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बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के चार छात्रों ने युवा गीता शिखर सम्मेलन 2025 में किया बीटीयू प्रतिनिधित्व


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बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के चार छात्रों ने युवा गीता शिखर सम्मेलन 2025 में किया बीटीयू प्रतिनिधित्व

गीता ग्रंथ विद्यार्थियों का आध्यात्मिक प्रेरणास्रोत, : प्रो. अखिल रंजन गर्ग, कुलगुरु

बीकानेर : नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित ‘गीता युवा शिखर सम्मेलन 2025’ में बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी से चार छात्रों नमन शांडलिया, शंकर लाल गोलिया, अनन्य पारीक और यश चावला ने संयोजक डॉ ममता शर्मा पारीक और डॉ गायत्री शर्मा के निर्देशन में राष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया हैं। बीटीयू के जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि सम्मेलन में छात्रों ने शोध प्रस्तुतियां, चर्चा और संवाद के माध्यम से गीता के व्यावहारिक, दार्शनिक और वैज्ञानिक पहलुओं पर प्रकाश डाला और सामायिक चर्चाए की। इसका आयोजन वैश्विक प्रेरणा ज्ञानोदय भगवद् गीता संगठन, मानव रचना अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान एवं अध्ययन संस्थान फरीदाबाद, राष्ट्रीय मेजबान विश्वविद्यालय के द्वारा किया गया था। इसका आयोजन भगवद् गीता के शाश्वत ज्ञान के माध्यम से भारत के युवाओं को प्रेरित करने हेतु सशक्त मंच प्रदान करने के उदेश्य से किया गया था।

कुलगुरु प्रोफेसर अखिल रंजन गर्ग ने प्रतिभागी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं प्रदान करते हुए कहा कि गीता का ज्ञान शाश्वत जीवन का पथप्रदर्शक है। आज युवाओं को गीता के संदेशो के माध्यम से आत्मज्ञान, नेतृत्व क्षमता और राष्ट्र निर्माण के प्रति समर्पण की भावना को विकसित करने की आवश्यकता हैं।यूसीईटी प्राचार्य डॉ. परबन्त सिंह ने कहा कि ऐसे आयोजनों की सांस्कृतिक पुनरुत्थान को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका हैं तथा आज के चुनौतीपूर्ण समय में प्रासंगिकता है।इस महोत्सव का उद्देश्य भगवद् गीता की शाश्वत शिक्षाओं के माध्यम से युवाओं को प्रबुद्ध करना था। प्रतिभागी विद्यार्थियों ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि उनके लिए यह एक अच्छा अनुभव रहा, गीता की शिक्षाओं से प्रेरित होकर जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता हैं। गीता की शिक्षाएं आत्मविश्वास और दृढ़ता बढ़ाती हैँ।

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