खेतड़ी में हरियाणा-राजस्थान पीसीपीएनडीटी टीम की बड़ी कार्रवाई
मोस्ट वांटेड आरोपी गिरफ्तार, साथी फरार- ₹50 हजार में करता था लिंग परीक्षण, पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन जब्त, आरोपी के खिलाफ 7 मामले दर्ज
खेतड़ी नगर : हरियाणा और राजस्थान के चिकित्सा विभाग की पीसीपीएनडीटी (PCPNDT) टीमों ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए खेतड़ी क्षेत्र में दबिश दी। इस दौरान लिंग परीक्षण के मामले में मोस्ट वांटेड आरोपी अवधेश पांडे को गिरफ्तार किया गया, जबकि एक अन्य आरोपी सत्येंद्र मौके से फरार हो गया। टीम ने लिंग परीक्षण में इस्तेमाल होने वाली मशीन भी जब्त कर ली है। गिरफ्तार आरोपी को खेतड़ीनगर थाने में लाकर राजस्थान टीम को सौंपा गया।
कई दिनों से मिल रही थी लिंग जांच की सूचना
नारनौल पीसीपीएनडीटी टीम के डॉ. विजय कुमार ने बताया- पिछले कई दिनों से सीमावर्ती क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड द्वारा भ्रूण लिंग जांच करने की सूचनाएं मिल रही थीं। ऐसी सूचनाएं मिलने के बाद नारनौल टीम ने संयुक्त रूप से दबिश देने का फैसला किया।

महिला को डमी ग्राहक बनाकर जाल बिछाया
कार्रवाई के लिए साढ़े पांच महीने की गर्भवती महिला को डमी ग्राहक के रूप में तैयार किया गया। लिंग परीक्षण करवाने वाले ढाणा निवासी सत्येन्द्र ने इसके लिए 50 हजार रुपए की मांग की। पीसीपीएनडीटी टीम को सूचना सही पाए जाने पर नकली ग्राहक महिला को 50 हजार रुपए देकर सत्येन्द्र के साथ भेजा गया।
अलग-अलग गाड़ियों में सवार होकर पहुंची टीम
टीम के सदस्य अलग-अलग गाड़ियों में सवार होकर बीलवा चौराहे पर बताए गई जगह पर पहुंच गए। सत्येन्द्र एक सफेद रंग की गाड़ी लेकर वहां पहुंचा और महिला को गाड़ी में बैठाकर बीलवा चौराहे पर घुमाता रहा। नारनौल टीम से संपर्क कर कार्रवाई को अंजाम देने की तैयारी की गई।

महिला को मकान में ले गए, टीम को देख एजेंट हुआ फरार
कुछ देर बाद लिंग परीक्षण करने वाला अवधेश पांडे महिला को लेकर एक मकान में गया, जिसका पीसीपीएनडीटी टीम लगातार पीछा कर रही थी। वह अपनी गाड़ी से उन्हें खेतड़ीनगर थाना क्षेत्र के बडाऊ स्थित एक मकान पर ले गया। कमरे में ले जाकर महिला की पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन से जांच की गई और लड़की होने की जानकारी दी गई। जैसे ही दोनों टीमों ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करने का प्रयास किया, एजेंट सत्येन्द्र अपनी एसयूवी गाड़ी लेकर मौके से फरार हो गया।
लिंग जांच करने वाले अवेधश पांडे को पकड़ा
इस दौरान टीम ने अल्ट्रासाउंड करने वाले व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपना नाम अवधेश पांडे, पुत्र कुमार शंकर पांडे, निवासी खेतड़ी बताया। पीसीपीएनडीटी की टीम ने जब उसकी तलाशी ली तो उसके पैंट की जेब में 27 हजार रुपए मिले जो पीसीपीएनडीटी टीम द्वारा गर्भवती महिला को दिए गए थे।
मुख्य आरोपी अवधेश पर पहले से 7 मामले दर्ज
नोडल अधिकारी विजय कुमार ने बताया- अवधेश पांडे पर दो मामले नारनौल में और पांच मामले राजस्थान में दर्ज है। उसके पास मिली पोर्टेबल मशीन का पंजीकरण भी नहीं है। इसके अलावा अवधेश पांडे पीसीपीएनडीटी एक्ट के अनुसार सोनोग्राफी करने की शैक्षणिक योग्यता भी नहीं है। टीम ने अवधेश पांडे को गिरफ्तार कर आंठवां मामला दर्ज कर लिया है।
संयुक्त टीम में रहे अधिकारी
इस कार्रवाई में नारनौल पीसीपीएनडीटी सैल के डॉ विजय, आरसीएचओ झुंझुनूं डॉ दयानंद सिंह, अनिश सोनी, प्रदीप कुमार, एचसी अनिल कुमार, रितेश कुमार, दिनेश कुमार, जिला पीसीपीएनडीटी कार्डिनेटर आनंद खीचड़ आदि शामिल थे।
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