जयपुर : सरकारी स्कूल के बच्चों ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, गुड टच-बैड टच से 58 लाख स्टूडेंट्स हुए जागरूक
शासन सचिव नवीन जैन ने बताया बीते शनिवार को 65 हजार 122 सरकारी स्कूलों में 58 लाख से अधिक बच्चों को ‘असुरक्षित स्पर्श‘ के बारे में जागरूक किया गया। इस एक्टिविटी को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के इंडिया एडिशन द्वारा विश्व कीर्तिमान के रूप में दर्ज किया गया है।

जयपुर : राजस्थान के स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से 26 अगस्त को प्रदेश के 65 हजार 122 सरकारी स्कूलों में ‘नो बैग डे’ के तहत एक ही दिन में 58 लाख से अधिक स्टूडेंट्स को गुड टच और बैड टच की जानकारी दी गई। ‘वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ में इसे एक विश्व कीर्तिमान के रूप में दर्ज किया गया है।
शिक्षा राज्यमंत्री जाहिदा खान को मंगलवार को शासन सचिवालय के मंत्रालय भवन में आयोजित कार्यक्रम में इस विश्व रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने सौंपा। इस मौके पर शिक्षा राज्यमंत्री खान ने कहा प्रदेश की स्कूलों में बच्चों को सुरक्षित बनाने और इंसानियत की दिशा में यह अभियान महत्वपूर्ण कदम है।
इससे बच्चे विजिलेंट और सुरक्षित होंगे, ऐसे कार्यों की समाज को बड़ी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में प्राइवेट स्कूलों में भी यह कार्यक्रम चलाया जाएगा, वहीं पेरेंट्स को भी अवेयर करने की पहल की जाएगी।
इस दौरान शिक्षा मंत्री ने गुड टच और बैड टच जैसे संवेदनशील विषय पर बड़े स्तर पर बच्चों में जागरूकता पैदा करने की मुहिम चलाने और विश्व कीर्तिमान बनाने पर शासन सचिव नवीन जैन और शिक्षा विभाग की पूरी टीम के मेहनत, प्रयासों और योगदान की सराहना की।
शासन सचिव IAS नवीन जैन ने बताया बीते शनिवार को प्रदेश की 65 हजार 122 सरकारी स्कूलों में नो बैग डे के तहत सुबह 8 से 12 बजे के बीच 1 लाख से ज्यादा सेशंस में 58 लाख से अधिक बच्चों को ‘असुरक्षित स्पर्श‘ के बारे में जागरूक किया गया। इस एक्टिविटी को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के इंडिया एडिशन द्वारा विश्व कीर्तिमान के रूप में दर्ज किया गया है। उन्होंने प्रेजेंटेशन के माध्यम से राज्य स्तरीय, जिला स्तरीय और विद्यालयों में विद्यार्थियों के लिए आयोजित प्रशिक्षण सत्रों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए 50 जिलों में 50 वरिष्ठ अधिकारियों को पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी दी गई। राज्य स्तर पर 1200 मास्टर ट्रेनर्स को तैयार करने के बाद उनके माध्यम से 50 जिलों के स्कूलों से चयनित एक-एक टीचर को अपने स्कूल के बच्चों में ‘असुरक्षित स्पर्श’ के बारे मे समझ विकसित करने के लिए जिला स्तर पर प्रशिक्षित किया गया। इन प्रशिक्षित टीचर्स ने 26 अगस्त को एक ही दिन में प्रदेशभर के स्कूलों में विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करते हुए यह कीर्तिमान बनाया है।