जयपुर : 10 महीने के बेटे को लेकर पहुंची मिसेज राजस्थान बनने:मां-बेटी ने एक साथ भरा ब्यूटी पेजेंट का फॉर्म; बेटी हुई बाहर, फिनाले में पहुंची मां
10 महीने के बेटे को लेकर पहुंची मिसेज राजस्थान बनने:मां-बेटी ने एक साथ भरा ब्यूटी पेजेंट का फॉर्म; बेटी हुई बाहर, फिनाले में पहुंची मां

जयपुर : ब्यूटी पेजेंट मिसेज राजस्थान में इस बार प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से मॉडल्स पहुंची है। हाल ही में इसके 20 फाइनलिस्ट की घोषणा हुई थी और अब इनके ग्रुमिंग सेशन भी शुरू हो चुके हैं। इसमें एक प्रतिभागी अपने 10 महीने के बच्चे के साथ ब्यूटी पेजेंट में हिस्सा लेने पहुंची है।
ब्यूटी पेजेंट में एक महिला ऐसी भी है, जिनकी बेटी ने मिस राजस्थान के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया था। तब उसने मिसेज राजस्थान के लिए मां का रजिस्ट्रेशन फॉर्म भी भर दिया था। मिस राजस्थान में बेटी तो आगे नहीं बढ़ पाई, लेकिन मिसेज राजस्थान में मां फाइनलिस्ट बन चुकी है। इस पेजेंट में आई कुछ महिलाएं कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर भी हैं, जो कॉलेज से ब्रेक लेकर अपने सपने और पैशन को फॉलो करने पहुंची है।
गर्ल्स को दे रही हैं मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग
ब्यूटी पेजेंट की फाइनलिस्ट स्मिता शर्मा (40) भारतीय विद्याभवन विद्याश्रम में टीचर और मार्शल आर्ट ट्रेनर हैं। उन्होंने बताया- मेरी अधिकांश स्टडी कोलकाता से हुई है और मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग भी वहीं से की है। शादी के बाद जयपुर शिफ्ट हो गई। इस ब्यूटी पेजेंट में आना एक सरप्राइज की तरह है। मेरी बेटी अनुष्का ने मिस राजस्थान के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया था। उस दौरान उसने मिसेज राजस्थान के लिए मेरा फार्म भी भर दिया। बेटी मिस राजस्थान के फर्स्ट राउंड तक गई, इसके बाद वह आगे नहीं बढ़ पाई। मैं फाइनल तक पहुंच गई हूं। स्मिता ने कहा- यह बहुत खास मौका है। पूरा परिवार बहुत खुश है। मैं इस बात से खुश हूं कि यह अपॉर्च्युनिटी मुझे बेटी की वजह से मिली है।

स्मिता ने कहा- इस तरह के पेजेंट में हिस्सा लेने के बारे में पहले कभी नहीं सोचा था। जब पढ़ाई करते थे, तब ऐसा कोई प्लेटफॉर्म नहीं था। कोलकाता और जयपुर के कल्चर में बहुत अंतर है। यहां आकर मेरी प्रायोरिटीज बदल गई। बच्चे होने के बाद मैं उनमें ही पूरा इन्वॉल्व हो गई। इस तरफ आने के बारे में सोचा नहीं। मैं बच्चों को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग देती हूं और ट्रेवलिंग करती हूं। उस पैशन को मैं फॉलो कर रही हूं। यदि इसमें मुझे चांस मिला तो इसे भी आगे कंटिन्यू करूंगी।
उन्होंने कहा- मार्शल आर्ट और सेल्फ डिफेंस हर गर्ल को सीखना चाहिए। कोई भी स्पोर्ट्स हो, उसमें भागीदारी जरूरी है। मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग आपको अंदर से मजबूत करेगी। सेल्फ डिफेंस के तौर पर ही नहीं, फिटनेस के लिए, बोल्डपन लाने के लिए, आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए यह फायदेमंद है। यहां से आप डिसीजन लेने की क्षमता में आ जाते हो।

कॉलेज से ब्रेक लेकर पेजेंट के लिए आईं असिस्टेंट प्रोफेसर
ब्यूटी पेजेंट की एक और फाइनलिस्ट मोनालिसा मीना ने बताया- मैं अजमेर से ताल्लुक रखती हूं। अजमेर को राजस्थान का दिल कहा जाता है। महिला इंजीनियरिंग कॉलेज अजमेर में असिस्टेंट प्रोफेसर हूं। पिछले साल ही इस इवेंट के बारे में पता चला था। बचपन से ही हर लड़की या औरत की जो ख्वाहिश होती है, उनमें फैशन इंडस्ट्री भी कहीं न कहीं होती है। मेरे लिए भी यह एक बड़ा सपना था, जिसे पूरा करने यहां पहुंची हूं।
मोनालिसा ने बताया- एक सपोर्टिव हसबैंड होने की वजह से मेरी राह आसान रही। मेरे दो बच्चे हैं, 11 साल का बेटा और 6 साल की बेटी है। हसबैंड बच्चों को संभाल रहे हैं और मैं कॉलेज से ब्रेक लेकर अपने सपनों को पूरा करने के लिए आई हूं। कुछ अपनी चाहतों को पूरा करने के लिए यहां आई हूं।

10 महीने के बेटे को लेकर आईं भावना शर्मा
अजमेर से आई डॉ. भावना शर्मा (36) ने बताया- अजमेर के सोफिया कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर है। मेरे दो बच्चे हैं, 10 महीने का बेटा साथ ही आया है और दूसरी पांच साल की बेटी को घर पर छोड़कर आई हूं। छोटे बच्चों के साथ इस तरह के पेजेंट में हिस्सा लेना आसान तो बिल्कुल नहीं होता है। 10 महीने का बच्चा है, उसे अपनी मां का साथ चाहिए होता है, केयर-अटेंशन उसे मिलना जरूरी है। इसी के चलते मैं पेजेंट के वक्त भी उसे साथ रखती हूं। होटल में रूम बुक करवाया हुआ है और एक हेल्पर को साथ रखा हुआ है, जब भी बेटे को जरूरत होती है, मैं तुरंत उसके पास पहुंच जाती हूं।
भावना ने बताया- मैं यहां तक आसानी से तो नहीं पहुंच पाई हूं। पहले घरवालों को मनाना, बच्चे को यहां साथ लाना और फिर खुद को इस कॉन्टेस्ट के लिए प्रिपेयर करना। मेरे लिए यह सब कुछ चैलेंजिंग टास्क था, लेकिन मुझे विश्वास था कि इस चैलेंज को निभा पाउंगी। मेरा जो परिवार था, उनका मिला जुला अनुभव था। कुछ यहां आने के खिलाफ थे, कुछ यहां आने के सपोर्ट में थे।
भावना ने बताया- असमंजस की स्थिति थी तो मैंने उन सभी को कन्विंस किया कि जो ब्यूटी पेजेंट को लेकर लोगों की धारणा रहती है, वैसा कुछ नहीं होता है। सभी को अच्छे से समझाया और सभी का सहयोग मिलने लग गया। मैं अपने टैलेंट के दम पर पहचान बनाना चाहती हूं। दूसरी गर्ल्स को इंस्पायर कर सकती हूं। मैं खुद टीचर हूं और शिक्षित परिवार से ताल्लुक रखती हूं। दूसरी महिलाओं के कंपैरिजन में बात करूं तो मेरे लिए कन्वेंस करना आसान रहा।