पिलानी के चंद्र भवन कोठी में घुड़सवार कोच की मौत:जिस घोड़े पर ट्रेनिंग देनी थी उसी से नीचे गिरे, दीवार में लगा सिर, BSF से रिटायर हुए थे सुरेंद्र
पिलानी के चंद्र भवन कोठी में घुड़सवार कोच की मौत:जिस घोड़े पर ट्रेनिंग देनी थी उसी से नीचे गिरे, दीवार में लगा सिर, BSF से रिटायर हुए थे सुरेंद्र

पिलानी : पिलानी की चंद्र भवन कोठी में एक हादसे में घुड़सवार कोच सुरेंद्र सिंह की मौत हो गई। सोमवार देर शाम घोड़े से गिरने के बाद उन्हें बिरला सार्वजनिक अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
रिटार्यड हवलदार थे सुरेंद्र
मृतक सुरेंद्र सिंह चूरू जिले के अमर सिंहपुरा निवासी थे और फिलहाल वो पिलानी में रह रहे थे। वो सीमा सुरक्षा बल (BSF) से हवलदार के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उनके परिवार में उनके पिता, जो बीएसएफ से डिप्टी कमांडेंट के पद से सेवानिवृत्त हैं और उनकी पत्नी हैं। उनका एक बेटा है जो कनाडा में रहता है, जो बुधवार को पिलानी पहुंचेगा।
घुड़सवारी करते समय हुआ हादसा
सुरेंद्र सिंह बिरला सार्वजनिक अस्पताल के नर्सिंग कॉलेज में घुड़सवारी कोच और निदेशक मधुसूदन मालानी के निजी सुरक्षा अधिकारी के रूप में संस्था से जुड़ने के इच्छुक थे। इसी सिलसिले में वो कॉलेज प्रबंधन से मिलने आए थे। इस दौरान घुड़सवारी करते समय ये हादसा हो गया।
सुरेंद्र के ऊपर गिरा घोड़ा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुरेंद्र सिंह घोड़े पर बैठे ही थे कि संतुलन बिगड़ने से वो पीछे की ओर गिर गए। उनका सिर पास की एक दीवार से टकराया और कोई कुछ समझ पाता उससे पहले घोड़ा भी उनके ऊपर ही गिर पड़ा। हालांकि, बताया जाता है कि सुरेंद्र सिंह एक कुशल घुड़सवार थे और बिना काठी के भी घुड़सवारी कर लेते थे।
गुरुवार को होगा अंतिम संस्कार
हादसे की सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मुआयना किया। परिजनों ने मंगलवार को थानाधिकारी रणजीत सिंह सेवदा से मुलाकात की और बताया कि सुरेंद्र सिंह के बेटे के आने के बाद बुधवार को कानूनी औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार सुबह शव का दाह संस्कार किया जाएगा। शव को फिलहाल अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखा गया है।