कितने बदले कांग्रेस के वचन पत्र के चेहरे: मनमोहन की तस्वीर हटी, राहुल की घटी, दिग्विजय की पुरानी फोटो फिर लगी
Congress Manifesto For MP Election: मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। 2018 के वचन पत्र और इस बार के वचन पत्र की शुरुआत के चार पेज में कांग्रेस के चेहरे दिखाए गए हैं। इसमें कवर और उसके अंदर का पेज शामिल हैं। आइये बारी-बारी से सभी पेज के चेहरों के बारे में जानते हैं।

Congress Manifesto For MP Election : चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। 2018 की तरह इस बार भी इसे वचन पत्र नाम दिया गया है। पांच साल में कांग्रेस के वचन की संख्या 50 से बढ़कर 59 हो गई है। हालांकि, वचनपत्र के पन्ने कम हो गए हैं। 2018 के कांग्रेस के वचन पत्र में कुल 112 पेज थे। वहीं, इस बार 106 पेज हैं।
2018 के वचन पत्र में नजर आ रहे कई चेहरे इस बार भी नजर आ रहे हैं। वहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा भी कई चेहरे ऐसे हैं जो 2018 के वचन पत्र में थे, लेकिन इस बार के वचन पत्र में उन्हें जगह नहीं मिली। कुछ चेहरे आगे के कवर से हटकर वचन पत्र के आखिर में पहुंच गए हैं। वहीं, एक चेहरा ऐसा भी है जो आखिर के हिस्से से आगे के हिस्से में आ गया है। आइये जानते हैं कि पांच साल में कांग्रेस के वचन पत्र का चेहरा कितना बदला?…
मध्यप्रदेश चुनाव के लिए कांग्रेस का वचन पत्र – फोटो
दोनों वचन पत्र में कवर सहित छह पेज चेहरों को समर्पित
कांग्रेस के 2018 के वचन पत्र और इस बार के वचन पत्र की शुरुआत के चार पेज में कांग्रेस के चेहरे दिखाए गए हैं। इसमें कवर और उसके अंदर का पेज शामिल हैं। कवर के पिछले हिस्से पर भी पिछली बार की तरह इस बार भी बाहर और अंदर दोनों ओर कई चेहरों को जगह मिली है। आइये बारी-बारी से सभी पेज के चेहरों के बारे में जानते हैं। इसके साथ ही चहरों को जगह मिलने और उनके हटने के मायने भी समझने की कोशिश करते हैं।
कवर पेज से मनमोहन-इंदिरा गायब, खरगे से बड़ी तस्वीर कमलनाथ की
2018 के वचन पत्र के कवर पर सबसे बड़ी तस्वीर तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी की थी। इस बार के कवर पर सबसे बड़ी तस्वीर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे कवर के ऊपरी हिस्से में दिख रहे हैं। उनकी तस्वीर सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ दिख रही है। 2018 के वचन पत्र के ऊपरी हिस्से पर कांग्रेस के कई पुराने नेताओं की तस्वीर दिख रही थी। इनमें महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, मौलाना अबुल कलाम आजाद, डॉ. भीमराव अंबेडकर, सरदार पटेल, वीवी गिरि, बाबू जगजीवन राम, लाल बहादुर शास्त्री और राजीव गांधी दिखाई दे रहे थे।
वचन पत्र के बीच में इंदिरा गांधी की तस्वीर थी। जो अन्य पुराने नेताओं के मुकाबले बड़ी थी। इस बार इन सभी नेताओं को कवर पर जगह नहीं मिली है। पिछली बार के कवर में निचले हिस्से में राहुल की बड़ी तस्वीर थी। उनके एक ओर सोनिया गांधी और दूसरी ओर मनमोहन सिंह की तस्वीर थी। इस बार के वचन पत्र के निचले हिस्से में कमलनाथ की बड़ी सी तस्वीर है। उनके अलावा किसी और चेहरे को इसमें जगह नहीं दी गई है। जबकि, 2018 के वचन पत्र के कवर पर किसी स्थानीय नेता को जगह नहीं मिली थी।
दोनों कवर पर लिखा क्या है?
2018 के कवर पर वचन पत्र के नीचे जिम्मेदार, संवेदनशील एवं पारदर्शी प्रशासन लिखा था। वहीं, वचन पत्र के बाएं ओर ‘कांग्रेस के साथ वक्त है बदलाव का’ नारा लिखा हुआ था। इस बार के वचन पत्र में नारा ‘कांग्रेस आएगी, खुशहाली लाएगी’ हो गया है। वचन पत्र के नीचे कुछ भी नहीं लिखा है।

क्या सभी पुराने चेहरों को इस बार के वचन पत्र में जगह नहीं दी गई?
पिछले बार के वचन पत्र के कवर पर सबसे ऊपर दिख रहे नेताओं को इस बार के वचन पत्र के आखिरी हिस्से में जगह मिली है। पुराने नेताओं की तस्वीर वाली पंक्ति में भी एक बदलाव है। इस बार विवि गिरि की तस्वीर को हटा दिया गया है। उनकी जगह इंदिरा गांधी की तस्वीर ने ले ली है। इंदिरा पिछले घोषणा पत्र में अलग से दिख रहीं थीं।
पिछले हिस्से में और क्या बदला है?
कवर के पिछले हिस्से में पार्टी के पुराने नेताओं की तस्वीर के अलावा निचले हिस्से में कमलनाथ की तस्वीर है। उनके एक ओर प्रियंका गांधी और दूसरी ओर राहुल गांधी की तस्वीर है। 2018 के घोषणा पत्र के पिछले हिस्से की बात करें तो उस वचन पत्र में राहुल की बड़ी तस्वीर के बगल में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया की तस्वीरें थीं। वहीं, ऊपर की ओर कांग्रेस का चुनाव निशान नजर आ रहा था। जो इस बार के वचन पत्र में भी नजर आ रहा है।

दोनों बार कवर समेत शुरुआती चार पेज नेताओं को समर्पित, इस बार कमलनाथ का प्रभाव
2018 और 2023 दोनों बार कवर समेत शुरुआती चार पन्ने में पार्टी नेताओं की तस्वीर है। कवर के बाद का दूसरा पेज 2018 की तरह इस बार भी कांग्रेस के स्थानीय चेहरों को समर्पित है। इस पेज पर 2018 में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया की बड़ी तस्वीरें थीं। नीचे दिग्विजय सिंह की तस्वीर थी। दिग्विजय सिंह की तस्वीर के बराबर लेकिन एक अलग पंक्ति में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया, तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया, सुरेश पचौरी और अरुण यादव की तस्वीरें थीं। इस बार के घोषणा पत्र में कमलनाथ की बड़ी सी तस्वीर के बगल उनसे छोटी पार्टी प्रभारी रणदीप सुरजेवाला की तस्वीर दिख रही है।
वचन पत्र के दूसरे पेज का निचला हिस्सा 2018 के जैसा ही है। दिग्विजय सिंह की वही तस्वीर और जगह है। इसी तरह कांतिलाल भूरिया, सुरेश पचौरी, अरुण यादव की भी तस्वीरें 2018 के घोषणा पत्र वाली ही हैं। अजय सिंह राहुल भैया की तस्वीर की जगह मौजूदा नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह की तस्वीर आ गई है। इनके अलावा डॉ. राजेन्द्र कुमार सिंह की तस्वीर भी इस पेज पर नजर आ रही है। सिंह वचन पत्र समिति के अध्यक्ष हैं। इस पेज पर कुछ भी नहीं लिखा गया है। वहीं, 2018 में कांग्रेस का बदलाव वाला नारा लिखा हुआ था।

तीसरे पेज पर 2018 में राहुल इस बार कमलनाथ
कवर के बाद अंदर का पहला पेज या यूं कहें कि कवर और उसके अंदर के बाद तीसरा पेज इस बार काफी बदला हुआ नजर आ रहा है। 2018 में इस पर राहुल गांधी की लगभग पेज के बराबर की तस्वीर लगी थी। बगल में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी वचन पत्र वर्ष 2018 लिखा हुआ था। नीचे पार्टी का चुनाव निशान बना था। इस बार सबसे ऊपर पार्टी का चुनाव निशान फिर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी वचन पत्र वर्ष 2023 लिखा हुआ था। उसके बाद कमलनाथ की बड़ी सी तस्वीर लगी है। तस्वीर के नीचे ‘प्रदेश के हर नागरिक के लिए वचन पत्र’ लिखा हुआ है।
मध्यप्रदेश चुनाव के लिए कांग्रेस का वचन पत्र