JEN नवनीत कुमार के निलंबन पर जताया विरोध:बोले- फील्ड इंजीनियर को सस्पेंड करना गलत,आदेश निरस्त नहीं हुआ तो करेंगे कार्य बहिष्कार
JEN नवनीत कुमार के निलंबन पर जताया विरोध:बोले- फील्ड इंजीनियर को सस्पेंड करना गलत,आदेश निरस्त नहीं हुआ तो करेंगे कार्य बहिष्कार
जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
झुंझुनूं : झुंझुनूं में अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (AVVNL) के अधीक्षण अभियंता कार्यालय परिसर में मंगलवार को पावर इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (PEAR) के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया। संगठन ने कनिष्ठ अभियंता (JEN) नवनीत कुमार के निलंबन को मनमाना और अनुचित बताते हुए इसे तत्काल निरस्त करने की मांग की। इस दौरान अधीक्षण अभियंता और जोनल चीफ को ज्ञापन सौंपा गया। उन्हें 7 नवंबर 2025 को निलंबित कर दिया गया।
उपभोक्ताओं को शांत करने के लिए हटाया था मीटर
संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि JEN नवनीत कुमार चिड़ावा डिवीजन के अधीन नरहढ़ गांव में कार्यरत हैं। उन्हें 7 नवंबर 2025 को निलंबित कर दिया गया, जबकि उन्होंने जो कार्रवाई की थी, वह पूरी तरह उच्च अधिकारियों के निर्देशानुसार और जनता के बीच बढ़ते तनाव को शांत करने की मंशा से की गई थी।

एसोसिएशन के अनुसार, उस समय ग्राम नरहढ़ में स्मार्ट मीटर को लेकर उपभोक्ताओं में आक्रोश और हिंसक स्थिति बनने लगी थी। हालात को नियंत्रित करने और उपभोक्ताओं को शांत करने के उद्देश्य से नवनीत कुमार ने अस्थायी रूप से स्मार्ट मीटर हटाया था।
संगठन के प्रतिनिधियों ने कहा कि यह कदम पूरी तरह से “कर्तव्य पालन और जनहित” की भावना से प्रेरित था, न कि किसी नियम विरुद्ध या स्वेच्छाचारी निर्णय से। इसके बावजूद निगम प्रशासन द्वारा उनके खिलाफ निलंबन की कार्यवाही की गई, जो न केवल सेवा नियमों के विरुद्ध है बल्कि कनिष्ठ अभियंताओं के मनोबल को भी तोड़ने वाली है।
आदेश पूर्णतः मनमाना, अनैतिक और अनुचित
प्रदर्शन के दौरान पावर इंजीनियर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने कहा कि यह आदेश पूर्णतः मनमाना, अनैतिक और अनुचित है। संगठन ने इस निलंबन को “दबाव की राजनीति” बताते हुए चेतावनी दी कि यदि प्रबंध निदेशक, अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, द्वारा शीघ्र ही निलंबन निरस्त नहीं किया गया, तो प्रदेशभर में आंदोलन की स्थिति बनेगी।
निलंबन को मनमाना बताते हुए सौंपा ज्ञापन
संगठन ने एमडी (AVVNL) अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड को संबोधित ज्ञापन अधीक्षण अभियंता और संभागीय मुख्य अभियंता (झुंझुनूं) को सौंपा। ज्ञापन में स्पष्ट लिखा गया कि अगर नवनीत कुमार के निलंबन आदेश को वापस नहीं लिया गया तो पावर इंजीनियर्स एसोसिएशन से जुड़े समस्त कनिष्ठ अभियंता तत्काल प्रभाव से कार्य बंद कर देंगे और अनिश्चितकालीन महापड़ाव प्रदर्शन शुरू करेंगे। संगठन ने कहा कि ऐसी स्थिति में कार्य अवरोध की पूरी जिम्मेदारी निगम प्रशासन की होगी।
एसोसिएशन से जुड़े अभियंता विकास कुमार ने बताया कि “यह सिर्फ एक व्यक्ति का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह हर उस इंजीनियर की आवाज है जो फील्ड में कठिन परिस्थितियों में जनता और निगम दोनों की जिम्मेदारी निभा रहा है। जब अधिकारी फील्ड में जनता के गुस्से और हिंसक भीड़ के बीच काम करते हैं, तब कभी-कभी तत्काल निर्णय लेने पड़ते हैं। ऐसे में किसी अधिकारी को दंडित करना अनुचित है।”
विकास कुमार ने कहा कि निगम प्रशासन को चाहिए कि वह फील्ड स्तर पर कार्य कर रहे इंजीनियरों की परिस्थितियों को समझे, न कि कागजी आदेशों के आधार पर निर्णय ले।
संगठन ने ज्ञापन में यह भी कहा है कि AVVNL प्रशासन को फील्ड में कार्यरत अधिकारियों की सुरक्षा और गरिमा का ध्यान रखना चाहिए। जब अधिकारी जनता के बीच काम कर रहे हों, तब उन्हें प्रशासनिक समर्थन मिलना चाहिए, न कि दंडात्मक कार्रवाई।संगठन के सदस्यों ने यह भी कहा कि यदि सात दिनों में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो जिलेभर के अभियंता कार्य बहिष्कार कर आंदोलन को तेज करेंगे।
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