[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

नंगली सलेदी सिंह-चारावास रोड पाइपलाइन लीकेज से क्षतिग्रस्त हुई:सड़क पर बने गड्ढे, बड़े हादसे का खतरा


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
खेतड़ीझुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

नंगली सलेदी सिंह-चारावास रोड पाइपलाइन लीकेज से क्षतिग्रस्त हुई:सड़क पर बने गड्ढे, बड़े हादसे का खतरा

नंगली सलेदी सिंह-चारावास रोड पाइपलाइन लीकेज से क्षतिग्रस्त हुई:सड़क पर बने गड्ढे, बड़े हादसे का खतरा

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : विजेन्द्र शर्मा

खेतड़ी : जसरापुर क्षेत्र के नंगली सलेदी सिंह गांव के पास नंगली सलेदी सिंह से चारावास और चिड़ावा जाने वाली मुख्य सड़क पाइपलाइन लीकेज के कारण बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। सड़क के बीचों-बीच बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिससे राहगीरों, दुपहिया चालकों और अन्य वाहन चालकों के लिए यह मार्ग खतरनाक हो गया है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द मरम्मत नहीं की गई तो किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है।

सड़क से डामर उखड़ा

ग्रामीणों के अनुसार, एक निजी खेत मालिक ने अपने खेत में सिंचाई के लिए सड़क के नीचे से एक पाइपलाइन डलवाई थी। यह पाइपलाइन अब टूट चुकी है। टूटी पाइपलाइन से लगातार पानी रिसने के कारण सड़क पर पानी जमा रहता है, जिससे डामर पूरी तरह उखड़ गया है। सड़क के बीच बने गहरे गड्ढे से वाहनों के फिसलने और दुर्घटना की आशंका बनी हुई है।

ठेकेदार और प्रशासन की अनदेखी

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सड़क चिड़ावा से चवरा के बीच आवागमन के लिए एक प्रमुख मार्ग है, जिस पर रोजाना सैकड़ों वाहन चलते हैं। जर्जर सड़क से वाहन चालकों को भारी परेशानी हो रही है, वहीं पैदल चलने वालों के लिए भी यह रास्ता असुरक्षित हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में भी कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन ठेकेदार और प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।

बारिश के दिनों में स्थिति और भी खराब हो जाती है, जब गड्ढे पानी से भर जाते हैं और उनकी गहराई का अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि इस तरह की लापरवाही से न केवल जनहानि की आशंका बढ़ रही है, बल्कि क्षेत्र की यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। उन्होंने संबंधित विभागों से स्थायी समाधान निकालने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

इस संबंध में, पीडब्ल्यूडी विभाग के अयन प्रणव ने बताया कि विभाग से सड़क के नीचे पाइप डालने की कोई अनुमति नहीं ली गई थी। उन्होंने कहा कि सड़क अभी गारंटी अवधि में है, इसलिए अधिकारियों को मौके पर भेजकर जांच करवाई जाएगी। दोषी पाए जाने पर संबंधित पक्ष से रिकवरी की कार्रवाई की जाएगी।

Related Articles