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हिस्ट्रीशीटर के हत्यारों के मददगार गिरफ्तार:डेनिश का मर्डर करने वालों को दी थी अपनी गाड़ी, छिपाने में भी बने थे सहयोगी


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हिस्ट्रीशीटर के हत्यारों के मददगार गिरफ्तार:डेनिश का मर्डर करने वालों को दी थी अपनी गाड़ी, छिपाने में भी बने थे सहयोगी

हिस्ट्रीशीटर के हत्यारों के मददगार गिरफ्तार:डेनिश का मर्डर करने वालों को दी थी अपनी गाड़ी, छिपाने में भी बने थे सहयोगी

झुंझुनूं : हिस्ट्रीशीटर डेनिश बावरिया उर्फ नरेश कुमार हत्याकांड के मामले में आरोपियों की धरपकड़ लगातार जारी है। अब कोतवाली थाना पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने मुख्य हत्यारों को छिपने, सुरक्षित ठिकाना देने और जिले से फरार होने में सक्रिय रूप से मदद की थी।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान योगेंद्र उर्फ विक्की (निवासी बिशनपुरा) और संदीप उर्फ छोटू (निवासी ककंडेऊ कलां) के रूप में हुई है। दोनों पर हत्याकांड के मुख्य आरोपियों को छिपाने, उन्हें वाहन उपलब्ध करवाने और पुलिस की पकड़ से बचाने के गंभीर आरोप हैं।

‘ऑपरेशन सहयोग’ के जरिए किया खुलासा

एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया- कोतवाली थानाधिकारी हरजिंद्र सिंह के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने इन फरार हत्यारों के ‘मददगारों’ की पहचान की।

इन 2 को गिरफ्तार किया 1. योगेंद्र उर्फ विक्की:

मुख्य आरोपी मंदीप उर्फ मदिया, दीपक मालसरिया, हितेश मील, प्रशांत उर्फ पोकर और अजय जाट अपनी कैंपर गाड़ी (RJ 18 GC 8473) लेकर रात करीब 12 बजे बिशनपुरा पहुंचे और योगेंद्र उर्फ विक्की से मिले। आरोपियों के कहने पर योगेंद्र ने उनकी कैंपर गाड़ी को छिपा दिया और उन्हें भागने के लिए अपनी निजी कार उपलब्ध करवाई, जिससे सभी आरोपी जिले से फरार होने में सफल रहे।

2. संदीप चौधरी उर्फ छोटू:

पेशे से दुकानदार संदीप चौधरी उर्फ छोटू जयपुर में पत्रकार कॉलोनी में चाय की दुकान चलाता है और मुख्य आरोपी मंदीप व दीपक के गिरोह के लिए काम करता था। वारदात के बाद 20 से 23 अक्टूबर तक मंदीप, दीपक, हितेश, अजय और प्रशांत जयपुर में संदीप के संपर्क में रहे।

संदीप ने उन्हें अपने ठिकाने पर छिपाया, उनके खाने-पीने की व्यवस्था की। पुलिस की गतिविधियों की जानकारी मिलते ही उसने 3 दिन बाद उन्हें दूसरी जगह भागने में मदद की।

यह था पूरा मामला

20 अक्टूबर 2025 को डेनिश उर्फ नरेश कुमार अपने साथियों के साथ स्कॉर्पियो गाड़ी में चुडेला गांव स्थित दुकान पर जा रहे थे। रास्ते में चूरू बाइपास ठेके के पास 3 कैंपर गाड़ियों में सवार होकर आए प्रशांत उर्फ पोकर, दीपक मालसरिया, मंदीप उर्फ मदिया और 10-15 अन्य लोगों ने उनकी गाड़ी को टक्कर मारी।

आरोपियों ने डेनिश और उसके साथियों पर लोहे की पाइपों से जानलेवा हमला किया। इसके बाद डेनिश का अपहरण कर उसे रसोडा गांव ले जाया गया, जहां मारपीट कर पटक गए। गंभीर रूप से घायल डेनिश को पहले बीडीके अस्पताल और फिर जयपुर रेफर किया गया। इलाज के दौरान 21 अक्टूबर को एसएमएस अस्पताल, जयपुर में उसकी मौत हो गई।

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