पशु चिकित्सकों की हड़ताल जारी:पशुपालकों की परेशानी बढ़ी, दुधारू की मौत, नहीं हो पाया पोस्टमार्टम
पशु चिकित्सकों की हड़ताल जारी:पशुपालकों की परेशानी बढ़ी, दुधारू की मौत, नहीं हो पाया पोस्टमार्टम

झुंझुनूं : नॉन प्रैक्टिस अनाउंस की मांग को लेकर पशु चिकित्सकों की ओर से दिया जा धरना दसवें दिन भी जारी। धरना स्थल पर पशु चिकित्सकों की ओर से सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आक्रोश जताया। महासचिव डॉक्टर राजेश सिरोवा ने बताया कि पड़ौसी राज्य हरियाणा, दिल्ली, पंजाब समेत 17 राज्यों में एनपीए मिल रहा है। राजस्थान के पशु चिकित्सकों को दिसंबर और जनवरी में हड़ताल के दौरान आश्वासन दिया गया था कि उनकी मांग पूरी कर दी जाएगी। परंतु ऐसा नहीं किया गया। जिससे पशु चिकित्सकों में आक्रोश है। उन्होंने बताया कि जब मांग पूरी नही होगी विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।

इधर पशु चिकित्सकों की हड़ताल से कई काम अटके गए है। कामधेनु पशु बीमा योजना पर संकट के बदले छाए हुए हैं। जिले में ढाई लाख से उपर पशुओं का महंगाई राहत शिविर में पंजीकरण हुआ था। इनका बीमा किया जाना है, लेकिन हड़ताल के कारण योजना पर संकट के बादल छा रहे है। इसके अलावा हड़ताल की वजह से ग्रामीण इलाकों में बीमार पशुओं का उचित इलाज नहीं हो पा रहा है जिससे गरीब पशुपालकों के पशु मौत का शिकार हो रहे है।
दुधारू गाय की मौत, पोस्टमार्टम नही हुआ
झुंझुनूं के राणासर देर रात दुधारू गाय अचानक मौत हो गई। गाय का बीमा करवाया हुआ था। लेकिन डॉक्टर हड़ताल पर होने के कारण गाय का पोस्टमार्टम नही हो पाया। क्लेम का संकट खड़ा हो गया है। पशुपालक सुनील ने बताया कि दुधारू गाय थी, 13 लीटर दूध दे रही थी। गाय का बीमा था, पोस्टमार्टम नही हो पाया। वही दो दिन पहले झुंझुनूं की किसान कॉलोनी में एक पशु की मौत हो गई थी, बीमा करवाया हुआ था, उसका भी पोस्टमार्टम नहीं हो पाया। ऐसे में पशुपालकां के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है।
आज धरना स्थल पर डा सुरेश सुरा, डॉक्टर मिट्ठू मीणा, डॉक्टर निमिष नेमीवाल, डॉ गोपाल राम, डॉ अनुपम बुरी, डॉक्टर मेहर चंद, डा नरपत सिंह, डॉक्टर पवन कुमार सोनिया, डॉ अनिल बुडानिया, डॉक्टर महेश चौधरी समेत जिले भर से समस्त पशु चिकित्सक उपस्थित रहे।