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झुंझुनूं में पूर्व सैनिकों की पेंशन का समाधान मौके पर:जयपुर से आई स्पर्श टीम ने तकनीकी खामियां दूर की; समस्याएं जयपुर भी भेजी


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झुंझुनूं में पूर्व सैनिकों की पेंशन का समाधान मौके पर:जयपुर से आई स्पर्श टीम ने तकनीकी खामियां दूर की; समस्याएं जयपुर भी भेजी

झुंझुनूं में पूर्व सैनिकों की पेंशन का समाधान मौके पर:जयपुर से आई स्पर्श टीम ने तकनीकी खामियां दूर की; समस्याएं जयपुर भी भेजी

झुंझुनूं : जिले के पूर्व सैनिकों और पारिवारिक पेंशनरों के लिए मंगलवार का दिन राहत लेकर आया, जब रक्षा मंत्रालय के पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग (DoP&PW) के निर्देशानुसार जयपुर से आई स्पर्श टीम ने झुंझुनूं में स्पर्श आउटरीच प्रोग्राम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम जिला सैनिक कल्याण कार्यालय परिसर में आयोजित हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों ने भाग लिया।

कार्यक्रम का उद्देश्य उन पूर्व सैनिकों और पारिवारिक पेंशनरों की समस्याओं का मौके पर ही समाधान करना था, जिन्हें स्पर्श पोर्टल के माध्यम से पेंशन प्रक्रिया में तकनीकी या दस्तावेज़ संबंधी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक (सेना) जयपुर से आई विशेषज्ञ टीम ने पेंशनर्स की व्यक्तिगत फाइलों की जांच कर कई मामलों का तत्काल निपटारा किया।

झुंझुनूं में पूर्व सैनिकों की पेंशन का समाधान मौके पर
झुंझुनूं में पूर्व सैनिकों की पेंशन का समाधान मौके पर

बोले-जमीनी स्तर पर हो रहा समाधान

जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल अनिल पूनिया ने बताया कि यह कार्यक्रम रक्षा मंत्रालय की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसके तहत देशभर में पूर्व सैनिकों की समस्याओं को जमीनी स्तर पर समझकर समाधान किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि डिजिटल प्लेटफॉर्म स्पर्श (System for Pension Administration (Raksha)) के माध्यम से पेंशन वितरण प्रक्रिया को पारदर्शी और सरल बनाया गया है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में रहने वाले कई पेंशनर्स को इसके तकनीकी पहलुओं की जानकारी न होने के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में यह आउटरीच प्रोग्राम उनके लिए बहुत सहायक साबित हो रहा है।

पेंशनर्स की समस्याओं को निपटाया

कर्नल पूनिया ने बताया कि झुंझुनूं जिले से बड़ी संख्या में सेवानिवृत्त सैनिक और उनके परिजन पेंशन प्राप्त कर रहे हैं। कुछ मामलों में लॉगिन, दस्तावेज अपलोड, डिजिटल सत्यापन और बैंक विवरण अपडेट जैसी समस्याएं सामने आ रही थीं।

जयपुर से आई स्पर्श टीम ने तकनीकी खामियां दूर की; समस्याएं जयपुर भी भेजी
जयपुर से आई स्पर्श टीम ने तकनीकी खामियां दूर की; समस्याएं जयपुर भी भेजी

इन सभी को देखते हुए जयपुर स्थित रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक (सेना) कार्यालय ने विशेष टीम को झुंझुनूं भेजा। यह टीम दिनभर जिले के पूर्व सैनिकों और विधवा पेंशनर्स से सीधे मिलकर उनकी समस्याएं सुन रही है और पोर्टल पर तत्काल समाधान कर रही है।

IFSC कोड में थी गड़बड़ी

पूर्व सैनिक सुभाष कुमार, जो झुंझुनूं तहसील क्षेत्र के निवासी हैं, ने बताया कि वे पिछले छह महीने से अपने बैंक खाते से पेंशन न आने की समस्या से परेशान थे। जयपुर मुख्यालय से कई बार संपर्क करने के बाद भी समस्या हल नहीं हो पा रही थी। आज स्पर्श टीम द्वारा जांच करने पर पता चला कि बैंक IFSC कोड में तकनीकी त्रुटि थी, जिसे मौके पर ही अपडेट कर दिया गया। अब अगले माह से उन्हें पेंशन मिलने लगेगी।

इसी तरह, विधवा पेंशनर संतोष देवी ने बताया कि पति के निधन के बाद उन्हें पारिवारिक पेंशन के लिए आवेदन करना था, लेकिन ऑनलाइन प्रक्रिया जटिल लग रही थी। स्पर्श टीम ने सभी आवश्यक दस्तावेज स्कैन करके तुरंत आवेदन पंजीकृत कर दिया। उन्होंने कहा, “हम जैसे ग्रामीण लोगों के लिए यह टीम बहुत बड़ी मदद है। अब जयपुर या दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा।

समस्याओं को जयपुर शेयर किया जा रहा

कर्नल पूनिया ने बताया कि टीम ने जिले के विभिन्न ब्लॉकों से आए पेंशनर्स के आवेदन भी लिए हैं। जो समस्याएं तकनीकी स्तर पर तुरंत हल नहीं हो पा रही हैं, उन्हें जयपुर मुख्यालय भेजा जा रहा है ताकि एक सप्ताह के भीतर समाधान किया जा सके।

स्पर्श टीम के अधिकारियों ने बताया कि यह पोर्टल पेंशनरों को उनकी सेवा रिकॉर्ड, पेंशन स्लिप, लाइफ सर्टिफिकेट और बैंक अपडेट जैसी सभी सुविधाएं ऑनलाइन उपलब्ध करवाता है। लेकिन तकनीकी जानकारी की कमी के कारण कई लाभार्थी इसका पूरा लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। इसलिए मंत्रालय ने यह विशेष आउटरीच ड्राइव शुरू की है, जिसमें देशभर के जिलों में जाकर पेंशनर्स को प्रशिक्षित और मार्गदर्शन किया जा रहा है।

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