Breaking News – झुंझुनूं के जिला पुलिस अधीक्षक का हुआ तबादला
देवेन्द्र बिश्नोई होंगे झुंझुनूं जिले के नए एसपी
झुंझुनूं : राजस्थान सरकार ने चुनाव से पहले 20 आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए हैं. इनमें 8 RPS से बने IAS अफसरों को भी पोस्टिंग दी गई है। इस तबादला लिस्ट में 6 जिलों के एसपी बदले गए हैं. आधा दर्जन जिलों के पुलिस अधीक्षक बदले गए हैं, इस लिस्ट को कार्मिक विभाग ने किए आदेश द्वारा जारी किया गया है।
झुंझुनूं एसपी श्याम सिंह महला का महज पौने चार माह में ही तबादला कर दिया गया। उनकी जगह आईपीएस देवेंद्र कुमार विश्नोई को लगाया गया है। श्यामसिंह अब भीलवाड़ा के एसपी होंगे। राज्य सरकार की ओर से चुनाव से पहले सोमवार शाम जारी 20 आईपीएस की तबादला सूची में इन्हें बदला गया है।
एसपी श्याम सिंह महला का पौने चार महीने में ही तबादला चर्चा का विषय बन गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बबाई दौरे से दो दिन पहले 7 जून को श्यामसिंह को भरतपुर से झुंझुनूं एसपी लगाया गया था। अब सीएम के 30 सितंबर के बिसाऊ दौरे के दो दिन बाद उन्हें हटा दिया गया।
प्रदेश में कांग्रेस सरकार के पांच साल के कार्यकाल में बदले गए सात एसपी में से सबसे छोटा कार्यकाल श्यामसिंह का रहा। एसपी श्याम सिंह की पुलिसिंग पर अच्छी पकड़ थी। गलत काम करने वालों पर कार्रवाई करने में भी झिझकते नहीं थे। उन्होंने गड़बड़ी करने वाले कई पुलिस वालों को थानों से हटाया। छोटे-छोटे मामलों की वे खुद मॉनीटरिंग करते।
इससे जनता को फायदा हो रहा था, लेकिन कुछ पुलिस वालों व जनप्रतिनिधियों को उनकी यह कार्यशैली पसंद नहीं थी। छोटी छोटी वारदात के बाद उच्चाधिकारियों को मौके पर भेज देते थे। इससे कई अधिकारी भी नाराज थे। तबादला सूची में गंगापुर सिटी के एसपी देवेंद्र कुमार विश्नोई को झुंझुनूं एसपी लगाया गया है। हरियाणा मूल के देवेंद्र कुमार विश्नोई प्रमोटी आईपीएस हैं। 1977 में आरपीएस बने देवेंद्र कुमार विश्नोई 2020 में आईपीएस बन गए थे।
वे भरतपुर में एसपी रह चुके हैं। बीकानेर एसीबी में एसपी तथा आरएसी की तीसरी बटालियन में कमांडेंट रह चुके हैं। पौने चार महीने में एसपी का तबादला होने से चर्चा में आए झुंझुनूं में पिछले पांच साल में सात एसपी बदले जा चुके हैं। इनमें भी तीन का तबादला तो महज 23 महीनों के दौरान ही कर दिया गया। दैनिक भास्कर ने कांग्रेस सरकार में हुए पुलिस अधीक्षकों के तबादलों की जानकारी जुटाई तो सामने आया कि पांच सालों में सबसे कम कार्यकाल एसपी श्यामसिंह का रहा। उन्हें सिर्फ पौने चार माह ही झुंझुनूं में काम करने का मौका मिला। इसी तरह दूसरा सबसे कम कार्यकाल आईपीएस राजेंद्रप्रसाद गोयल का रहा। उन्हें पांच माह में ही हटा दिया गया था। मनीष त्रिपाठी को नौ महीने में बदल दिया गया था। प्रदीप मोहन शर्मा को 10 माह में हटा दिया गया। इसी तरह आईपीएस जगदीशप्रसाद, गौरव यादव व मृदुल कच्छावा का कार्यकाल भी 11-11 माह ही रहा।