बाड़मेर : बाड़मेर के गुड़ामालानी से विधायक और वन मंत्री हेमाराम चौधरी को चुनाव लड़ने के लिए मनाने को उनके समर्थकों ने सोमवार(16 अक्टूबर) को एक मीटिंग रखी थी। इसमें वे मंत्री हेमाराम को मनाने के लिए फूट-फूट कर रोने लगे। कुछ समर्थकों ने अपनी पगड़ी उतारकर उनके सामने रख दी। मिन्नतों के बावजूद मंत्री हेमाराम ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया।
कहा- मैं अन्न-जल त्याग दूंगा, अगर आप लोगों ने अपनी जिद नहीं छोड़ी। गुड़ामालानी के मेला मैदान में दोपहर 1 बजे हुई इस मीटिंग का वीडियो भी सामने आया है। वीडियो समर्थक रोते हुए नजर आ रहे हैं। मंत्री हेमाराम समर्थकों से समझाइश करते नजर आ रहे हैं।
दरअसल, मंत्री हेमाराम चौधरी ने इस बार विधानसभा का चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। सोमवार को उनके समर्थकों ने उन्हें मनाने के लिए मीटिंग रखी। मीटिंग में वन मंत्री से लोग उनसे मिन्नतें करने लगे। चौधरी के पास आकर लोग रोने लगे।
तभी पीछे से आए समर्थक ने अपनी पगड़ी उतार कर मंत्री हेमाराम के सामने रख दी। ऐसे में मंत्री हेमाराम ने भी समझाइश करते हुए अपनी पगड़ी उतार कर नीचे रखना चाहा। लेकिन समर्थकों ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। सभी समर्थकों ने उन्हें इस बार भी चुनाव लड़ने को कहा, लेकिन हेमाराम ने इनकार करते रहे। करीब 5-6 घंटे तक इसी तरह आपसी समझाइश का कार्यक्रम चलता रहा।
चौधरी बोले- मान जाओ अन्न-जल त्याग दूंगा
हेमाराम चौधरी ने कहा- आप लोगों ने व्यूह रचना बना दी है। इसको भेदना पड़ेगा। आप प्रसादी लीजिए। मैं अपना मन बना चुका हूं। आपने अगर मेरी बात नहीं मानी तो मैं अन्न-जल त्याग दूंगा। मैं अन्न-जल त्याग कर यहां बैठ जाऊंगा। फिर क्या करोगे। कहा- आप किसी को चुनाव लड़ाओ मैं आपके साथ हूं, लेकिन समर्थक और कार्यकर्ता मानने को तैयार नहीं थे।
पायला कला प्रधान चुन्नीलाल माचरा ने बताया कि ये मीटिंग सभी समर्थकों और कांग्रेसियों ने रखी थी। हमने अपील की थी कि आपको (वन मंत्री हेमाराम चौधरी) इस बार भी चुनाव लड़ना है।
बोले-पहले भी बता चुका नहीं लडूंगा चुनाव
कार्यक्रम के बाद वन मंत्री हेमाराम ने कहा कि यह मीटिंग कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रखी थी। लोगों ने मुझे जनता के दरबार में हाजिर होने को बोला था। मैंने उनके आदेश को तामिल करने के लिए यहां पर आया। उन्होंने मुझे चुनाव लड़ने के लिए कहा है। मेरा चुनाव लड़ने का कतई मन नहीं है। यह बात अब नहीं कह रहा हूं, बहुत पहले से कह रहा हूं।
बता दें वन मंत्री हेमाराम चौधरी पहले ही कह चुके हैं कि वे इस बार चुनाव लड़ने के मूड में नहीं है। वे कांग्रेस के कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में ये बात कह चुके हैं। उनका कहना था कि इस बार उनकी जगह किसी और को मौका देना चाहिए।