171 साल पुरानी रजिस्ट्री सेवा हुई खत्म:अब सिर्फ स्पीड पोस्ट से भेजे जाएंगे पार्सल, शुल्क भी बढ़ा
171 साल पुरानी रजिस्ट्री सेवा हुई खत्म:अब सिर्फ स्पीड पोस्ट से भेजे जाएंगे पार्सल, शुल्क भी बढ़ा
झुंझुनूं : भारतीय डाक विभाग ने एक बड़ा और ऐतिहासिक बदलाव किया है। 171 साल से चली आ रही ‘रजिस्टर्ड डाक सेवा’ (रजिस्ट्री) को अब पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। इसका मतलब है कि अब आप अपने जरूरी कागज़ात, पार्सल या कोई भी सामान सिर्फ ‘स्पीड पोस्ट’ के जरिए ही भेज पाएंगे। डाक विभाग का कहना है कि यह कदम डाक सेवाओं को तेज, सुरक्षित और मॉडर्न बनाने के लिए उठाया गया है, लेकिन इसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा क्योंकि स्पीड पोस्ट का शुल्क (चार्ज) काफी बढ़ा दिया गया है।
जरूरत को देखते हुए लिया फैसला डाक विभाग, जो लगातार डिजिटल हो रहा है, उसने अब रजिस्टर्ड डाक को खत्म करके उसे पूरी तरह से स्पीड पोस्ट में मिला दिया है। यह फैसला निजी कूरियर कंपनियों से मिल रही कड़ी टक्कर और ग्राहकों की जरूरत को देखते हुए लिया गया है।
इस नई व्यवस्था में ग्राहकों को कई शानदार डिजिटल फायदे मिलेंगे।
आपके लिए 4 बड़े फायदे
- हर पल की खबर (ट्रैकिंग): अब आपको अपने पार्सल की हर पल की जानकारी मिलेगी। आप मैसेज (SMS) के जरिए जान पाएंगे कि आपका सामान कहां पहुंचा है। ट्रैकिंग के लिए कहीं भटकना नहीं पड़ेगा।
- घर बैठे बुकिंग: आप अपने मोबाइल से ही स्पीड पोस्ट बुक कर सकते हैं और ऑनलाइन पेमेंट भी कर सकते हैं।
- पक्की जानकारी: आप तुरंत पता लगा पाएंगे कि आपका डाक कब और किस समय डिलीवर होगा।
- पूरी सुरक्षा (OTP डिलीवरी): डाक विभाग ने स्पीड पोस्ट को और भी सुरक्षित बना दिया है। अब जरूरी पार्सल की डिलीवरी OTP (वन टाइम पासवर्ड) से होगी, यानी सही व्यक्ति को ही सामान मिलेगा।
पार्सल भेजना हुआ मंहगा
डाक विभाग ने रजिस्टर्ड डाक को स्पीड पोस्ट में मिलाने के बाद इसके शुल्क में भारी बढ़ोतरी की है। नया शुल्क आपके पार्सल के वजन और दूरी पर निर्भर करेगा।
वजन आपके शहर के अंदर (लोकल) | 200 किमी तक | 200 किमी से ज्यादा (पूरे देश के लिए)
50 ग्राम तक | ₹ 19 | ₹ 47 | ₹ 47 |
51 से 250 ग्राम तक | ₹ 24 | ₹ 59 | ₹ 63 से ₹ 77 तक
251 से 500 ग्राम तक | ₹ 28 | ₹ 70 | ₹ 75 से ₹ 93 तक
नोट: 500 ग्राम से अधिक वजन के लिए, हर अतिरिक्त 500 ग्राम पर दूरी के अनुसार शुल्क बढ़ता जाएगा।)
रजिस्ट्रेशन और टैक्स (GST) का अतिरिक्त बोझ
जो ग्राहक अपने स्पीड पोस्ट को और भी सुरक्षित (रजिस्टर्ड) कराना चाहेंगे, उन्हें 5 रुपए का अतिरिक्त शुल्क देना होगा। सबसे बड़ी बात यह है कि ऊपर बताए गए सभी शुल्कों पर जीएसटी (GST) अलग से जोड़ा जाएगा।इस बदलाव से ग्राहकों पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा।
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