मंत्री ओला के काफिले में ही परिवहन नियमों की उड़ी धज्जियां, 5 छात्र लोडिंग कैंपर से गिरे, अनहोनी टली
मंत्री ओला के काफिले में ही परिवहन नियमों की उड़ी धज्जियां, 5 छात्र लोडिंग कैंपर से गिरे, अनहोनी टली

झुंझुनूं : सड़क सुरक्षा एवं परिवहन मंत्री बृजेंद्र ओला के काफिले में यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाने का गंभीर मामला सामने आया है। काफिले में शामिल लोडिंग कैंपर में हाथों में कांग्रेस की झंडियां लिए मंत्री ओला के जयकारे लगा रहे पांच स्कूली विद्यार्थी चलते वाहन से गिर गए। गनीमत रही कि घटना घुमाव पर होने के कारण पीछे चल रही गाड़ियों की रफ्तार कम थी, इसलिए कोई अनहोनी नहीं हुई वरना बच्चे कुचले जा सकते थे। सभी बच्चों को मामूली चोटें आई हैं।
हादसा बुधवार सुबह 11:30 बजे झुंझुनूं के नजदीकी वारिसपुरा क्षेत्र में हुआ। मंत्री वारिसपुरा से देरवाला में विकास कार्यों का लोकार्पण करने जा रहे थे। काफिले में पुलिस, प्रशासन व परिवहन विभाग की गाड़ियों के बीच ही समर्थकों के वाहन भी थे। इन्हीं में शामिल इस कैंपर में ये स्कूली बच्चे थे। जैसे ही कैंपर वारिसपुरा में देरवाला मोड़ पर घूमा उसमें सवार 5 स्कूली बच्चे सड़क पर गिर पड़े। हालांकि वे तुरंत ही खड़े भी हो गए। उन्हें मरहम-पट्टी कर घर भेज दिया गया।
मंत्री ओला से दैनिक भास्कर ने बात करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया, उनके पीए को फोन किया तो बोले अब तो कल ही बात होगी, मैं बाहर हूं। सीधी बातचीत : संजीव दलाल, डीटीओ मामले में जहां परिवहन विभाग के अधिकारियों सहित पुलिस व स्थानीय प्रशासन की लापरवाही सामने आई है वहीं मंत्री ओला द्वारा अपने ही विभाग के नियमों की अनदेखी करने का मामला भी सामने आया है।
काफिले में शामिल मंत्री ओला की कार भी कैंपर से दो-तीन वाहन आगे ही चल रही थी। मंत्री के काफिले में लोडिंग वाहन में स्कूली बच्चों को झंडियां देकर खड़ा कर दिया गया। मंत्री सहित परिवहन विभाग, पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने इनको टोका तक नहीं। ऐसे में मंत्री के काफिले में उनके विभाग के नियमों की धज्जियां उड़ाने के साथ स्कूली बच्चों की जान जोखिम में डाली गई।
परिवहन मंत्री बृजेंद्र ओला के काफिले में शामिल झुंझुनूं एसडीएम कविता गोदारा का कहना है कि देरवाला तक मंत्री के काफिले में उनकी ड्यूटी थी। वारिसपुरा में मंत्री के काफिले में शामिल गाड़ी से बच्चों के गिरने की उन्हें जानकारी नहीं है। हादसे का वीडियो वायरल: इस हादसे का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें चलती कैंपर कच्चे रास्ते से पक्की सड़क पर तेजी से चढ़ी।
कई वाहन कतार से आ रहे थे। कैंपर के पीछे डाले में बच्चे हाथों में झंडियां लिए नारे लगाते चल रहे थे, इनमें से कुछ डाले पर बैठे थे तो कुछ खड़े थे। कैंपर घुमाव पर जैसे ही तेजी मुड़ा एक के बाद एक धड़ाधड़ पांच बच्चे सड़क पर गिर गए। हालांकि कैंपर की स्पीड कम थी इसलिए बच्चों को ज्यादा चोटें नहीं आईं और उनकी जान बच गई। कैंपर में पीछे बैठे अन्य युवाओं और कुछ राहगीरों के चिल्लाने पर भी चालक ने कैंपर को नहीं रोका। भीड़ जुटाने के लिए काफिले में स्कूली बच्चों को किया था शामिल : वारिसपुरा में परिवहन मंत्री के काफिले में शामिल कैंपर से स्कूली बच्चों के गिरने की घटना बड़ी लापरवाही है। चुनाव से कुछ समय पहले मंत्री अपने क्षेत्र में दौरा कर रहे हैं। लोगों की भीड़ दिखाने के लिए स्कूली बच्चों व सरकारी कर्मचारियों को भी इसमें शामिल कराया जा रहा है। बुधवार को हादसे का शिकार हुए बच्चे देरवाला के सरकारी स्कूल के विद्यार्थी थे।
इन बच्चों को मंत्री के काफिले के साथ झुंझुनूं से लाया जा रहा था। इनके हाथों में कांग्रेस की झंडियां थीं। ये मंत्री ओला के जयकारों लगाते चल रहे थे। Q. सड़क सुरक्षा एवं परिवहन मंत्री के काफिले में शामिल कैंपर से स्कूली बच्चे गिर गए? A. हां मंत्रीजी के काफिले में शामिल कैंपर गाड़ी से बच्चे गिरने की घटना हुई है। एस्कोर्ट में शामिल इंस्पेक्टर रोहिताश से जानकारी मांगी है। Q. काफिले में लोडिंग वाहन में स्कूली बच्चों को खड़ा करके ले जाना क्या यातायात नियमों की अवहेलना नहीं है? A. वाहन चालक ने लापरवाही की है। हम गाड़ी का पता करवा रहे हैं। वाहन की जब्ती और चालक का लाइसेंस निरस्त किया जाएगा। Q. क्या मंत्री से जुड़ा मामला होने के कारण अब तक कार्रवाई नहीं की गई? A. यातायात नियमों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हैं चालान भी किए जाते हैं। आज मैं मीटिंग में था। मंत्रीजी की एस्कोर्ट में हमारे इंस्पेक्टर थे। ये लोडिंग गाड़ी पीछे से कहीं शामिल हो गई होगी, इसके खिलाफ भी कार्रवाई करेंगे।