथ हूं, कुछ करना होगा तो दायित्व छोड़ने के बाद
इससे पहले जगदीश मंदिर पर मीडिया से बातचीत में सिंघवी ने कहा कि वे अभी भी पार्टी के साथ है और रहेंगे बस उनकी एक ही मांग है कि जिस व्यकित् का नाम सूची में नहीं उसको टिकट दे दिया और वह व्यक्ति पार्टी विरोधी है।
सिंघवी ने कहा कि टिकट मुझे नहीं देना चाहते है तो किसी और को दे दीजिए पर ताराचंद मंजूर नहीं है। एक सवाल पर सिंघवी ने कहा कि वे कांग्रेस में नहीं जा रहे है लेकिन उनके सामने सारे रास्ते खुले है और वे अपनों के बीच बैठकर निर्णय करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं अभी भी पार्टी के साथ हूं, पार्टी के शीर्ष नेताओं से आग्रह है कि उदयपुर के निर्णय पर फिर से विचार करें।
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मुझे कुछ करना होगा तो सबके साथ बैठकर निर्णय करुंगा और इससे पहले मेरी जो भी जिम्मेदारियां पार्टी में है उनको छोड़ने के बाद अपना निर्णय करुंगा लेकिन अभी भी मै कह रहा हूं कि मै पार्टी के साथ हूं।
कटारिया का खुलकर विरोध किया
जब ताराचंद जैन का टिकट फाइनल हुआ तब पारस सिंघवी के समर्थकों की बैठक में टिकट का खुलकर विरोध करते हुए असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया को सिंघवी ने निशाने पर लिया।