मंडावा : भारतीय जनता पार्टी ने झुंझुनूं जिले की 4 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। हालांकि कांग्रेस ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। भाजपा ने झुंझुनूं से सांसद नरेन्द्र कुमार खीचड़ पर विश्वास जताया है। 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर नरेन्द्र कुमार ने कांग्रेस की रीटा चौधरी को 2346 मतों से हराया था। इसके बाद नरेन्द्र कुमार को 2019 में एमपी का टिकट दे दिया गया। उप चुनाव में कांग्रेस की रीटा चौधरी ने भाजपा की सुशीला सीगड़ा को 33492 मतों से हरा दिया।
भाजपा के लिए मंडावा सीट महत्पूर्ण है। इसलिए एक बार फिर सांसद को विधानसभा सीट पर उम्मीदवार बनाया है।
शीर्ष नेतृत्व के विश्वास पर खरा उतरूंगा
टिकट मिलने के बाद सांसद नरेन्द्र कुमार ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा- भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में जो विश्वास जताया है, उस पर खरा उतरूंगा। उन्होंने कहा- मंडावा सीट ऐसी जहां सांसद ही पार्टी को जीत दिला सकता है। यहां कोई गुटबाजी नहीं है। भाजपा का कोई पदाधिकारी और कार्यकर्ता गुटबाजी में शामिल नहीं है। सांसद रहते क्षेत्र में विकास किया। मंडावा की जनता साथ है।
सांसद नरेन्द्र कुमार 5वीं बार मंडावा से विधायक का चुनाव लड़ेंगे। तीन बार वे निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं जिसमें से एक बार जीते, एक बार पार्टी के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 2018 के चुनाव में नरेन्द्र कुमार को 80599 मत मिले थे। भाजपा के लिए यह सीट काफी मुश्किल भरी रही है। यहां से कांग्रेस के तीन प्रदेशाध्यक्ष रह चुके है।
विधानसभा चुनाव 2018
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी ने पिछले चुनाव के दो सबसे मजबूत दावेदारों को टिकट दिया था। जहां बीजेपी की ओर से नरेंद्र कुमार चुनावी मैदान में उतरे तो वहीं कांग्रेस में रीटा चौधरी की वापसी हुई। इस चुनाव में मंडावा की जनता ने नरेंद्र कुमार को 80,599 मत दिए, रीटा चौधरी 78,523 मत मिले। बीजेपी की जीत हुई और मांडव के चुनावी इतिहास में पहली बार भाजपा का खाता खुला।
उपचुनाव 2019
2019 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र कुमार झुंझुनू लोकसभा सीट से सांसद चुने गए, लिहाजा मंडावा विधानसभा सीट खाली हो गई। ऐसे में उपचुनाव हुआ और रीटा चौधरी ने भाजपा की सुशीला सिगरा को बुरी तरह हराया। रीटा को 94,196 और सुशीला को 60,492 वोट मिले।