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बाबा साहब अंबेडकर म्यूजियम और मूर्ति स्थापना को लेकर फिर उठा विवाद


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बाबा साहब अंबेडकर म्यूजियम और मूर्ति स्थापना को लेकर फिर उठा विवाद

सार्वजनिक निर्माण विभाग के रेस्ट हाउस के आवंटन की मांग तेज, समाज में रोष

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान

चुरू : जिला मुख्यालय चूरू में बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर म्यूजियम और मूर्ति स्थापना को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। अनुसूचित जाति एवं जनजाति संगठनों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) के अधीन आने वाले रेस्ट हाउस चूरू को बाबा साहब अंबेडकर स्मारक स्थल के लिए आवंटित किया जाए।

समाज के नेताओं का कहना है कि जिला कलेक्टर ने पहले आश्वासन दिया था कि इस संबंध में पत्रावली सार्वजनिक निर्माण विभाग को भेजी जाएगी और भूमि व रेस्ट हाउस का आवंटन कर अंबेडकर म्यूजियम स्थापित किया जाएगा। लेकिन अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे समाज में नाराजगी है।

झूठे वादों से समाज में नाराजगी

समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ और विधायक हरलाल सारण ने भाजपा अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के कार्यक्रम में खुले मंच से घोषणा की थी कि रेस्ट हाउस में अंबेडकर म्यूजियम और मूर्ति स्थापित की जाएगी। परंतु, प्रशासन ने मूर्ति को पुराने जिला कलेक्टर कार्यालय के आगे गांधी प्रतिमा के पास स्थापित कर दिया। इससे अनुसूचित जाति एवं जनजाति समाज में गहरा रोष है।

सफाई व्यवस्था बदहाल

लोगों का कहना है कि जिस स्थान पर मूर्ति लगाई गई है, वहां नगर परिषद की ओर से सफाई व्यवस्था तक नहीं है। समाज के प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि यह सरकार और प्रशासन की मिलीभगत का परिणाम है, जो बाबा साहब के सम्मान के साथ खिलवाड़ जैसा है।

अंबेडकर सर्किल भी हटा

लोगों ने बताया कि पहले शहर में बाबा साहब का पूजनीय स्थल ‘अंबेडकर मूर्ति स्थल’ और ‘अंबेडकर सर्किल’ के नाम से जाना जाता था। लेकिन ब्रिज निर्माण के दौरान अंबेडकर सर्किल को हटा दिया गया, जिससे समाज में निराशा और आक्रोश दोनों है।

समाज की मांग

अनुसूचित जाति एवं जनजाति संगठनों ने जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि, “PWD रेस्ट हाउस चूरू को तत्काल बाबा साहब अंबेडकर म्यूजियम और मूर्ति स्थापना के लिए आवंटित किया जाए, ताकि भावी पीढ़ी उनके विचारों से प्रेरणा ले सके।”

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