झुंझुनूं-खेतड़ी : राजस्व कर्मचारियों ने सोमवार को अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर तहसील के सामने विरोध प्रदर्शन किया। कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार करने से कार्यालयों में सन्नाटा पसरा हुआ है।
वहीं काम के लिए गांवों से आने वाले ग्रामीणों को अधिकारियों के नहीं मिलने से बिना काम के बिना ही वापस लौटना पड़ रहा है। ऐसे में कर्मचारियों की हड़ताल के चलते ग्रामीण तहसील के चक्कर लगाने को मजबूर हो रहे हैं। चिरानी निवासी राम प्रकाश ने बताया कि वह प्रधानमंत्री फसल बीमा को लेकर पांच दिन से तहसील में आ रहा है, लेकिन तहसील में राजस्व कर्मचारियों के नहीं मिलने के कारण उसका काम नहीं हो पा रहा है। वह पिछले साल भी फसल की बीमा से वंचित रह गया था, जिससे उसे फसल का नुकसान उठाना पड़ा है।
कर्मचारियों की हड़ताल के चलते जाति प्रमाण, मूल निवास प्रमाण, हैसियत प्रमाण, कृषि कनेक्शन सहित अन्य प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहे हैं। इसके अलावा किसानों को मिलने वाले कृषि ऋण की हजारों फाइलें भी अटकी हुई पड़ी है, जिससे किसानों को ॠण की सुविधा नहीं मिल पा रही है।
कर्मचारियों ने बताया कि राजस्थान राज्य सेवा परिषद व सरकार के बीच अक्टूबर माह में लिखित समझौते किए गए थे, जिन्हें लागू नहीं किया गया।इसके बावजूद भी यदि सरकार ने उनकी मांगों को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई तो कर्मचारी बड़े स्तर पर आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे।
इस मौके पर पटवार संघ अध्यक्ष मदनलाल दौराता, इंद्र सिंह काजला, राजेश मीणा, सुमेर सिंह, राकेश कुमार, सुरजमल, सुनील कुमार, राजेश कुमार, मनीष, रामस्वरूप, यशपाल, सुशील कुमार, सीताराम, विनोद कुमार, घनश्याम, विकास, रमेश, रामचंद्र, संदीप कुमार, मनोज, पवन कटारिया, नंदलाल, प्रिंस शर्मा , ओमप्रकाश सहित अनेक कर्मचारी मौजूद थे।