क्षेत्र के लोग हुए लामबंद, बोले गोशाला के पास नहीं लगने देंगे क्रेशर
प्रशासन ने नहीं रुकवाया क्रेशर का निर्माण तो होगा कड़ा विरोध प्रदर्शन

जनमानस शेखावाटी सवंददाता : अनिल शर्मा
शिमला : प्रशाशन की अनदेखी के चलते क्षेत्र में खनन की वजह से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। कुछ दिन पूर्व भी ग्रामीणों ने दुधवा में हो रहे आयरन पत्थर के अवैध खनन का भारी विरोध किया था। लेकिन प्रशासन की मिलीभगत के चलते कोई कार्यवाही नहीं हुई थी। शनिवार 4 सितंबर को ग्राम दुधवा की गौशाला के नजदीक निर्मित हो रहे क्रेशर को लेकर क्षेत्र के ग्राम शिमला, दुधवा, गौरीर सहित अनेक गांवों के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। मुकेश कुमार ने बताया कि इस क्रेशर का निर्माण गौशाला के पास किया जा रहा है। जिसकी वजह से गौवंश को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। यहीं नहीं यहां वन विभाग की जमीन होने के कारण अनेक वन्य जीव भी विचरण करते है। साथ ही वनस्पति को भी भरी नुकसान होगा।
एक तरफ राज्य सरकार गौवंश तथा वन्य जीवों की सुरक्षा को लेकर गंभीर है तो वहीं दूसरी तरफ अधिकारियों की मिलीभगत के चलते क्रेशर का निर्माण हो रहा है। ऐसे में ग्रामीणों ने क्रेशर का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने चेताया है कि यदि क्रेशर को शीघ्र ही बंद नहीं करवाया गया तो कड़ा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। दूधवा गौशाला के निकट निर्माणाधीन क्रेशर को हटवाने बाबत क्षेत्र के नागरिकों की उपस्थिति में विरोध प्रदर्शन किया गया।
जिसमें समस्त गौशाला कमेटी सदस्य, जयसिंह प्रधान शिमला, राजेंद्र, होशियार, रामोतार, भोलाराम धर्मवीर, उमराव, सतपाल भगवान सिंह, विक्रम, इंद्राज कंवर, मुकेश लक्कड़, देशराज, महावीर, सुखदेव, भूपसिंह, देशराज, अजय, कैलाश पंच, सतवीर, बलवंत, राकेश कुमार, शेरसिंह, हंसराज, मुकेश, राजेंद्र बजरंग, योगेश सैन सहित अनेक ग्रामीण मौजूद थे।