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बिसाऊ में कांग्रेस संगठन निष्क्रिय, कार्यक्रमों से दूरी बढ़ी


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बिसाऊ में कांग्रेस संगठन निष्क्रिय, कार्यक्रमों से दूरी बढ़ी

इंदिरा गांधी, पटेल और गांधी जयंती पर नहीं दिखी सक्रियता, कार्यकर्ताओं में नाराजगी

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : अंसार मुज्तर

बिसाऊ : मंडावा विधानसभा क्षेत्र का सबसे बड़ा कस्बा बिसाऊ इन दिनों कांग्रेस की निष्क्रियता का प्रतीक बनता दिख रहा है। भाजपा सरकार बनने के बाद से कस्बे में कांग्रेस संगठन लगातार राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों से दूर नजर आ रहा है। 31 अक्टूबर को स्व. इंदिरा गांधी की 41वीं पुण्यतिथि और सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती, इससे पहले 2 अक्टूबर को गांधी जयंती, किसी भी कार्यक्रम में कांग्रेस संगठन की ओर से कोई आयोजन नहीं हुआ।

18 अक्टूबर को पूर्व विधायक और किसान नेता स्व. रामनारायण चौधरी की पुण्यतिथि पर भी कार्यकर्ताओं में आपसी मतभेद साफ नजर आए। श्रद्धांजलि दो अलग-अलग स्थानों पर दी गई, लेकिन कई पूर्व पार्षदों और वाइस चेयरमैन ने उसमें भी दूरी बनाए रखी।

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने हाल ही में कहा था कि- “हर कांग्रेसी कार्यकर्ता को इंदिरा गांधी और सरदार पटेल के साहस और अनुशासन से प्रेरणा लेकर भाजपा सरकार की गलत नीतियों का विरोध करना चाहिए।” लेकिन बिसाऊ में इसके विपरीत तस्वीर दिख रही है।

स्थानीय कार्यकर्ताओं का कहना है कि भाजपा शासन आने के बाद कांग्रेस न तो सरकारी नीतियों का विरोध कर रही है, न ही जनहित के मुद्दे उठाने में सक्रिय है। विभागों में भी कार्यकर्ताओं को स्वयं चक्कर काटने पड़ रहे हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यदि यही स्थिति रही तो आने वाले निकाय चुनावों में कांग्रेस को इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है।

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