अब इंटरेक्टिव बोर्ड से पढ़ेंगे चूरू के स्टूडेंट:ऐसा करने वाला देश का पहला जिला बना, 24 सरकारी कॉलेजों में 40 बोर्ड लगे
अब इंटरेक्टिव बोर्ड से पढ़ेंगे चूरू के स्टूडेंट:ऐसा करने वाला देश का पहला जिला बना, 24 सरकारी कॉलेजों में 40 बोर्ड लगे

रतनगढ़ : चूरू जिला देश का पहला ऐसा जिला बन गया है, जिसके सभी सरकारी कॉलेजों में इंटरेक्टिव बोर्ड से पढ़ाई होगी। श्री गांधी बाल निकेतन रतनगढ़ की ओर से संचालित इंटरेक्टिव बोर्ड परियोजना के तहत हाल ही में जिले के 12 कॉलेजों को 18 और इंटरेक्टिव बोर्ड मिले हैं।
सोमवार दोपहर श्री गांधी बाल निकेतन रतनगढ़ में आयोजित एक बैठक में इन 12 कॉलेजों के प्राचार्यों ने परियोजना संस्थापक राजीव उपाध्याय को अपने अनुरोध पत्र सौंपे। इन बोर्ड्स के लिए रतनगढ़ मूल के कोलकाता प्रवासी भामाशाह प्रदीप सराफ ने 25 लाख 20 हजार रुपये का सहयोग उपलब्ध करवाया है।
राजीव उपाध्याय ने बताया कि इस परियोजना के तहत जिले के 24 सरकारी कॉलेजों में कुल 56 लाख रुपये की लागत से 40 इंटरेक्टिव बोर्ड लगाए गए हैं। इंटरेक्टिव बोर्ड परियोजना से सरकारी स्कूलों और कॉलेजों के एक लाख से अधिक विद्यार्थी सीधे तौर पर लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जिले की 200 से अधिक और रतनगढ़ ब्लॉक की 100 से अधिक विद्यार्थी संख्या वाली सभी सरकारी स्कूलों में इंटरेक्टिव बोर्ड स्थापित हो चुके हैं।
परियोजना समन्वयक और पूर्व सीबीईओ कुलदीप व्यास ने कहा कि चूरू जिले की सरकारी शिक्षण संस्थाओं में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए यह परियोजना वरदान साबित हो रही है। निजी संस्थान द्वारा एक लाख विद्यार्थियों को लाभान्वित करने वाली यह परियोजना सरकारी योजनाओं के बाद सबसे अधिक लाभार्थी संख्या वाली एक अनूठी परियोजना है।
बाल निकेतन के बोर्ड प्रशिक्षक देवेन मिश्रा ने बोर्ड के संचालन संबंधी संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करते हुए प्रायोगिक प्रशिक्षण भी प्रदान किया। जिले के राजकीय महाविद्यालय सुजानगढ़ और एसबीडी राजकीय महाविद्यालय में तीन-तीन, लोहिया महाविद्यालय चूरू में दो, एमबीएम कन्या महाविद्यालय सुजानगढ़, केशरी देवी लोहिया कन्या महाविद्यालय रतनगढ़, राजकीय महाविद्यालय राजलदेसर, राजकीय विधि महाविद्यालय चूरू, राजकीय कन्या महाविद्यालय सरदारशहर, मां जालपा देवी राजकीय महाविद्यालय तारानगर, राजकीय महाविद्यालय राजगढ़ तथा राजकीय कन्या महाविद्यालय राजगढ़ में एक-एक बोर्ड स्थापित किए जाएंगे।
बैठक में डॉ. विनिता चौधरी, डॉ. कविता शर्मा, डॉ. अरविन्द शर्मा, डॉ. योगेश चाहर, डॉ. रघबीर सिंह, दिनेश रिणवां, बीरबल महर्षि, शीशराम, ऋषभ शर्मा और नितेश शर्मा सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।