सरस डेयरी में गंगाजल छिड़कने पर चेयरमैन का विरोध:प्रदर्शनकारी बोले- यह छुआछूत और भेदभाव की मिसाल, चेयरमैन ने कहा- सभी आरोप गलत
सरस डेयरी में गंगाजल छिड़कने पर चेयरमैन का विरोध:प्रदर्शनकारी बोले- यह छुआछूत और भेदभाव की मिसाल, चेयरमैन ने कहा- सभी आरोप गलत

पलसाना : ऑफिस में गंगाजल छिड़कने के मामले में सीकर-झुंझुनूं जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ (पलसाना) में चेयरमैन जीतराम मील का विरोध बढ़ता जा रहा है। मीणा समाज और डेयरी से जुड़े लोगों ने सोमवार को डेयरी के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया था। जो मंगलवार को भी जारी है। दरअसल, सरस डेयरी (पलसाना) के एमडी कमलेश मीणा के तबादले के बाद चेयरमैन जीतराम मील ने एकादशी पर ऑफिस में गंगाजल का छिड़काव किया था। इसका वीडियो सामने आया था। वीडियो में चेयरमैन एमडी की कुर्सी और कार्यालय में गंगाजल छिड़क रहे थे।
प्रदर्शनकारी बोले- यह छुआछूत और भेदभाव की मिसाल
इस घटना के बाद से मीणा समाज के लोगों में आक्रोश फैल गया गया। इसके चलते डेयरी से जुड़े दुग्ध उत्पादक, किसान और समाज के लोग धरने पर बैठ गए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह छुआछूत और भेदभाव की मिसाल है। जो डेयरी जैसे सहकारी संस्थान में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

विधायक बोले- विधानसभा में उठाएंगे मुद्दा
वहीं, सोमवार शाम को धरनास्थल पर पहुंचे दांतारामगढ़ विधायक वीरेंद्र सिंह ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। विधायक ने कहा- यदि समय रहते आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो वे इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएंगे। विधायक ने कहा- डेयरी में न छुआछूत चलेगी, न मिलावट और न ही भ्रष्टाचार। यदि उत्पादों में मिलावट पाई गई तो हम सड़कों पर उतरेंगे और खुद जांच करेंगे। जिम्मेदारों को अपनी गलतियां सुधार लेनी चाहिए।

भ्रष्टाचार और मिलावट की शिकायतें आ रहीं
वीरेंद्र सिंह ने कहा कि यह डेयरी उनके पिता चौधरी नारायण सिंह की मेहनत और प्रयासों से स्थापित हुई थी। लेकिन पिछले दो-तीन सालों से डेयरी में भ्रष्टाचार और मिलावट की शिकायतें लगातार आ रही हैं। इसके कारण डेयरी विवादों में बनी हुई है। इतना ही नहीं, वे खुद अब सरस के उत्पादों के बजाय निजी डेयरियों का दूध-दही इस्तेमाल कर रहे हैं। विधायक ने एमडी कमलेश कुमार मीणा के तबादले के बाद हुई इस घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा कि सरकारी कर्मचारियों की ऐसी हरकतें असहनीय है।
जिला परिषद सदस्य जयंत निठरवाल ने कहा- डेयरी प्रबंधन से अपील है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं। वरना आंदोलन और तेज होगा। वहीं, प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक आरोपी चेयरमैन समेत सभी जिम्मेदारों के खिलाफ विभागीय जांच और कार्रवाई नहीं होती, धरना जारी रहेगा। बता दें कि अगर यह मामला लंबा चला तो डेयरी के संचालन पर भी असर पड़ सकता है।

चेयरमैन ने कहा- पूजन के बाद किया छिड़काव, माफी मांगी
वहीं, इस मामले में डेयरी चेयरमैन जीतराम मील ने कहा- डेयरी के अंदर एक मंदिर बना हुआ है, जहां पूजा-अर्चना की जाती है। हमने सावन के आखिरी सोमवार को यहां हवन किया था, जिसमें एमडी कमलेश मीणा भी शामिल हुए थे। उस कार्यक्रम की फोटो भी है। इसके बाद डेयरी में गणेश चतुर्थी पर भी पूजन हुआ। इसके बाद एकादशी को धार्मिक अनुष्ठान हुआ। इस दौरान पूजा-करने के बाद पूरी डेयरी में गंगाजल का छिड़काव किया गया था ताकि डेयरी अच्छे से चले। क्योकिं डेयरी में अभी दूध कम आता है।
एमडी कमलेश मीणा के जाने के बाद कार्यलय में गंगाजल छिड़काव कर शुद्ध करने का मेरा कोई उद्देश्य नहीं था। डेयरी में सभी जाति-धर्मों के 200 कर्मचारी काम करते हैं। मैंने सिर्फ पूजा-अर्चना के बाद गंगाजल का छिड़काव किया गया था। इससे पहले में खाटूश्यामजी दर्शन करके आया था। इसके बावजूद भी अगर मीणा समाज को इससे ठेस पहुंची है तो मैं माफी मांगता हूं। लेकिन मैं इस मामले में गलत नहीं हूं।
चेयरमैन ने कहा- मेरे खिलाफ जानबूझकर माहौल बनाया जा रहा है, मैं खुद किसान परिवार से हूं। डेयरी के बाहर जो लोग मेरे खिलाफ धरने पर बैठे हैं, उनकी करोड़ो की रिकवरी है। मैं धरने पर बैठे लोगों से कहना चाहता हूं, अगर मेरे खिलाफ आरोप लगाने ही थे तो भ्रष्टाचार के आरोप लगाते, ये क्या मुद्दा चुना है। मैं बताना चाहता हूं कि डेयरी में इससे पहले भी दो मीणा समाज के एमडी रहकर गए हैं। गंगाजल छिड़काव करने वाली कोई बात नहीं है, सभी आरोप निराधार हैं।