झुंझुनूं में नाबालिग बेटी के किडनैप की कोशिश:मां की आंखों में लाल मिर्च फेंकी, चाचा पर कुल्हाड़ी से हमला, घर के बाहर गाड़ियां जलाई
झुंझुनूं में नाबालिग बेटी के किडनैप की कोशिश:मां की आंखों में लाल मिर्च फेंकी, चाचा पर कुल्हाड़ी से हमला, घर के बाहर गाड़ियां जलाई

गुढ़ागौड़जी : झुंझुनूं के गुढ़ागौड़जी थाना इलाके के बामलास गांव की नीम की ढाणी में गांव के कुछ लोगों ने एक परिवार पर हमला कर दिया। घटना सुबह 5 बजे की है। परिवार पर हमला कर उनके साथ मारपीट की गई। इसके बाद घर के बाहर रखी गाड़ियां जला दीं। हमलावरों ने नाबालिग बेटी और मां से गाली-गलौच की और नाबालिग को जबरन उठा लेने जाने की कोशिश की। विरोध करने पर बदमाशों ने मां की आंखों में लाल मिर्च फेंकी। उसके देवर पर कुल्हाड़ी और केबल से हमला किया।
पीड़िता ने कुछ दिन पहले भी दी थी रिपोर्ट
इसके बाद बदमाशों ने घर के बाहर खड़ी बाइक और पिकअप को आग के हवाले कर दिया। बताया जा रहा है कि इससे पहले गुरुवार दोपहर को भी हमलावर आए थे। यहां मारपीट की और धमकाया भी था। इससे पहले 3 अक्टूबर को भी वे हमला कर चुके थे। इस पर पीड़िता ने इन लोगों के खिलाफ मारपीट और घर में तोड़फोड़ की रिपोर्ट गुढ़ागौड़जी थाने में दर्ज करवाई थी। लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर इन्ही बदमाशों ने दुबारा जानलेवा हमला कर दिया।
पहले से दर्ज रिपोर्ट को किया गया नजरअंदाज
नीम की ढाणी की निवासी सुमन देवी (40) पत्नी बुद्धराम ने बताया कि 3 अक्टूबर को गांव के कुछ लोगों ने उनके घर में घुसकर मारपीट की थी। घर में तोड़फोड़ की और जान से मारने की धमकी दी थी। इसको लेकर 8 अक्टूबर को गुढ़ा गौड़जी थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, लेकिन पुलिस ने इसे “आपसी विवाद” बताकर हल्के में लिया।
पीड़िता सुमन देवी का कहना है—अगर पुलिस ने पहले की रिपोर्ट पर कार्रवाई की होती, तो आज ये नौबत नहीं आती। आरोपियों को पता है कि उन्हें कोई पकड़ने वाला नहीं, इसलिए वे और हिम्मत वर हो गए है।
9 अक्टूबर की दोपहर फिर हमला
घटना 9 अक्टूबर की दोपहर करीब 2:30 बजे की है। सुमन देवी अपनी 17 साल की बेटी अनीता के साथ घर पर थी। इसी दौरान 2 गाड़ियों में सवार होकर गांव के राकेश पुत्र शीशराम, उर्मिला देवी पत्नी श्रवण कुमार, सुरेश पुत्र मोतीराम, राजकुमार पुत्र गुरुदयाल, निवासी नीम की ढाणी, और उर्मिला का पति श्रवण निवासी खिरोड़ अपने 4-5 अन्य साथियों के साथ पहुंचे।
पीड़िता सुमन ने बताया—सभी आरोपी आते ही गालियां देने लगे। बोले कि आज इसका हिसाब चुकता करेंगे। फिर मेरी बेटी अनीता को जबरदस्ती उठाने की कोशिश की। मैंने बीच-बचाव किया तो उन्होंने मुझ पर लाल मिर्च फेंक दी। आंखों में जलन से कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था।
देवर आया तो उस पर टूट पड़े
चीख-पुकार सुनकर सुमन देवी के देवर लोकूराम पुत्र मोतीराम मौके पर पहुंचे। उन्होंने अनीता को छुड़ाने की कोशिश की तो हमलावरों ने उन पर लकड़ी, कुल्हाड़ी और बिजली की केबल से हमला कर दिया। लोकूराम के सिर, हाथ और पीठ पर गंभीर चोटें आईं।
पीड़िता सुमन देवी ने बताया—हमालावरों ने मेरे देवर को लहूलुहान कर दिया। हम बचाने के लिए चिल्लाते रहे, लेकिन कोई पास नहीं आया। आखिर में वे घर के बाहर खड़ी बाइक, खेत में पानी देने की पाइप और पिकअप में आग लगाकर भाग गए।
हमलावरों के जाते ही घर के बाहर अफरा-तफरी मच गई। पाइप और बाइक जलकर पूरी तरह राख हो गई, जबकि पिकअप में लगी आग ग्रामीणों ने किसी तरह बुझाई, लेकिन अगला हिस्सा पूरी तरह जल गया। खेतों में लगी पानी की लाइन भी पिघल गई, जिससे फसलों को सिंचाई देना मुश्किल हो गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि घटना के वक्त महिला और उसकी बेटी ने बार-बार थाने में फोन करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। जब पुलिस पहुंची, तब तक आरोपी फरार हो चुके थे।
पहले भी झगड़े की जड़ बना ‘प्रेम प्रसंग’ गांव में इस विवाद की जड़ प्रेम प्रसंग बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, सुमन देवी की बेटी अनीता का गांव के एक युवक से प्रेम संबंध था। आरोप है कि लड़की के परिवार को यह रिश्ता मंजूर नहीं था, जबकि दूसरी तरफ युवक के परिजन इसे अपनी “इज्जत का मामला” मान रहे थे।
दोनों पक्षों में पिछले कुछ महीनों से तनाव चल रहा था। गांव में कई बार पंचायत बैठ चुकी थी, लेकिन मामला सुलझ नहीं पाया। इसी तनाव के चलते 3 अक्टूबर को दोनों पक्षों में पहली बार झगड़ा हुआ था।
पुलिस ने इस बार दर्ज किया केस
घटना के बाद सुमन देवी ने एक बार फिर गुढ़ा गौड़जी थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज करवाई। थानाधिकारी राम मनोहर ठोलिया ने रिपोर्ट दर्ज कर हेड कॉन्स्टेबल प्रकाशचंद को जांच सौंपी है।
थाना अधिकारी ठोलिया ने बताया—पीड़िता की रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। घायलों का मेडिकल परीक्षण करवाया गया है और पुलिस टीमें आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है।
घटना के बाद देर रात पुलिस ने नीम की ढाणी और आसपास के इलाकों में दबिश दी। कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। थाना अधिकारी ने कहा कि “मामला गंभीर है, किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।”
पीड़िता ने मांगी सुरक्षा
सुमन देवी ने जिला पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की है। उनका कहना है कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक उन्हें और उनके परिवार को खतरा है। उन्होंने कहा- “हमारे घर में जो कुछ बचा था, वो भी जला दिया गया। पुलिस ने पहले ध्यान दिया होता तो मेरी बेटी और देवर पर ये हमला नहीं होता।”


